आज करवाचौथ – जिसे करक चतुर्थी भी कहा जाता है – का व्रत है, जिसका पालन उत्तर भारत में प्रायः सभी विवाहित हिन्दू महिलाएँ चिर सौभाग्य की कामना से करती हैं और जिसमें गणेश पूजा का विधान है | कुछ स्थानों पर उन लड़कियों से भी यह व्रत कराया जाता है जो विवाह योग्य होती हैं अथवा जिनका विवाह तय हो चुका है | आज सायं पाँच बजे तक कार्तिक कृष्ण तृतीया रहेगी और उसके बाद कार्तिक कृष्ण चतुर्थी का आगमन होगा | चन्द्रोदय मेष राशि में सायं 06:19 पर होगा, लेकिन व्रत के पारायण के लिए चन्द्रदर्शन का समय है रात्रि आठ बजकर आठ मिनट दिल्ली में और आठ बजकर अडतीस मिनट पर मुम्बई में |
यह व्रत पारिवारिक परम्पराओं तथा स्थानीय रीति रिवाज़ के अनुसार किया जाता है | व्रत की कहानियाँ भी अलग अलग हैं | लेकिन कहानी कोई भी हो, एक बात हर कहानी में समान है कि बहन को व्रत में भूखा प्यासा देख भाइयों ने नकली चाँद दिखाकर बहन को व्रत का पारायण करा दिया, जिसके फलस्वरूप उसके पति के साथ अशुभ घटना घट गई | कथा एक लोक कथा ही है | लेकिन इस लोक कथा में इस विशेष दुर्घटना का चित्र खींचकर एक बात पर विशेष रूप से बल दिया गया है कि जिस दिन व्यक्ति नियम संयम और धैर्य का पालन करना छोड़ देगा उसी दिन से उसके कार्यों में बाधा पड़नी आरम्भ हो जाएगी | नियमों का धैर्य के साथ पालन करते हुए यदि कार्यरत रहे तो समय अनुकूल बना रह सकता है |
हम सभी नियम संयम की डोर न टूटने दें इसी कामना के साथ सभी महिलाओं को करवाचौथ व्रत की हार्दिक शुभकामनाएँ – इस आशा के साथ कि ऋद्धि सिद्धि दायक भगवान गणेश सभी के परिवारों में सुख, समृद्धि, सौभाग्य तथा स्नेह प्रेम की वर्षा करते रहें…