अगर आपने फिल्म मालामाल वीकली देखी है तो आपको अभिनेता परेशा रावल का किरदार भी बखूबी याद होगा ? मगर क्या आपने फिल्म में उनके दांतों (जो नकली थे) को गौर किया था, उन्हें पायरिया होता है जिसके बारे में फिल्म के एक सीन में जिक्र भी होता है। इस पायरिया के चक्कर में लोग उस व्यक्ति से बात भी नहीं करना चाहते जिसे ये बीमारी होती है। पायरिया की बीमारी होने पर व्यक्ति के मुंह से गंध आती है जो असहनीय होती है और इस कारण उससे लोग बात करने में हिचकिचाते हैं लेकिन ये होता कैसे है या payriya ka ilaj कैसे होता है इसके बारे में आपको जानना चाहिए।
पायरिया होने के कारण
हम सबके मुँह के अंदर लगभग 700 प्रकार के करोड़ों बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो हमें दिखाई नहीं देते लेकिन ये सभी दांतों और मुँह को बीमारियों से बचाते हैं। फिर भी अगर आप अपने मुँह, दांत और जीभ अच्छी तरह से साफ नहीं करते तो यही बैक्टीरिया हमारे दांतों और मसूड़ों को नुकसान पहुंचाने में पीछे नहीं हटते हैं। इसके अलावा अगर शरीर में कैल्शियम की कमी होती है या मसूड़ों में खराबी होती है मुंह से बदबू आने लगती है और धीरे-धीरे इसमें दांत सड़ने लगते हैं जिसे पायरिया रोग कहते हैं। इस रोग के और भी कई कारण हैं-
1. पायरिया होने पर दांतों को सहारा देने वाली जबड़े की हड्डियों को नुकसान पहुँचता है जिससे मसूड़े ख़राब और पिलपिले हो जाते हैं और उनमें से खून भी आने लगता है।
2. लिवर की खराबी के कारण रक्त में अम्लता बढ़ती है। इस दूषित अम्लीय रक्त दांतों को पायरिया से प्रभावित करते हैं।
3. मांसाहार और दूसरे गरिष्ठ भोजन पदार्थों का सेवन, पान, गुटखा, तंबाकू के सेवन से मुंह की सांसों में बदबू घुल जाती है।
3. अपने दांतों की सफाई ना करने से भी बहुत सी बीमारियां दातों में पनपती हैं और इसकी वजह से पायरिया जैसी बीमारियां हो जाती हैं।
4. धूम्रपान और तम्बाकू के सेवन से बचें क्योंकि ये पायरिया की बीमारियों को बढ़ाते हैं। पायरिया में दांतों की जड़ों से पस निकलता है।
5. शरीर में कैल्शियम की कमी से भी पायरिया हो जाता है। पायरिया में बैक्टीरिया दांतों और मसूड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं।
6. गर्म और ठंडा बर्दाश्त ना कर पाने वालों को पायरिया होने की संभावना होती है और ऐसे में अगर साथ में दांतों की सफाई ना करने वालों को भी इसके होने की शंका होती है।
पायरिया होने के लक्षण
पायरिया होने के लक्षण रोग के चरण पर निर्भर करता है। फिर भी आमतौर पर पायरिया होने पर कुछ इस तरह के लक्षण पाए जाते हैं-
1. मसूड़ों का लाल होना, मुलायम होना, मसूड़ों में सूजन आना
2. सांसों में बदबू आना
3. दांतों को ब्रश करते समय मसूड़ों में खून आऩा
4. पायरिया मसूड़ों को पीछे हटाते हुए दांतों को आगे करता है
5. मुंह का स्वाद अचानक बदलने लगता है
6. शरीर में अलग-अलग जगह सूजन आना
7. चबाने पर दर्द महसूस होना
8. दांतों के बीच गैप होना या दांत टूटकर गिर जाना
पायरिया ठीक करने के आसान इलाज
पायरिया रोग के कारण दांत कमजोर होने लगते हैं जिससे उसके टूटने का खतरा बढ़ जाता है। पायरिया से छुटकारा पाने के लिए डेंटिस्ट से सलाह लेनी चाहिए लेकिन हर कोई ऐसा नहीं कर पाते हैं। उन लोगों के लिए pyria ke gharelu upchar के बारे में आपको यहां मैं कुछ बातें बताऊंगी-
1. चुटकीभर हल्दी मे नमक और सरसों का तेल मिलाकर दातों की मालिश लगभग 15 मिनट तक ऐसे ही छोड़ दें इसके बाद लार सहित थूक दें। ऐसा आपको दिन में दो बार करना चाहिए ये पायरिया को खत्म कर देता है।
2. नीम की पत्तियों की राख, कपूर और कोयला की राख को मिलकार रात में सोने से पहले दांतों में लगाकर सोएं। फिर पानी से कुल्ला कर लें।
3. गेंहूं के दानों में भिगोकर इसके पानी से कुल्ला करना चाहिए। कुल्ला करने के बाद इसके पानी को पी लें और यही पानी मुंह में मौजूद सभी बैक्टीरिया को मारकर पायरिया ठीक होता है।
4. प्याज के एक टुकड़े को तवे पर गर्म करके दांतों के बीच 15 मिनट तक रखें और उसके बाद कुल्ला करें। दिन में 3 बार एक हफ्ते तक इसका इस्तेमाल पायरिया की समस्या को खत्म कर देता है।
5. लौंग के तेल में बहुत से गुण पाए जाते हैं इसके तेल को गुनगुने पानी में मिलाकर 1 हफ्ते तक हर दिन कुल्ला करें इससे पायरिया की समस्या दूर हो जाती है।
6. ब्रश करने के बाद राई के नमक मिक्स करके मसूड़ों और दांतों की मालिश करें। 15 मिनट के बाद इसे ऐसे ही छोड़ दें और ऐसा आपको 1 हफ्ते तक करना चाहिए।
7. घी और कपूर को मिक्स करके हर दिन दांतों की मालिश करें। इससे आपकी पायरिया की समस्या खत्म हो सकती है।
8. पीपल के पत्तों का काढ़ा बनाएं और उसमें शहद घी मिलाकर प्रतिदिन 2 बार कुल्ला करने से पायरिया और मसूड़ों की सूजन दूर हो जाती है।
9. मुल्तानी मिट्टी को पानी में भिगोकर मुंह में रखने और कुछ देर बाद थूककर कुल्ला करने से पयरिया ठीक हो जाता है। पायरिया के रोगियों को मिठाई का सेवन नहीं करना चाहिए।
10. रीठा का छिलता 250 ग्राम भूनकर बारीक चूर्ण बना लें और इसके चौथाई चम्मच चूर्ण में 5 बूंद सरसों के तेल मिलाकर मंजन करें। लगातार 2 महीने तक इससे मंजन करने से पायरिया ठीक हो जाता है।
निष्कर्ष- दांतों से जुड़ी बहुत सी समस्याएं होती हैं लेकिन पायरिया इनमें से सबसे अलग होता है। पायरिया एक ऐसी बीमारी है जो उपचार करने पर सही हो जाता है लेकिन इसका उपचार जरूर करना चाहिए। पायरिया आयुर्वेद में भी अच्छा उपचार है जिसे आपको एक बार अपनाना चाहिए। अगर आपको दांतो से जुड़ी कोई भी समस्या है तो हमारे एक्सपर्ट्स से बात कर सकते हैं।