फिल्मों में अक्सर एक ऐसा कलाकार है जो अंग्रेजों का किरदार निभाता है, इसलिए क्योंकि उसका स्किन कलर बहुत सफेद होता है जो अंग्रेजों की तरह गोरा दिखता है। उसका नाम तो याद नहीं लेकिन वो फिल्म तीस मार खान में दिखाया गया था। क्या आप जानते हैं कि वो गोरा नहीं था बल्कि उसके शरीर में सफेद दाग थे ? सफेद दाग एक तरह की बीमारी है और safed daag ka ilaj थोड़ा मुश्किल है इसलिए अक्सर लोग इसमें परहेज करते हैं। अब ये परहेज कब और कैसे करते हैं ये एक अहम सवाल है।
सफेद दाग के कारण
त्वचा पर सफेद दाग कोई बड़ी और गंभीर बीमारी नहीं है, जितना लोग इसे गंभीरता से लेते हैं। लोग सफेद दाग वालों से भागते हैं ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें लगता है कि ये छुआछूत का रोग है मगर ऐसा नहीं होता है। कुछ लोगों में ये दाग पीड़ित पैरेंट्स से हो जाता है लेकिन इसकी संभावना 2 से 4 फीसदी ही होता है। इसके अलावा सफेद दाग होने के कारण कुछ इस तरह से हैं-
1. बच्चों में ये रोग क्रॉनिक इन्फेक्शन की वजह से यानी लगातार गला खराब, पेट खराब या खून की कमी से हो जाता है।
2. त्वचा का ज्यादा धूप, तनाव या किसी औद्योगिक कैमिकल्स के ज्यादा समय तक संपर्क में आना।
3. बड़ों में ये ऑटो इम्युन डिसऑर्डर के कारण से थाइरॉइड होता है और इससे सफेद दाग की आशंका हो जाती है।
4. एलोपेशिया एरियाटा भी एक ऑटो इम्युन डिसऑर्डर है जिसमें सिक्के के रूप में शरीर में सफेद दाग हो जाते हैं।
5. कुछ मामलों में सफेद दाग मस्से या बर्थ मार्क के कारण हो जाता है।
6. जब उत्पादन करने वाली कोशिका जो हमारे बाल, त्वचा, होंठ के रंग बदलने लगते हैं और वे काम करना बंद कर देते हैं या नष्ट होते हैं।
7. कोशिकाओं के काम करना बंद करने से या तो वो सफेद रंग में परिवर्ति हो जाता या त्वचा का रंग बेहद कम होने लगता है।
8. ऐसे विकार का होना जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली खुद रंग उत्पादन करने वाली कोशिकाएं होती हैं जो नष्ट होती जाती है।
सफेद दाग के लक्षण
सफेद दाग का सबसे मुख्य लक्षण त्वचा के रंग का कुछ-कुछ जगहों पर फीका पड़ने लगता है या फिर सफेद दाग होने लगता है। आमतौर पर इस रोग में सूरज की किरणों के संपर्क में आने वाली त्वचा को ज्यादा नुकसान होता है जिसमें हाथ, पैर, भुजा, चेहरा होंठ पहले छतिग्रस्त होने लगते हैं। ये बताना मुश्किल होता है कि ये दाग कितना बढ़ सकता है क्योंकि इसमें ये कम भी रह सकता है या पूरा शरीर सफेद पड़ सकता है। मगर सफेद दाग के लक्षण की शुरुआत ऐसे होती है-
1. त्वचा के रंग का फीका पड़ना या सफेद हो जाना।
2. समय से पहले सिर के बाल, दाढ़ी, भौहें, पलकें या बालों का रंग उड़ जाना या सफेद हो जाना।
3. नाक और मुंह के अंदर की त्वचा की परत के ऊतकों यानी टिश्यू का रंग हल्का हो जाना या सफेद पड़ जाना।
4. रेटिना के अंदरूनी परत का रंग फीका पड़ जाना।
5. शरीर में जगह-जगह लाल रंग चकत्ते पड़ते हैं और फिर एक-दो दिन में ये सफेद रंग का रूप लेने लगते हैं।
सफेद दाग से बचाव
1. अपनी त्वचा को सूरज की किरणों और दूसरी यूवी लाइट्स जैसे स्रोतों से बचाएं और अगर आप विटिलाइगो से ग्रसित हैं या हैं या किसी विशेष रूप से आपकी त्वचा का रंग कहीं से फीका पड़ रहा है तो ब्रोड-स्पैक्ट्रम और वाटर रेसिस्टेंट सन-स्क्रीन का प्रयोग करें।
2. सूरज की किरणों से अपनी त्वचा को बचाकर आप सनबर्न या लंबे समय तर त्वचा को क्षति पहुंचाए इनसे बचें। सनस्क्रीन का प्रयोग टेनिंग को भी कम करता है जो सामान्य त्वचा और फीके पड़े हुए दागों में अंतर को रोकता है।
3. टैटू बनवाते समय बहुत सी चीजों का ख्याल रखना पड़ता है और अगर किसी को ये बीमारी अभी शुरु ही हुई है तो उन्हें टैटू नहीं बनवाना चाहिए. क्योंकि टैटू बनवाने के 2 हफ्ते बाद ही सफेद दाग हो जाते हैं.
