अष्टमं महागौरी
या श्री: स्वयं सुकृतीनाम् भवनेषु अलक्ष्मी:, पापात्मनां कृतधियां हृदयेषु बुद्धि: |
श्रद्धा सतां कुलजनप्रभवस्य लज्जा, तां त्वां नताः स्म परिपालय देवि विश्वम् ||
आश्विन शुक्ल अष्टमी – भगवती के महागौरी रूप की उपासना… श्वेत वस्त्राभूषणों से सुसज्जित तथा श्वेत वृषभ पर आरूढ़ माँ महागौरी सभी की रक्षा करें
और मनोकामनाएँ पूर्ण करें... कात्यायनी...