कुदरत में सबसे ज्यादा किसी चीज को बढ़ावा दिया गया है तो वो परिवर्तन है. परिवर्तन जीवन का नियम है और ये इंसानों में भी मुख्यरूप से होता है. बचपन में लड़के-लड़कियां सभी लगभग एक जैसे ही नजर आते हैं लेकन बढ़ती हुई उम्र के साथ दोनों में बदलाव आता है. जिस तरह से लड़कों की आवाज भारी और चेहरे पर दाढ़ी मूंछ आती है वैसे ही लड़कियों में स्तन बढ़ने के साथ-साथ माहवारी भी शुरु हो जाती है. मासिक धर्म महिलाओं के शरीर की सामान्य प्रक्रिया होती है और यह प्रक्रिया प्रजनन से संबंध रखते हैं मगर कभी कभी ये मिस भी हो जाते हैं. मैं Periods Missed Hone Par Kya Kare In Hindi में आपको बताऊंगी.
पीरियड्स मिस होने के कारण - Periods Miss Hone Ke Karan
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन सबसे ज्यादा समस्या अनियमित पीरियड्स की वजह से सामने आती है. पीरियड्स अगर समय पर नहीं हो तो मन में कई तरह की आशंकाएं आ जाती हैं और फिर महिलाओं को एहसास होता है कि कहीं कुछ गड़बड़ तो नहीं है. सामान्य तौर पर पीरियड्स मिस होने को प्रेग्नेंसी से जोड़कर देखा जाता है लेकिन यह पूरी तरह से सच नहीं होता है. दरअसल पीरियड्स में गड़बड़ी बहुत से हार्मोंस के बदलाव के कारण होता है लेकिन शादीशुदा लोग इसे मिस होने को प्रेग्नेंसी मान लेती हैं. कुछ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, महिला 3 महीने में अपना एक पीरियड मिस कर देती है तो उसे गंभीर समस्या हो सकती है इसके अलावा उनके कामकाज और उनके वातावरण के माहौल का फर्क भी पीरियड्स पर पड़ता है.Periods Missed Hone Par Kya Kare का सवाल कई लोग ढूंढते हैं जिसे महिलाओं को जानना भी चाहिए.
तनाव - तनाव की वजह से भी पीरियड्स मिस होना आम बात होती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि तनाव का असर हॉर्मोंस पर भी पड़ता है और पीरियड्स आने में देरी होने लगती है.
शरीर का दुबला-पतला होना - अनियमित पीरियड्स का होना शरीर के वजन पर भी निर्भर करता है. अगर किसी महिला का वजन बहुत ज्यादा कम है तो पीरियड्स मिस हो सकता है.
ज्यादा एक्सरसाइज - ज्यादा एक्सरसाइज करना शरीर के लिए तो फायदेमंद होता है लेकिन महिलाओं के पीरियड्स के लिए सही नहीं होता है. जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने पर हॉर्मोंस पर असर डालता है और पीरियड्स मिस हो जाते हैं.
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम - जीवनशैली में बदलाव आने के कारण आजकल की महिलाएं पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की शिकार हो रही हैं. इसकी वजह से महिलाओं में ना सिर्फ अनियमित पीरियड्स की समस्या बनी रहती हैं बल्कि वजन बढ़ने, बाल झड़ने, चेहरे पर दाग धब्बे जैसी कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
इन वजहों से भी हो सकते हैं पीरियड्स मिस
1. मासिक धर्म होना शुरु होने की उम्र या मेनोपॉज की उम्र
2. अंडाशय में सिस्ट होना या परिवार में किसी को पीसीओएस का होना
3. हार्मोन चिकित्सा होना
5. ज्यादा व्यायाम करना
6. डाइट ठीक से नहीं लेना
पीरियड्स ना होने की समस्या के उपाय
भारत में कई प्रतीशत महिलाएं मासिक धर्म से जुड़ी परेशानियों का सामना कर रही हैं. इसका मुख्य कारण अस्वस्थ होना होता है और वजन बढ़ने की वजह से भी पीरियड्स मिस हो जाते हैं. छोटे गांव या कस्बे की लड़कियां भी इन बीमारियों से जूझ रही हैं लेकिन वो इसे सही कैसे करें इसकी जानकारी उन्हें नहीं होती और वे किसी से इस बारे में पूछने में भी शर्माती हैं. इसके लिए अब गावों मं कई प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं जिससे वे इन परेशानियों से बच सकें. फिर भी अगर आप इन विकारों से जूझ रही हैं तो आपको मेरे बताए इन टिप्स के बारे में पढ़ना चाहिए.Periods Missed Hone Par इन उपायों को अप्लाई कर सकते हैं.
