अक्सर फिल्मों या सीरियल में आपने सुना होगा कि बालतोड़ या फिर फोड़ा-फुंसी गरीबों को होता है क्योंकि अमीर लोग तो साफ-सफाई का खास ख्याल रखते हैं। मगर इस गलतफहमी में नहीं रहे क्योंकि ये एक ऐसी चीज है जो कभी भी किसी को भी हो सकती है। Bal tor ka ilaj बहुत आसान होता है लेकिन अगर सही तरीके से नहीं किया जाता है तो इसका परिणाम लंबे समय तक भुगतना पड़ता है। एक आम धारणा है कि जब शरीर का बाल अचानक टूट जाता है तो बालतोड़ होता है लेकिन ऐसा स्पष्ट रूप में कहना गलत है। बालतोड़ के आयुर्वेद में एक नहीं कई इलाज बताए गए हैं जो एलोपैथिक उपाय से कहीं ज्यादा अच्छा होता है।
कैसे होता है बालतोड़ ?
बहुत से लोग बाल झड़ने को ही बालतोड़ समझ लेते हैं मगर Baal Ugane Ke Upay तो एक बार समझ आता हैं लेकिन बालतोड़ इससे बहुत अलग होता है. इसके अलावा लोगों के मन में सवाल होता है कि bal tor kaise hota hai तो आपको बता दें कि जब शरीर का कोई बाल जड़ सहित टूट जाता है तो लाल-लाल दिखने लगता है और उसमें गांठ पड़ जाती है। धीरे-धीरे उसमें एक संक्रमण पनपने लगता है जो सफेद सा दाना बनकर बहुत दर्द करता है। कभी-कभी ये बड़ा होकर फोड़ा बन जाता है लेकिन अगर इसके छोटे रहने पर ही इसका इलाज हो जाए तो ये ठीक हो सकता है। ये अक्सर गर्दन, बगल, कंधे और कमर में होता है। वैसे बाल तोड़ होने के कुछ ऐसे भी कारण होते हैं-
1. बालतोड़ होने का अहम करण स्टेफिलोकोकस ऑरियस जीवाणु है जो छोटे से घाव या फिर चोट के रास्ते से शरीर में घुस जाता है। इसके बाद ये बाल कूप में जाकर इंफेक्शन फैला देता है जिससे बालतोड़ होता है।
2. यह डायबिटीज होने के कारण भी हो जाता है।
3. नाक के अंदर जीवाणु जमा होने से भी बालतोड़ हो जाता है।
4. खराब रोग प्रतिरोधक प्रणाली और शरीर में पोषक तत्वों की कमी से भी ऐसा हो जाता है।
5. त्वचा की सफाई पर ध्यान ना देना और रसायन युक्त उत्पादों का सेवन करना बालतोड़ का कारण बन सकता है।
बालतोड़ के लक्षण
आमतौर पर चेहरा, गर्दन, अंडरआर्म्स, कूल्हों या फिर जांघों में बालतोड़ हो जाता है। इसकी शुरुआत छोटी सी फुंसी होती है और फिर इसका आकार चेरी से बढ़ते-बढ़ते अखरोट जैसा नजर आने लगता है। कई बार लोगों में बालतोड़ में अंतर करना मुश्किल हो जाता है लेकिन यहां हम आपको बताते हैं कि कैसे आप बालतोड़ की पहचान कर सकते हैं-
1. बालतोड़ के चारों ओर त्वचा लाल रंग की दिखती है।
2. फोड़े और उसके आसपास सूजन आ जाती है।
3. इसके कारण असहनीय दर्द भी होता है।
4. कुछ लोगों को ऐसे में बुखार भी आ जाता है।
5. पीडि़त व्यक्ति को कमजोरी, दर्द और थकावट महसूस होती है।
बालतोड़ सही करने का देसी उपचार
फोड़े की एक समस्या ये है कि ये संक्रमण के कारण होती है लेकिन अगर इनका उपचार समय पर नहीं किया लेकिन ये गंभीर हो सकते हैं। बालतोड़ को ठीक करने के लिए कुछ घरेलू उपाय भी होते हैं जिनसे आप छुटकारा भी पा सकते हैं।
