Til Oil Benefits in Hindi- कुदरत ने बहुत सी ऐसी चीजें दी हैं जिनके फायदों का लाभ हम उठाते हैं. अगर हम तेलों की बात करें को बहुत सी चीजों के तेल निकाले जाते हैं और उनसे मानव जाति को कई तरह के फायदे होते हैं. उन्हीं में से एक है तिल का तेल जिसका ज्यादातर उपयोग पूजाघर में किया जाता है. तिल के तेल को सभी तेलों की रानी भी कहा जाता है और यह सदियों से उपचार तेल के रूप में प्रयोग किया जाता है. तिल के तेल के फायदे इसमें मौजूद औषधियों के गुण होते हैं. इस कारण इसे प्राचीन भारत के वेदों में मनुष्यों के लिए बिल्कुल सही बताया गया था. इस तेल में एक जीवाणुरोधी गुण होता है जो सामान्य त्वचा रोग जनकों जैसे स्ट्रेप्टोकोकस और स्टाफिलोकोकस और एथलीट पैर जैसी त्वचा कवच को ठीक करता है. मैं आपको इसके अलावा भी तिल के तेल के कई फायदे बताऊंगी.
कैसे बनता है तिल का तेल ? How to make Oil of Til ?
वनस्पति तेल को इसके बीजों से निकालकर जो दक्षिण भारत में खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसमें एक विशेष तरीके का स्वाद और सुगंध होती है. तिल के बीजों से निकाला गया तेल मालि और वैकल्पिक चिकित्सा में लोकप्रिय होता है. तिल के तेल में वसा, लिनोलेइक एसिड, ओलेइक, एसिड, विटामिन ई जैसे पोषक तत्व उपस्थित रहते हैं और इसमें कुछ मात्रा में कोलाइन भी पाया जाता है. आयुर्वेद के अनुसार तिल का तेल वात को संतुलित करने में प्रभावी होता है और कफ दोष, तीन में से दो दोष या व्यक्ति की प्रकृति को नियंत्रित करने में उपयोग किया जा सकता है.
तिल के तेल के फायदे- Benefits of Sesame Oil
सदियों से भूमध्यसागकीय और दूसरे संस्कृतियों में तिल के तेल का बहुत महत्व है और आयुर्वेदिक उपचार में इसके तेल में मालिश की जाती है. शरीर पर इसका गर्म वार्मिंग और सुखदायक प्रभाव पड़ता है. स्वस्थ दांत और मसूड़ों के लिे इसका इस्तेमाल किया जाता है और आंतो को चिकना करने के लिे तिल के तेल का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा भी तिल के तेल के कुछ फायदे होते हैं.
बालों के लिए- तिल का तेल पारंपरिक रूप से बालों को स्वास्थ्य बनाने में किया जाता है. यह बालों का रंग काला करने में और बालों को झड़ने से रोकने में मदद करता है. इसके अलावा तिल के तेल के प्रतिजीवाणु प्रभाव, किसी भी रोगाणु को खत्म करने में मदद करते हैं जो आपके सिर या बालों पर प्रभाव डालते हैं. इसे हफ्ते में दो बार 2 से 3 बूंदे हथेली पर लेकर बालों में लगाएं. इससे बालों में ना सिर्फ चमक आती है बल्कि बाल का झड़ना, बालों का काला होना और डैंड्रफ जैसी परेशानियां दूर होती हैं.
त्वचा के लिए- तिल के तेल में जिंक मौजूद होता है जो आपके शरीर और त्वचा के लिए बहुत जरूरी खनिजों में से एक होता है. यह त्वचा में आने वाले लचीलेपन को कम करके उसकी चमक को बढ़ाता है. समय से पहले बुढ़ापे के संकेतों को खत्म करने में मदद करता है. तिल के तेल का एक सनस्क्रीन के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि यह त्वचा पर एक सुरक्षात्मक परत को बनाता है जो विषाक्त पदार्थों से शरीर की रक्षा करने में मदद करता है.
दांतों के लिए- दंत चिकित्सकों द्वारा तिल के तेल की ज्यादा सिफारिश की जाती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि तिल के तेल को ऑयल पुलिंग प्रक्रिया में उपयोग किया जा सकता है. इस प्रक्रिया में आप तेल को मुंह अंदर कुछ समय के लिए भरते हैं और फिर कुल्ला कर लेते हैं. ऐसा माना गया है कि तिल के तेल का उपयोग करने से आपके मुंह के सारे हानिकारक कीटाणु खत्म हो जाते हैं.
हड्डियों के लिए- तिल के तेल में बहुत से जरूरी खनिज तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में हड्डियों के विकास में मदद करते हैं जिसका अर्थ है कि भोजन में तिल के तेल का प्रयोग आपकी हड्डियों के विकास में मदद करता है. इसके साथ ही हड्डियों की पुनर्वृद्धि की गति में मदद मिलती है और बूढ़े लोगों में तिल का ऑस्टियोपोरोसिस और उम्र से संबंधित हड्डियों की अलग-अलग बीमारियों से बचाने में मदद करता है. तिल के तेल में मौजूद जस्ता और तांबा लाल रक्त कोशिकाओँ, रक्त परिसंचरण और चयापचय के उत्पादन में भी मदद करता है.
शरीर में सूजन के लिए- तांबा स्वाभाविक रूप से सूजन को कम करने वाला पदार्थ माना जाता है. तिल के तेल में तांबे का अधिक स्तर सूजन और गठिया के रूप में अलग-अलग परेशानी को कम करने में भी मदद करता है. ये जोड़ों की सूजन कम करने, हड्डियों और रक्त वाहिकाओं को मजबूत करता है.
हृदय के लिए- दूसरे वनस्पति तेलों की तरह, तिल के तेल में मौजूद फैटी एसिड की वजह से यह खाद्य पदार्थों को स्वादिस्ट बनाता है. तिल के तेल में सेसमोल और सेसमीन सहित पॉलीअनसेचुरेडेट फैटी एसिड की एक अच्छी माभा मौजूद होता है. अगर आप अपने आहार में तिल का तेल प्रयोग में लाते हैं तो ये आपको दिल के दौरेऔर स्ट्रोक को सुरक्षित रख सकता है.
तिल के तेल के नुकसान- Side Effects of Sesame Oil
हर फायदे वाली चीजें नुकसान भी देती है. भले ही तिल के तेल के मैंने कई फायदे बता दिए लेकिन एक समस्या ये है कि हाथ से संसाधित होने के कारण तिल के तेल की मांग हमेशा इसकी आपूर्ति की तुलना में ज्यादा रहेगी. इसी कारण बहुत ही स्वस्थ पहलुओं के बावजूद तिल के तेल का उत्पादन दुनिया में अन्य वनस्पति तेलों की तुलना में कम है. तिल के बीज का सेवन करने से एलर्जी भी हो सकती है. तिल के बीज हो या उससे निकला तेल अगर आप तिल के प्रति संवेदनशील हैं तो आपको आंखोंम में, दमा या जुकाम जैसी एलर्जी हो सकती है. अगर आपको इससे कोई भी समस्या सुरुआती समय में होने लगें तो इसका सेवन तुरंत ही छोड़ देना चाहिए क्योंकि इसके बाद इसकी एलर्जी आपको और भी नुकसान कर सकती है.