कोई ध्वनि न हो हवा में, यदि वहाँ न हो कोई वृक्ष |
कोई अर्थ न हो मौन का, यदि वहाँ न हो कोई लक्ष्य |
मौन उत्पन्न होता है प्रेम में, मौन उत्पन्न होता है दया में
मौन उत्पन्न होता है आनंद में, और मौन उत्पन्न होता है संगीत में |
मौन, ऐसा गीत जो कभी गाया नहीं गया,
फिर भी मुखरित हो गया |
मौन, ऐसा सन्देश जो कभी सुना नहीं गया
फिर भी ज्ञात हो गया |
मौन, एक भाषा, जिसकी कोई लिपि नहीं |
मौन, एक नृत्य, जिसकी कोई मुद्रा नहीं |
मौन, स्थिरता की ऐसी ऊर्जा, जिसका कोई रूप नहीं |
मौन, एक शब्दहीन शब्द
इसीलिये नहीं हो सकती अनुचित व्याख्या इसकी |
प्रश्न केवल इतना ही
क्यों रुदन करते हैं हम जन्म लेते समय ?
क्यों नहीं जन्म ले सकते हम मौन भाव से ?
ताकि हमारी सत्ता ही बन जाए हमारा मोक्ष
और भाव बन जाए अभाव !!!
• कवियित्री, लेख िका, ज्योतिषी | ज्योतिष और योग से सम्बन्धित अनेक पुस्तकों का अंग्रेज़ी से हिन्दी में अनुवाद | कुछ प्रसिद्ध मीडिया कम्पनीज़ के लिये भी लेखन | प्रकाशित उपन्यासों में अरावली प्रकाशन दिल्ली से देवदासियों के जीवन संघर्षों पर आधारित उपन्यास “नूपरपाश”, भारत के मध्यमवर्गीय परिवारों में नारियों के संघर्षमय जीवन की झलक प्रस्तुत करता भारतीय पुस्तक परिषद् दिल्ली से प्रकाशित उपन्यास “सौभाग्यवती भव” और एशिया प्रकाशन दिल्ली से स्त्री पुरुष सम्बन्धों पर आधारित उपन्यास का प्रथम भाग “बयार” विशेष रूप से जाने जाते हैं | साथ ही हिन्दी अकादमी दिल्ली के सौजन्य से अनमोल प्रकाशन दिल्ली से प्रकाशित “मेरी बातें” नामक काव्य संग्रह भी पाठकों द्वारा काफी पसन्द किया गया |
• WOW (Well-Being of Women) India नामक रास्ट्रीय स्तर की संस्था की महासचिव के रूप में क्षेत्र की एक प्रमुख समाज सेविका |
• सम्पर्क सूत्र: E-mail: katyayanpurnima@gmail.com
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