जीवन में अनुभूत सुख अथवा दुःख अच्छे या बुरे जीवन का निर्धारण नहीं करते | अच्छा जीवन जीने का अर्थ है कि सुख हो या दुःख, हर्ष हो या विषाद, आशा हो या निराशा, हर स्थिति में चेहरे पर मुस्कान खिली रहे, खुलकर हँसी बिखरती रहे, और इस तथ्य को स्वीकार करके ईश्वर को धन्यवाद देते रहें कि हमारे पास वो सब कुछ है जिसकी हमें आवश्यकता है | जब हम नींद से जागते हैं तो पूरे चौबीस घंटे हमारे पास होते हैं हमारे अधूरे छूटे कार्य पूर्ण करने के लिए और जीवन को सुख और शान्ति से व्यतीत करने के लिए | हमारे पास पूरा समय होता है आत्मोन्नति के प्रयास के लिए | हमारे पास पूरा समय होता है किसी दुखी के जीवन में आशा, विश्वास, अपनेपन और प्रेम का प्रसार करने के लिए | यदि हमारे मन में हमारी सम्भावनाओं और योग्यताओं के प्रति विश्वास है और मन आशा तथा उत्साह से भरपूर है तो हम कठिन से कठिन समस्याओं का भी समाधान सरलता से खोज सकते हैं | यदि हमारे मन में प्रेम की भावना है तो जो कुछ भी हम सोचेंगे अथवा करेंगे वह सब सौन्दर्य और प्रसन्नता से भरपूर होगा… समस्त भारतीय संस्कृति और वैदिक दर्शनों (Indian culture & Indian Philosophy) का यही सार है…