Periods Aane ke Gharelu Nuskhe- महिलाओं के जीवन में कई बदलाव आते रहते हैं जैसे पीरियड्स आना, फिर शादी के बाद घर का बदल जाना, फिर प्रेग्नेंसी होती है और वे एक बच्चे को जन्म देकर दूसरा जन्म लेती हैं. इसके बाद एक मां के रूप में उनका जीवन बीत जाता है और एक महिला के जीवन की यही सच्चाई है जिसे भारतीय महिलाएं ज्यादा गंभीरता से लेती हैं. 13 से 14 साल की उम्र में लड़की को पहला पीरियड होता है और शुरुआती 2 सालों तक अनियमित पीरियड्स होते हैं. आमतौर पर पीरियड्स 3-7 दिनों तक चलता है और 21 से 35 दिनों के बीच में फिर लौटकर आता है. यही सही प्रक्रिया होती है पीरियड्स आने की लेकिन कुछ महिलाओं को 21-35 दिनों से भी ज्यादा हो जाते हैं पीरियड्स आने में कभी तो आता ही नहीं इसमें महिलाएं परेशान हो जाती हैं.
क्यों जल्दी लाना होता है मासिक धर्म ? Periods Kyu jaldi lana ?
पीरियड्स जल्दी लाने के कई कारण होते हैं. कई बार ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं जब माहवारी को जल्दी लाना जरूरी हो जाता है. इसके अलावा देरी से माहवारी होने से भी कई तरह की समस्याएं होना शुरु हो जाती हैं. इस वजह से माहवारी समय पर आना महिलाओं के लिए सही माना जाता है. यहां मैं आपको बताऊंगी कि किन परिस्थितियों में मिलाओं के लिए जरूरी होता है जल्दी पीरियड्स लाना.
1. कई बार महिलाओं को किसी पार्टी या किसी खास समारोह में जाना होता है. इस दौरान पीरियड्स में होने वली दूसरी समस्याओं से बचने के लिए महिलाओं के पास इन्हें जल्दी लाने का विकप्ल आ जाता है. ऐसा महिलाएं इसलिए सोचती हैं जिससे पीरियड्स के दौरन दर्द उन्हें उस पार्टी के दौरान नहीं सहना पड़े. इस परिस्थिति से बचने के लिए महिलएं पीरियड्स को जल्दी लाने की जरूरत महसूस करने लगती हैं.
2. मासिक धर्म चक्र का अनियमित होना भी पीरियड्स को जल्दी लाने का कारण माना जाता है. महिलाओं का मासिक धर्म चक्र नियमित होने पर पीरियड्सल 20 से 35 दिनों के बीच आता है. महिलाओं के अनियमित पीरियड्स महिलाओं को कई तरह की परेशानियों में डाल सकते हैं. इन परेशानियों से बचने के लिए महिलाएं पीरियड्स जल्दी लाने की सोचने लगती हैं.
3. जब 12 महीनों तक पीरियड्स मिस होने को रजोनिवृति कहते हैं. रजोनिवृत्ति की समस्या भी पीरियड्स को प्रभावित करती है. जिसकी वजह से आपके पीरियड्स अनियम हो जाते हैं और ये समस्या आने पर डॉक्टर्स से सलाह लेनी चाहिए.
4. ज्यादातर महिलाओं के दिमाग में ये प्रश्न रहता है कि क्या जल्दी पीरियड्स लाने से प्रेग्नेंसी को टाला जा सकता है ? महिलाओं की शारीरिक बनावट इस तरह से होती है कि वो बच्चे को जन्म देने में सक्षम होती हैं लेकिन प्रेग्नेंसी के लिए तैयार नहीं होती. इसलिए वे पीरियड्स जल्दी लाना चाहती हैं.
5. माहवारी को जल्दी ना लाने की बाधाओं में स्तनपान भी शामिल होता है. दरअसल स्तनपान कराने वाली महिलाओं के मासिक धर्म कई बार रुक जाते हैं, ऐसा उनके शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव होते हैं.
मासिक धर्म देर से क्यों आते हैं ? Periods der se aane ke kaaran
अगर कोई महिला प्रेग्नेंट नहीं है तो उनके मासिक धर्म में देरी होना कई तरह की समस्या का संकेत होता है. इन समस्याओं के कारण ना सिर्फ उनका मासिक धर्म निर्धारित समय अवधि से आगे बड़ता है बल्कि कई बार होता ही नहीं है. यह आपके शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव और कई चिकित्सिक स्थितियों की ओर इशारा करता है. सामान्य तौर पर महिलाओं के जीवन में माहवारी के शुरु चरण और रजोनिवृत्ति समय दो पड़ावों के माने जाते हैं. इन दोनों परिस्थितियों में महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव लाना शुरु कर देते हैं. जिन महिलाओं को रजोनिवृत्ति नहीं होती, उनको 28 दिनों के अंदर पीरियड्स होते हैं जबकि सामान्य तौर पर महिलाओं में 21 से 35 दिनों के बीच पीरियड्सल हो जाते हैं, अगर ऐसा नहीं होता है तो यह पीरियड्स में देरी समझी जाती है और इनके नीचे दिए कुछ कारण हो सकते हैं.
