आज के समय में घुटनों का दर्द ना सिर्फ ज्यादा उम्र के लोगों को होने लगा है बल्कि कम उम्र के लोग भी घुटने के दर्द या ज्यादा चलने से दर्द की शिकायत करने लगे हैं. मगर बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि घुटनों का दर्द सामान्य होता है या फिर इसके पीछे की वजह बढ़ती उम्र है लेकिन अगर बढ़ती उम्र है तो फिर कम उम्र के लोगों को घुटनों में दर्द क्यों होता है. ब्रिटेन में जर्नल अर्थराइटिस एंड रहेयूमेटिज़्म में पब्लिश हुए एक रिसर्च में बताया गया कि 65 साल की उम्र वालों को घुटने का दर्द सामान्य होता है लेकिन जब 50 साल या उससे कम उम्र के लोगों को घुटनों में दर्द होता है तो उसकी कोई ना कोई वजह होती है खासकर ये दर्द महिलाओं में ज्यादा होता है. हम आपको इस लेख में Ghutno Ka Dard In Hindi बताएंगे.
घुटने में दर्द के कारण
पुराने समय में घुटनों में दर्द की समस्या सिर्फ बूढ़े लोगों में होती थी लेकिन आजकल ये समस्या किसी भी उम्र में देखने को मिल जाती है. दर्द से छुटकारा पाने के लिए लोग बिना कारण ही दवा खाने लगते हैं जबकि ऐसा होना गलत होता है इससे समस्या तब तो ठीक हो जाती है लेकिन हमेशा के लिए नहीं ठीक हो पाती है. वैसे Ghutno Ka Dard इन 6 वजहों से होता है.
मोटापा - समय से पहले मोटापा आना घुटनों में दर्द का सबसे बड़ा कारण माना जाता है. शरीर का बढ़ा हुआ वजन घुटनो पर असर करता है और जब जरूरत पड़ती है तो घुटना मुड़ ना पाने की वजह से भयंकर दर्द होता है.
मांसपेशियों में बदलाव - कई बार मांसपेशियों में बदलाव होने के कारण भी उम्र से पहले जोड़ों में दर्द होने लगता है और ये समस्या 20 से 60 साल की उम्र के दौरान आती है. इस उम्र तक शरीर की 40 फीसदी मांसपेशियां सिकुड़ जाती है और इसमें शक्ती कम होने लगती है. जब हम चलते हैं या फिर शारीरिक क्रियाएं करते हैं तो कुल्हों या टांगों की मांसपेशियां शरीर का भार उठाते है और इस वजह से घुटनों में दर्द होता है.
ऑस्टियोपोरोसिस - ऐसी बीमारी आजकल 20 से 30 साल की उम्र में 14 प्रतिशत लोगों को हो जाती है. इस बीमारी में शरीर की हड्डियों की रक्षा वाले कार्टिलेज टूट जाचे हैं और जब हड्डियों को मजबूत बनाने वाले तत्व टूटते हैं तो दर्द होना शुरु हो जाता है.
अर्थराइटिस - पुराने समय में अर्थराइटिस की समस्या सिर्फ बड़ों में देखने को मिलती थीं लेकिन अब इसके शिकार बच्चे भी हो रहे हैं. अर्थराइटिस होने का खतरा सबसे ज्यादा महिलाओं में होता है और ये होने से पहले शरीर में दर्द होता है.
बर्साइटिस - घुटने में चोट लगने, भाग-दौड़ करने के कारण भी घुटनों में सूजन आ जाती है और ये समस्या सबसे ज्यादा खिलाड़ियों और जिम जाने वालों में हो जाती है. इसके अलावा जिन लोगों का वजन कुछ ज्यादा ही बढ़ जाता है तो उनके घुटनों के अलावा कंधे, कोहनी और कूल्हों में दर्द होने लगता है.
टेन्टीनाइटिस - जब भी आप सीढ़ियां चढते या उतरते हैं तो आपके घुटनों में सामने की ओर दर्द होने लगता है. टेन्टीनाटि, धावकों, स्क्वायर और साकिल चलाने वालों में ज्यादा होता है.
घुटनों के दर्द के उपचार
1. अपने भोजन में कैल्शियम की मात्रा को बढ़ाएं. जिसमें लो फैट, मिल्क, बादाम या फिर सोया जैसी चीजें इस्तेमाल करें जिससे आपका कैल्शियम मजबूत हो सके.
2. धूप की किरणों में सूर्य की किरणें होती हैं और इन किरणों को लेने वाले को विटामिन-डी मिलता है जो शरीर को मजबूत बनाता है. इसके अलावा हर दिन एक अंडे का सेवन करिए.
3. अगर घुटनों में सूजन है और दर्द बिल्कुल नहीं जा रहा तो किसी अच्छे डॉक्टर को संपर्क करना अच्छा होता है.
4. हर दिन व्यायाम करें और उसे प्राथमिकता दें जिसमें आपके घुटनों की कसरत अच्छे से होती हो. वैसे योग से भी आपके घुटनों का दर्द खत्म हो सकता है.
5. बालू या मुलायम सतह वाली जगहों पर खूब जॉगिंगि करें और पलथी मारकर छलांग लगाने की कोशिश करें. अगर इसमें ज्यादा समस्या हो रही है तो डॉक्टर से परामर्श लें.