एक अच्छी स्वस्थ सन्तान हर माता पिता का सपना होता है| किन्तु किसी कारणवश महिला Conceive नहीं कर पाती या गर्भपात हो जाता है तो उनका ये सपना जैसे टूट कर बिखर जाता है | कई बार तो एक दूसरे पर दोषारोपण का सिलसिला भी शुरू हो जाता है | पतिपक्ष के लोग पत्नी को गर्भ धारण करने में असमर्थ बताने लगते हैं तो पत्नी पति को नपुंसक बताने में नहीं हिचकिचाती | ऐसी स्थिति में मेडिकल साइंस सहायता करती है | आजकल मेडिकल साइंस इतनी एडवांस हो गई है कि सन्तान के इच्छुक दम्पतियों को चिन्ता करने की कोई आवश्यकता ही नहीं | किन्तु फिर भी हैरान परेशान दम्पति ज्योतिषियों के चक्कर लगाते रहते हैं कि कहीं से तो कोई आशा की किरण दिखाई दे | प्रायः सभी Vedic Astrologers उनकी कुण्डली के पंचम भाव का अध्ययन करके उन्हें उपाय सुझाते हैं और साथ में सन्तान गोपाल मन्त्र के जाप की सलाह देते हैं |
हमारे पास भी इस समस्या से त्रस्त लोग आते हैं | कल भी एक ऐसी ही लड़की जब हमारे पास आई तो सोचा क्यों न ये सन्तान गोपाल मन्त्र सभी को उपलब्ध करा दिया जाए | मान्यता है कि इस मन्त्र का प्रतिदिन 108 बार जप करने से सन्तान प्राप्ति की आशा बढ़ जाती है | तो ये है सन्तान गोपाल मन्त्र :
“देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते |
देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत: ||”
आप सोचेंगे इसमें तो केवल पुत्र की कामना की गई है | तो ऐसा नहीं है | “तनय” से अर्थ केवल पुत्र से नहीं लेना चाहिए, इसका मूलार्थ है “सन्तान” – फिर चाहे वह पुत्र हो या पुत्री – “तनोति कुलं यः इति तनयः” अर्थात जिसके कारण वंश की वृद्धि हो वह तनय यानी सन्तान | जो भी अपने तन से – शरीर से – उत्पन्न हो वह तनय | पुत्र और पुत्री दोनों ही अपने शरीर से उत्पन्न होते हैं, दोनों के ही जन्म से कुल की वृद्धि होती है, अतः “तनय” शब्द से दोनों को ही ग्रहण किया जाना चाहिए |
मन्त्र जाप से विचारों में सकारात्मकता आती है, चारों ओर का वातावरण ऊर्जा से भर जाता है और जिस संकल्प के साथ हम किसी मन्त्र का जाप कर रहे हैं – हर पल एक ही संकल्प बना रहने से संकल्प अवश्य सिद्ध होता है ऐसा हमारा मानना है |
अन्त में, अपने संकल्प की दृढ़ता, विचारों की परिपक्वता और शुद्धि तथा वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए मन्त्र जाप कीजिए – क्योंकि जिस बात के विषय में हम लगातार सोचते रहेंगे वह अवश्य पूर्ण होती है, किन्तु अपनी डॉक्टर के बताए मार्ग का अनुसरण अवश्य कीजिए…