आपका योगकारक लग्नेश बुध अष्टम में सूर्य और केतु के साथ गोचर कर रहा है और अस्त भी है अतः इस सप्ताह परिवार तथा स्वास्थ्य के स्तर पर अचानक ही कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिनके कारण सम्भव है आपके कार्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़े | किन्तु आपका दूसरा योगकारक गुरु अच्छी स्थिति में है तथा उसकी दृष्टियाँ भी आपके नवम भाव पर, लाभ स्थान पर तथा लग्न पर हैं | जिनके कारण आपकी समस्याओं का समाधान भी समय पर हो जाने की सम्भावना है | कार्य क्षेत्र में यदि कोई समस्या उत्पन्न होती है तो आपके किसी मित्र अथवा किसी बड़े अधिकारी से आपको उस समस्या का निदान करने में सहयोग प्राप्त हो सकता है |
जिन लोगों का कार्य यात्रा आदि से सम्बन्धित है, अथवा विदेश में जिन लोगों के कार्य हैं उनके लिये समय अधिक अनुकूल प्रतीत होता है | सुनी सुनाई बातों पर ध्यान देने के स्थान पर अच्छा होगा स्वयं सत्य का अवलोकन करने का प्रयास करें | यदि कोई नया कर्मचारी रखना चाहते हैं तो उसके Documents का भली भाँती निरीक्षण अवश्य कर लें | साथ ही कार्य के सिलसिले में दूर पास की यात्राओं के भी योग बन रहे हैं |
प्रॉपर्टी से सम्बन्धित किसी क़ानूनी समस्या का सामना करना पड़ सकता है | जो लोग प्रॉपर्टी से सम्बन्धित किसी व्यवसाय में हैं उनके लिए भी यह सप्ताह कुछ अनुकूल नहीं प्रतीत होता | स्पोर्ट्स में हैं तो आपके लिए भी अभी सफलता का समय नहीं प्रतीत होता | यदि कोई कोर्ट केस चल रहा है तो उसमें भी समय लगने की सम्भावना है |
आपकी सन्तान के लिए समय अनुकूल प्रतीत होता है | यदि विद्यार्थी हैं तो मन पढ़ाई में लगेगा तथा उसका अनुकूल परिणाम प्राप्त होने की सम्भावना है |
सप्तमेश की दृष्टि आपकी लग्न पर है | प्रेम सम्बन्धों में घनिष्ठता का समय प्रतीत होता है | काफ़ी समय से यदि आप किसी को प्रपोज़ करना चाहते हैं और साहस नहीं जुटा पा रहे हैं तो उसके लिए समय अनुकूल प्रतीत होता है | यदि जीवन साथी की खोज में हैं तो वह भी पूर्ण हो सकती है | कोई टूटा हुआ प्रेम सम्बन्ध भी फिर से स्थापित हो सकता है |