सफेद दाग ठीक करने के देसी इलाज
त्वचा पर सफेद दाग का होना बड़ी समसस्या नहीं है बस इसके लिए आपको आयुर्वेदिक दवाओं का सहारा लेना पड़ेगा और साथ ही परहेज करना चाहिए. परहेज से ये बीमारी 60 प्रतिशत तक कम होती है और ऐसा कई एक्सपर्ट्स का कहना है-
1. बथुए की पत्तियों का इस्तेमाल भी सफेद दाग के उपचार के तौर पर किया जाता हैसब्जी बनाने से लेकर इसकी पत्तियों रस लगाने से भी आराम मिलता है।
2. एलोवेरा की पत्तियां से निकलने वाला जेल सफेद दाग वाले हिस्से पर लगाएं और अच्छे से मसाज करें। सूखने पर इसे पानी की सहायता से धुल लें और ऐसा दिन में 2-3 बार इस्तेमाल करें।
3. सरसों का तेल स्किन से लेकर बालों तक हर जगह फायदेमंद होता है। इस तेल में हल्दी पाउडर मिलाकर उसे सफेद दाग पर लगाना चाहिए। सूखने के बाद ठंडे पानी से धुल लें।
4. नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर दाग वाले हिस्से पर लगाएं। नीम की पत्तियों के जूस में शहद मिलाकर पीना भी लाभकारी होता है इसका असर इस बीमारी में जल्दी होता है।
5. अदरक के छोटे टुकड़े को सफेद दाग वाली जगह पर हल्का-हल्का रगड़ें। इससे उसका रस त्वचा तक पहुंचता है और अदरक में मौजूद मिनरल्स स्किन की इस समस्या को दूर करने में मदद मिलती है।
6. छाछ सबसे हेल्दी डाइट होती है और सफेद दाग होने पर लिक्विड डाइट बहुत फायदेमंद होती है। इसलिए हर दिन छाछ पीने से इस बीमारी से दूर हुआ जा सकता है।
7. लाल मिट्टी को सफेद दाग में रामबाण माना जाता है जबकि शहर में रहने वाले कम लोगों को ही इस बात की जानकारी है और ग्रामीण जगहों पर तो लोग इस बीमारी के इलाज के लिए लाल मिट्टी का ही इस्तेमाल करते हैं।
सफेद दाग में परहेज
1. हरी मिर्च और खट्टी चीजें सफेद दाग होने पर नहीं खानी चाहिए और अगर इसका सेवन करें भी तो बहुत ही कम मात्रा में, वरना इसका असर बहुत गहरा होता जाता है।
2. सब्जियों में इमली, लहसुन, बैंगन, नींबू, टमाटर, अजमोद और पपीता सफेद दाग में नुकसान करता है तो इनसे दूर रहें।
3. फलों में तरबूज, खरबूज, संतरा, करौंदा, अमरूद, सीताफल, काजू जैसी चीजों से भी दूरी बनाकर रखना चाहिए।
4. जंक फूड, चॉकलेट, कॉफी, कार्बोनेटिड पेय पदार्थ, तीखी, चिकनी या मसालेदार चीजों से भी परहेज करना चाहिए।
5. सफेद दाग होने पर मछली और लाल मीट से भी दूरी बनाकर रखना चाहिए।
निष्कर्ष- शरीर में सफेद दाग का होना लोगों को शर्मिंदगी महसूस कराने लगती है लेकिन इसमें कोई ऐसी बात नहीं होनी चाहिए। सफेद दाग कोई संक्रमण बीमारी नहीं है और इसके बारे में सबको बताना चाहिए। फिर भी अगर आप इस बीमारी से जूझ रहे हैं और कुछ समझ नहीं आ रहा है तो आपको हमारे एक्सपर्ट्स से बात करनी चाहिए, आपकी हर संभव मदद की जाएगी।