Happy Holi
होली है, हुडदंग मचा लो, सारे बन्धन तोड़ दो |
और नियम संयम की सारी आज दीवारें तोड़ दो ||
कैसा नखरा, किसका नखरा, आज सभी को रंग डालो |
जो होगा देखा जाएगा, आज न रंग में भंग डालो ||
माना गोरी सर से पल्ला खिसकाके देगी गाली
तीखी धार कटारी की है, मत समझो भोली भाली |
पर टेसू के रंग में इसको सराबोर तुम आज करो
शहद पगी गाली के बदले मुख गुलाल से लाल करो ||
पूरा बरस दबा रक्खी थी साध, उसे पूरी कर लो
जी भरके गाली दो, मन की हर कालिख़ बाहर फेंको ||
नहीं कोई है रीत, नहीं है कोई बन्दिश होली में
मन को जिसमें ख़ुशी मिले, बस ऐसी तुम मस्ती भर लो ||
जो रूठा हो, आगे बढ़के उसको गले लगा लो आज
बाँहों में भरके आँखों से मन की तुम कह डालो आज |
शरम हया की बात करो मत, बन्धन ढीले आज करो
नाचो गाओ धूम मचाओ, पिचकारी में रंग भरो ||
गोरी चाहे प्यार के रंग में रंगना, उसका मान रखो
कान्हा चाहे निज बाँहों में भरना, उसका दिल रख लो |
डालो ऐसा रंग, न छूटे बार बार जो धुलकर भी
तन मन पुलकित हो, कुछ ऐसा प्रेम प्यार का रंग भर दो ||
सभी के जीवन में सुख, सम्पत्ति, ऐश्वर्य, स्वास्थ्य , प्रेम, उल्लास और हर्ष के इन्द्रधनुषी रंग बिखरते रहें, इसी भावना के साथ सभी को अबीर की चमक, गुलाल के रंग और टेसू की भीनी भीनी ख़ुशबू से युक्त रंग और सुगन्ध के पर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएँ…