सूर्योदय
समस्याएँ
जीवन का एक अभिन्न अंग
जिनसे
नहीं है कोई अछूता इस जगत में
किन्तु
समस्याओं पर विजय प्राप्त करके जो बढ़ता है आगे
नहीं
रोक सकती उसे फिर कोई बाधा
हर सन्ध्या
अस्त होता है सूर्य
पुनः
उदित होने को अगली भोर में
जो
दिलाता है विश्वास हमें
कि
नहीं है जैसा मेरा उदय और अवसान स्थाई
उसी प्रकार
नहीं है कोई सुख अथवा समस्या भी स्थाई
(पूरी
रचना सुनने के लिए नीचे दिए यू ट्यूब लिंक पर क्लिक करें...)