आर्युवेद का भारत से पुराना नाता है क्योंकि इसमें हर परेशानी का हल आसानी से मिल जाता है. आर्युवेद पर पढ़ाई तो अब होने लगी है लेकिन इसके जरिए जितनी भी जड़ी बूटियां पाई गईं उन्हें भारत में आर्युवेद के पिटारे में एक शानदार औषधी है जिसका नाम शतावर है और ये एक ऐसा पौधा है जिसकी जड़ी को आयुर्वेद में अमृत कहा जाता है. शतावरी महिलाओं के लिए वरदान से कम नहीं है लेकिन Shatavari & Shatavari Benefits for Men भी बहुत फायदेमंद होता है. इससे पुरुषों को कई तरह के फायदे होते हैं.
शतावरी क्या है ?
शतावरी एक चमत्कारी औषधि है जिसे बहुत से रोगों के इलाज के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. खासकर इसे सेक्स शक्ति को बढ़ाने के लिए ये बहुत ही योगदान औषधि मानी जाती है. इसका पौधा झाड़ी की तरह दिखता है जिसमें फूल और मंजरियां एक से दो इंच लंबे एक या गुच्छे में लगे होते हैं. इसका फल मटर की तरह पका और लाल रंग का दिखता है. आर्युवेद के अनुसार, शतावर पुराने से पुराने रोगी के शरीर को कई तरह के रोगों से लड़ने की ताकत देता है. इसके अलावा इसका उपयोग अलग-अलग नुस्खों के लिए शरीर को पुष्ट और सुडौल बनाने में मददगार होता है.
विटामिन से भरी है ये औषधी
शतावरी को अमृत कहा जाता है और इसमें कई तरह की विटामिन पाई जाती है. इसमें कई विटामिन बी-1, विटामिन-ई की भारी मात्रा होती है ओर इसके साथ फॉलिक एसिड का भी शतावरी चूर्ण को बहुत बेहतरीन सोर्स माना जाता है. इसके इस्तेमाल से शरीर में कहीं भी सूजन नहीं आती और एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं. इसको खाने से यूरिन की परेशानी दूर होती है और फूड पाइप भी बेहतर तरीके से काम करता है.
पुरुष के लिए फायदेमंद है शतावरी (Shatavari Benefits for Men)
1. पुरुषों के लिए शतावरी उनकी आकर्षक बॉडी बनाने के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है. आपको अश्वगंदा और शतावरी चूर्ण का प्रयोग दूध के साथ करना होगा.
2. पुरुषों को संभोग करने से पहले शतावरी के चूर्ण को दूध में मिलाकर पीना चाहिए जो उनके शरीर के बल और वीर्य को बढ़ाे में मदद करता है.
3. जो पुरुष यौन शिथिलता के कारण अक्सर परेशान रहते हैं उन्हें शतावरी के चूर्ण को दूध के साथ लेना चाहिए.सिर्फ एक हफ्ते में इसके फायदे आप अपने अंदर महसूस करने लगेंगे.
4. कुछ पुरुष ऐसे भी होते हैं जिन्हें मूत्र त्यागने में समस्या होती है और इसकी वजह से वे परेशान रहते हैं उन्हें एक चम्मच शतावरी गोखरू के साथ लेना चाहिए, आराम मिलता है.
5. जिन पुरुषों के शुक्राणुओं में कमी की शिकायत होती है उन्हें भी शतावरी के चूर्ण को दूध से लेने की जरूरत होती है उनकी ये कमी दूर हो सकती है.
शतावरी खाने के और भी होते हैं फायदे
गर्भावस्था के लिए - शतावरी को गर्भवती महिलाओं के लिए सबसे अच्छा टॉनिक माना जाता है. यह गर्भ को पोषित करक गर्भवती महिलाओं के अंगो को गर्भ धारण करने की तैयारी कराता है और गर्भपात से भी बचाती है.