1. ज्यादा समय तक हार्मोन की गोलियां नहीं ले वरना इसके साइडइफेक्टस भी आपको हो सकते हैं.
2. फिट रहने के लिए रोज योगा या कसरत करें लेकिन हद से ज्यादा नहीं करें.
3. वजन ज्यादा है तो योगा बेस्ट ऑप्शन होता है जिससे आप अपना वजन भी कम कर सकते हैं और आपको कोई परेशानी भी नहीं होगी.
4. जो महिलाएं स्पोर्ट्स या एथलीट में हैं उन्हें अच्छी डाइट लेनी चाहिए और कैलोरी का सेवन ज्यादा करना चाहिए.
5. अगर आपको ज्यादा तनाव रहता है तो ध्यान लगाएं, योग करें या फिर किताबें पढ़ें या फिर ऐसी तरनीकों का सहारा लें जिससे आपका दिमाग शांत हो और कहीं और लगे.
6. अपने शुगर और थाइराइड का स्तर हमेशा कंट्रोल में रखें नहीं तो मासिक धर्म में समस्या बनी रहती है.
7. जिन महिलाओं को पीसीओएस होता है उन्हें पीरियड्स मिस होने का खतरा ज्यादा होता है इसके लिए अपने डॉक्टर की भी सलाह ले सकती हैं.
पीरियड्स ना होना भी नुकसान करता है-Periods Miss Hone ke Nuksan
पीरियड्स नहीं होना एक समस्या है और इसका इलाज किया जा सकता है. पीरियड्स को सामान्य रूप से लाने के लिए हार्मोन थेरेपी की जाती है. पीरियड्स बार-बार मिस होने पर बच्चे पैदा करने में भी समस्या आ सकती है जिसके लिए फर्टिलिटी ट्रीटमेंट किए जाते हैं. नियमित रूप से चेकअप और जीनव की गुणवत्ता को सही बनाए रखने के लिए भी किए जा सकते हैं. इसमें कई परेशानियां तब होती हैं जब हार्मोन ट्रीटमेंट का असर धीमे होता है या नहीं होता है. वैसे पीरियड्स मिस होने पर आती हैं कई परेशानियां.
1. पीरियड्स ना होने पर सबसे ज्यादा परेशानी प्रजनन क्षमता में कमी आती है.
2. पीरियड्स मिस होने की समस्या होने के कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं जिसेस फ्रेक्टर होने का खतरा रहता है.
3. पीरियड्स मिस होने पर मोटे लोगों मे दिल से संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
4. जो महिलाएं एथलीट हैं उन्हें उम्र के साथ-साथ ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
5. जिन महिलाओं को पीरियड्स की समस्याएं होती हैं उन्हें गर्भाशय कैंसर होने का जोखिम भी हो सकता है.
इन वजहों से कम आता है मासिक धर्म - Masik Dharm Kam Ana
महिलाओं को माहवारी होना उनके शरीर का जरूरी हिस्सा होता है.आसान भाषा में बताया जाए तो महिलाओं के शरीर का प्रजनन के लिए तैयार होने पर भी पीरियड्स आना शुरु हो जाता है. हर महिला का मासिक धर्म चक्र अलग-अलग होता है. एक्सपर्ट्स की माने तो मासिक धर्म के चक्कर की अवधि 21 से 35 दिनों की होती है और इस अगर इसमें दिन ऊपर-नीचे हो सकते हैं.ऐसा माना जाता है एक पैड करीब 5 मिली रकत को सोखता है. अगर शरीर में रक्त की कमी होती है तो मासिक धर्म का कम आना आम बात है लेकिन फिर भी कोई समस्या है तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लें.
निष्कर्ष- महिलाओं में पीरियड्स की समस्या एक आम बात है। कभी-कभी पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई तरह की समस्याएं आ जाती हैं और ये समस्याएं महिलाओं को असहनीय दर्द दे जाती हैं। कुछ महिलाएं इसका उपचार घर में कर लेती हैं लेकिन वो ज्यादातर असफल होता है लेकिन अगर पीरियड्स समस्या है तो आपको हमारे स्त्री रोह विशेषज्ञ से सलाह जरूर लेनी चाहिए।