1. ज्यादा तनाव में रहना
2. वजन कम या ज्यादा होना
3. पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम
4. जन्म नियंत्रण याप्रेग्नेंट नहीं होने पर दवा लेना
5. ऐसा रोग जो लंबे समय से चला आ रहा
7. पीरियड्स जल्दी लाने की मेडिसिन
पीरियड्स ना आने के कारण- Reasons for not having periods
महिलाओं को हर महीने माहवारी का होना एक नेचुरल बात है. स्वस्थ रहने के लिए इनका समय पर आना जरूरी होता है और जब अनियमित पीरियड्स हो जाते हैं तो हेल्थ संबंधित समस्याएं होने लगती है. मूड चिड़चिड़ाने लगता है, कमर के पिछले हिस्से में दर्द रहता है, स्तन भी कठोर हो जाते हैं. वैसे पीरियड्स नहीं आने के ऐसे भी कुछ कारण हो सकते हैं-
2.हार्मोंस में असंतुलन रहना
3. गर्भाशय में कोई विकार हो जाना
4.शरीर में पोषक तत्वों की कमी होना
5.अचानक वजन बढ़ जाना
6.ज्यादा एक्सरसाइज या शारीरिक काम करना
7.गर्भनिरोक गोलियों का सेवन ज्यादा करना
जल्दी पीरियड्स लाने के घरेलू नुस्खे- Periods Aane ke Gharelu Nuskhe
एलोवेरा- अनियमित पीरियड्स के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल करें. एलोवेरा की पत्तियों के बीच में पीले रंग का एक पदार्थ होता है जो पीरियड्स की समस्या में फायदा पहुंचाता है. एलोवेरा में विटामिन ए, सी, ई, बी12 के साथ ही फोलिक एसिड और एमिनो एसिड होता है. एलोवेरा की एक पत्ती लेकर उसे 2 भागों में काटकर उनमें से जेल निाल लें. इस जेल में एक चम्मच शहद मिलाएं और इसका सेवन सुबह खाली पेट करें. लेट पीरियड्स के लिए इसका इलाज एक-दो महीने तक नियमित रूप से करें.
पपीता- आधा पका पपीता अनियमित पीरियड्स के लिए फायदेमंद होता है. पपीते में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो गर्भाशय की मांसपेशियों के संकुचन में मदद करते हैं और पीरियड्स शुरु हो जाते हैं. इससे मिलने वाले कैरोटीन एस्ट्रोजन हारमोंस बढ़ते हैं जिसके परिणामस्वरूप पीरियड्स आने लगते हैं. पपीते का सेवन आप कच्चा या जूस बनाकर कर सकती हैं लगभग 200ML पपीते का जूस या आधा कटोरा कटा हुआ पपीता दिन में दो बार खाएं, लेकिन याद रहे पीरियड्स होने के दौरान पपीता नहीं खाएं.
विटामिन C- विटामिन सी की ज्यादा मात्रा शरीर में होने से एस्ट्रोजन लेवल बढ़ता है. महिलाओं की बॉडी में बढ़ा हुआ एस्ट्रोजन लेवल गर्भाशय को उत्तेजित करता है और पीरियड्स शुरु हो जाते हैं. विटामिन सी आपको संतरे, मौसमी जैसे खट्टे फलों और बोकोली टमाटर में मिल जाएगा. जिन महिलाओं को अनियमित पीरियड्स होते हैं उन्हें ये सब खाना चाहिए.
अंगूर का रस- सही समय पर मासिक धर्म लाने के लिए अंगूर का सेवन जरूर करें. अंगूर में पोत्ताशियम, पेक्टिन, कॉपर, विटामिन्स और फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. अंगूर का रस पीने से शरीर से हानिकारक टॉक्सिक बाहर निकलते हैं. पीरियड्स शुरु होने से 2 हफ्ते पहले अंगूर का जूस लेना शुरु कर दीजिए, इससे माहवारी ना आने की संभावना काफी हद तक खत्म हो जाती है.
अदरक- पीरियड टाइम पे लाने के लिए सबसे असरदार उपायों में अदरक लेना चाहिए. अदरक में कई ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो मासिक धर्म लाने में मदद करता है. अदरक की तासीर गर्म होती है और इसके सेवन से गर्भाशय में गर्मी पैदा होती है. एक बड़े कप पानी में आधा चम्मच पिसी हुई अदरक मिलाकर 5 मिनट उबालें. छोड़ा ठंडा होने पर एक चम्मच शहद मिलाकर इसे पिएं. इसके अलावा दिन में दो बार अदरक की चाय का भी सेवन करें.