वजन घटाने के लिए - शरीर में बढ़े हुए वजन को कम करने में शतावरी सहायता करती है.एक कप शतावरी में 20 कैलोरीज होती है और इसे आपको रोज गर्म पानी के साथ एक चम्मच लेना चाहिए.
डायबिटीज के लिए - शतावरी मधुमेह में ग्लूकोज के स्तर को नियमत रखता है. शतावरी में सूजन घटाने के सारे गुण होते हैं और इसे आप हर दिन आधा चम्मच दूध या गर्म पानी से ले सकते हैं.
माइग्रेन में फायदेमंद - अगर आपको माइग्रेन का भीषण दर्द होता है तो एक चम्मच शतावरी को गर्म दूध के साथ लेना शुरु कर दीजिए, आराम मिलेगा.
घरेलू खांसी में फायदेमंद - शतावरी घरेलू खांसी, खराश से भी छुटकारा दिलाती है. एक रिसर्च के मुताबिक शतावरी की जड़ का रस खांसी की समस्या से छुटकारा दिलाने में नेचुरल तरीके से फायदेमंद साबित होती है.
कैंस में उपयोगी - शतावरी में ग्लूटाथिओन होता है जो शरीर की गंदगी को बाहर निकालता है और कार्सिनोजेन को खत्म कर देता है. रिसर्च में ये बात सामने आई है कि ग्लूटाथिओन हमारी सेहत के लिए बहुत जरूरी साबित होता है जो हड्डियों के कैंसर, स्तन कैंसर, लंग कैंसर और कोलन कैंसर से बचने में सहायक होता है.
हड्डियां होचीती हैं मजबूत – शरीर में विटामिन के की मात्रा कम होने से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और कभी ये टूट भी सकती हैं. इसके लिए शतावरी लाभकारी होती है क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन के होता है और इसे आप हर दिन एक दूध के साथ एक चम्मच शतावरी का चूर्ण मिलाकर पीजिए, इससे हड्डियां मजबूत होंगी.
शतावरी के नुकसान भी होते हैं
दुनिया में हर चीज के फायदे और नुकसान दोनो होते हैं अगर शतावरी में इतने सारे गुण पाए जाते हैं तो इसके कई नुकसान भी होते हैं. भले इसमें कई तरह के फायदे होते हैं लेकिन इस जड़ी बूटी को सावधानी के साथ उपयोग में लाएं क्योंकि अगर आप मूत्रवर्धक दवाइयों का इस्तेमाल कर रहे हैं तो यह औषधि उन दवाइयों के असर को खत्म कर सकता है. अगर इसका सेवन आप अधिक मात्रा में करते हैं तो हृदय संबंंधिक शिकायत हो सकती है. इसके अलावा इन चार बीमारियों को भी देती है दावत.
1. शतावरी में एक कार्बोहाइड्रेट होता है जिसे रेफिनोज कहते हैं और इसे पचाने के लिए पेट में इसका खमीर बन जाता है. इस क्रिया में गैस बन जाती है जो धीरे-धीरे शरीर से बाहर निकलती है.
2. जिन लोगों को प्याज या उसकी तरह की चीजों को खाने से एलर्जी होची है वो एलर्जी शतावरी खाने से भी हो जाती है. इसलिए अगर आपको ये समस्या है कृपया शतावरी खाने से बचें.
3. शतावरी में प्यूरीन होता है शरीर में प्यूरीन यूरिक एसि़ड बनाने के लि टूटता है और शरीर में प्यूरीन की मात्रा को बढ़ा सकती है. जिन लोगों को यूरिक एसिड से जुड़ी समस्याएं होती हैं जैसे किडनी में पथरी या गाउट उन्हें शतावरी नहीं खानी चाहिए, ऐसे लोगों को प्यूरीन युक्त खाना खाने से बचना चाहिए.
4. शतावरी को ज्यादा मात्रा में लेने से शरीर में एलर्जी हो सकती है तो हो सके तो इसका सेवन केवल 1 चम्मच ही हर दिन करें. खासकर महिलाओं को इसे ज्यादा खाने से बचना चाहिए.