30 जून 2015
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मैं राजनीति शास्त्र एवं हिंदी में एम.ए हुं, अपने विभाग में यूनियन का अध्यक्ष रह चुका हुं, जिला इंटक बठिंडा का वरिष्ठ उप प्रधान रह चुका हुं, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, बठिंडा एवं भुवनेश्वर का सदस्य-सचिव रह चुका हुँ, वर्तमान में अखिल भारतीय कर्मचारी भविष्य निधि राजभाषा संघ का सलाहकार हूँ, आयकर विभाग में सहायक निदेशक के पद पर कार्यरत रह चुका हुँ, आकाशवाणी एवं दूरदर्शन पर हिंदी मामलों से संबंधित विशेषज्ञ पेनलों एवं हिंदी संगोष्टियों का हिस्सा रह चुका हुं, अलग-अलग नाम से विभागीय और नराकास की 12 से भी अधिक पत्रिकाओं का संपादक रह चुका हुँ, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से राजभाषा अधिकारी के पद से सेवानिवृत्ति के पश्चात जुलाई, 2019 से बतौर परामर्शदाता कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय में तैनात हूँ, 05 वर्ष तक श्री साईं कॉन्वेंट स्कूल, अमृतसर के प्रधानाचार्य का पद संभाला और कुछ समय तक एनडीएमसी, दिल्ली के सोशल एजुकेशन विभाग के कौशल विकास अनुभाग का कार्य भी देखा। मनसुख होटल और करतार होटल अमृतसर का प्रबंधक रह चुका हूँ , भाषाकेसरीओएल के नाम से मेरा यूट्यूब चैनल है और स्वयं की ओर से लिखित पुस्तकों का लेखक भी हूँ ।D
धन्यवाद मंजीत सिंह जी
5 जुलाई 2015
धन्यवाद शब्दनगरी संगठन
5 जुलाई 2015
धन्यवाद महातम मिश्रा जी
5 जुलाई 2015
धन्यवाद रमेश कुमार सिंह जी
5 जुलाई 2015
धन्यवाद डॉ. शिखा कौशिक जी
5 जुलाई 2015
धन्यवाद शालिनी कौशिक महोदया
5 जुलाई 2015
मुझे बहुत अच्छी लगी ये रचना ।
1 जुलाई 2015
विजय जी, एक से बढ़कर एक लेख होते हैं आपके....इसी के साथ हमारे अन्य शब्दनगरी मित्र भी ऐसे ही सुन्दर और सार्थक लेख भेज रहे हैं । आप सबने मिलकर एक बहुत ही सजीले वातावरण की रचना की है...आप सभी के प्रति बहुत-बहुत धन्यवाद ! आभार !
1 जुलाई 2015
बढियां कहानी मान्यवर, बहुत खूब
1 जुलाई 2015