हिन्दी पञ्चांग
रविवार, 23 सितम्बर 2018 – नई दिल्ली
विरोधकृत विक्रम सम्वत 2075 / दक्षिणायन
सूर्योदय : 06:09 पर कन्या में / उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र
सूर्यास्त : 18:16 पर
चन्द्र राशि : कुम्भ
चन्द्र नक्षत्र : शतभिषज 21:49 तक, तत्पश्चात पूर्वा भाद्रपद / पंचक
तिथि : भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी गणपति विसर्जन / अनन्त चतुर्दशी
करण : गर 18:34 तक, तत्पश्चात वणिज
योग : शूल
राहुकाल : 16:43 से 18:13
यमगंड : 12:13 से 13:43
गुलिका : 15:13 से 16:43
अभिजित मुहूर्त : 11:49 से 12:37
अन्य : बुधास्त
विशेष : भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी – अनन्त चतुर्दशी – भगवान् विष्णु के अनन्त रूप की उपासना का पर्व | इस भगवान् विष्णु के अनन्त रूप की पूजा करके “अनन्तसागरमहासमुद्रे मग्नान्समभ्युद्धरवासुदेव | अनन्तरूपेविनियोजितात्माह्यनन्तरूपाय नमो नमस्ते ||” मन्त्र का जाप करते हुए समस्त कष्टों से रक्षा करने वाला चौदह ग्रन्थियों से युक्त अनन्त सूत्र बाँधा जाता है | माना जाता है कि पाण्डवों के अज्ञातवास के दिनों में भगवान श्री कृष्ण की सलाह पर उन्होंने यह व्रत किया था जिसके बाद उनके लिए आगे का मार्ग प्रशस्त हुआ था | अनन्त चतुर्दशी जैन मतावलम्बियों के लिए भी अत्यन्त महत्त्वपूर्ण पर्व है | इस दिन चौदहवें तीर्थंकर अनन्तनाथ की पूजा अर्चना की जाती है | जैन धर्म में चौदह वर्षों तक यह व्रत करके अन्त में इसकी पारणा - उद्यापन करने की भी प्रथा है | अनन्तनाथ भगवान ने भी अन्य तीर्थंकरों की ही भाँति जीवन भर सत्य और अहिंसा के नियमों का पालन करते हुए जन साधारण को भी इसी मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया | अनन्त भगवान् सभी की मनोकामनाएँ पूर्ण करें...