1. आयुर्वेदिक डॉक्टर्स का कहना होता है कि बालतोड़ होने पर हल्दी पाउडर का लेप बहुत फायदेमंद होता है। हल्दी को दाने के चारों ओर लगा लीजिए और उसके ऊपर भी इससे बो फूट जाता है और जब तक ठीक ना हो जाए उसे लगाते रहें।
2. जिन लोगों को बालतोड़ वाले हिस्से में बहुत ज्यादा जलन होती है उन्हें मेहंदी बहुत उपयोगी उपाय हो सकता है। मेहंदी में मौजूद ठंडक के गुण बालतोड़ की जलन में फायदा करता है और इससे ये ठीक भी हो जाता है।
3. नीम में एंटीबैक्टीरियल गुण होता है जो बालतोड़ वाली जगह को कीटाणुओं से बचाता है। इसके लिए मुट्ठी भर के नीम का पत्ता लीजिए और उन्हें पीसकर लेप बना लीजिए। अब सुबह शाम प्रभावित जगह पर लगाएं।
4. प्याज में एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं जिनके कारण यह बालतोड़ के उपचार में काम आता है। प्याज का एक स्लाइस घार पर रखकर कपड़ा बांध लें जिसे एक-दो घंटे बाद हटा दें। इसके अलावा प्याज का रस भी इसपर लगा सकते हैं।
5. दही और जीरा पाउडर को मिक्स करके बालतोड़ पर लगातकर आप इसे समस्या से दूर कर सकते हैं। इस आयुर्वेदिक उपाय से आप दर्द से निजात पा सकते हैं।
6. लहसुन की दो कलियां लेकर उनका पेस्ट बनाकर बालतोड़ पर लगाएं और 15 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद इसे पानी से धुल लें और ऐसा आपको तब तक करना चाहिए जब तक वो ठीक ना हो जाए।
7. अरंडी के तेल की कुछ बूंदों को कॉटन में डालकर बालतोड़ पर लगाना चाहिए। ऐसा दिन में दो बार करने से बालतोड़ वाली जगह पर काफी आराम मिलेगा। अरंडी के तेल में रिसिनोलिक एसिड पाया जाता है जो एंटीइंफ्लेमेटरी की तरह काम करता है।
8. गर्म पानी और साफ कपड़े से उस जगह की सिकाई करें और ऐसा तब तक करें जब कर बालतोड़ ठीक नहीं हो जाता है। गर्म कपड़े से सिकाई करने से शरीर में रक्त प्रवाह अच्छा हो जाता है।
9. एलोवेरा के पत्ते को या उसके जेल को बालतोड़ पर रात में लगा दें। इसे रातभर लगा रहने दें और अगले दिन गरम पानी से धुल लें। फायदा मिलेगा।
10. दो-तीन पान के पत्ते में अरंडी के तेल को मिलाकर फोड़े पर रखें और साफ कपड़े या रूई से उसे बांध लें। ऐसा आपको रात में सोते समय करना है और जब तक उस घाव में पपड़ी ना आ जाए तब तक करें।
निष्कर्ष- बाल तोड़ त्वचा में होने वाला एक दर्दभरी बीमारी होती है जो शरीर में इंफेक्शन की वजह से हो जाती है। एलोपैथिक में तो इसका उपाय इसकी छोटी सी सर्जरी करके होता है लेकिन आयुर्वेद में इसका उपाय कुछ देसी चीजों से ही हो जाता है। फिर भी अगर आपको ये परेशानी बार-बार हो रही है तो आपको हमारे आयुर्वेद एक्सपर्ट्स से परामर्श लेना चाहिए, वो आपकी हर संभव मदद करेंगे।