Irregular Periods In Hindi- महिलाओं में अनियमित पीरियड्स की समस्या होना आम बात है. जब एक लड़की 13 या 14 साल की होती है तब उसे पहली बार पीरियड्स आने शुरु होते हैं और तब अनिमित ही रहते हैं लेकिन अगक 2 सालों के बाद भी पीरियड्स नियमित नहीं होते तब ये एक समस्या की बात हो जाती है. मेडिकल भाषा में इसे मासिक धर्म की अनियमता या ओलिगोमेनोरहि कहा जाता है. आमतौर पर 21 से 35 दिनों के अंदर पीरियड्स आते हैं लेकिन जिन महिलाओं का पीयिरड नियमित रहता है तो उन्हे साल में 11 से 13 बार पीरियड्स आते हैं लेकिन अगर साल में 6 से 7 ही पीरियड्स आते हैं तो इसे अनियमित पीरियड्स कहा जा सकता है.
अनियमित पीरियड्स के कारण - Reasons for Irregular Periods
अगर आपके पीरियड्स नियमित नहीं है तो इसकी कई वजहें हो सकती हैं जैसे एनीमिया, थाईराइड, हार्मोनल असंतुलन, लिवर की समस्या, डायबिटीज, एक्सरसाइज को बढ़ा देना, धूम्रपान, एल्कोहल, कैफीन, टेंशन लेना या गर्भ निरोधक पिल्स लेना. पीरियड्स के शुरुआती दिनों में अनियमिता तो हो सकती है लेकिन कुछ सालों के बाद यह अपने आप ही नियमित रूप से होने लगता है. मगर फिर भी आपके पीरियड्स नियमित नहीं तो उसके ये कारण हो सकते हैं.
1. ओवरी में सिस्ट यानि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम भी अनियमित मासिक धर्म का कारण हो सकता है.
2. वजन का ज्यादा बढ़ जाना
3. हार्मोनल गर्भनिरोधक का असर
4. किसी बात के लिए गहराई से सोचना और तनाव में रहना
5. किसी यात्रा में होने वाली शारीरिक थकान
6. बिना पता चले प्रेग्नेंट हो जाना जिसका पता बाद में चले
अनियमित पीरियड के समाधान -Solution of Irregular Periods
अदरक - पीरियड्स को नियमित करने के लिए अदरक बहुत लाभकारी औषधी है और इससे पीरियड्स के दौरान होने वाला दर्द भी कम होता है. आपको इसके लिए आधा चम्मच पिसा हुआ अदरक लेना होगा और इसे एक कप पानी में करीब 10 मिनट तक उबाल लें और फिर इसमें थोड़ी सी शक्कर मिलाकर खाना खाने के पाद तीन बार पीएं. ऐसा कम से कम एक महीने तक करिए आराम मिलेगा.
कच्चा पपीता - हरा कच्चा पपीता गर्भाशय की ग्रीव में हड्डियों के फाइबर से जुड़कर पीरियड्स को नियमित करने में आपकी मदद करता है. कुछ महीनों तक आपको रोज कच्चे पपीते का जूस पीना होगा इससे दर्द में भी आराम मिलेगा और अनियमित पीरियड की चिंता भी दूर रहेगी.
हल्दी - हल्दी शरीर में गर्मी को पैदा करती है और आपको हार्मोंस नियंत्रित करके माहवारी को नियमित कर देती है. इसमें एंटीस्पास्मोडिक और एंटीइंफ्लेमेटरी तत्व पाए जाते हैं जो माहवारी के दर्द को कम करता है. इसके लिए एक चौथाई हल्दी को दूध, शहद या गुड़ के साथ लीजिए और इसका सेवन हर दिन करिए इससे आपको लाभ जरूर मिलेगा.
सौंफ - सौंफ में एंटीस्पास्मोडिक तत्व होते हैं जो पीरियड्स को नियमित रखने में आपकी मदद कर सकता है. इसके साथ ही यह फीमेल सेक्स हार्मोंस को भी कंट्रोल करता है.
पुदीना - सूखे पुदीने और शहर का एक मिक्सचर बनाइए और और इसे एक चम्मच शहद के साथ लीजिए. ये एक आर्युवेदिक उपाय होता है जिससे आपकी अनियमित माहवारी नियमित रूप से होने लगेगी.
गाजर का जूस - गाजर में आयरन पाया जाता है और अनियमित पीरियड्स को नियमित करने के लिए गाजर का जूस आपको फायदा दे सकता है. अनियमित पीरियड्स को सही करने के लिए आपको 3 महीने तक एक गिलास गाजर का जूस पीना चाहिए.
योगा से जरूर हो सकता है फायदा
वैसे अनियमित पीरियड को नियमित करने के लिए योगा भी अच्छा ऑप्शन होता है. इसके लिए अधोमुख श्वानासन बहुत अच्छा योग होता है. इसमें सबसे पहले जमीन पर एकदम सीधे खड़े हो फिर उसके बाद दोनों हाथों को आगे करते हुए नीचे जमीन की ओर झुक जाएं. झुकते समय आपके घुटने सीधे होने चाहिए और कूल्हों के ठीक हों इस बात का ख्याल रखना जरूरी है. जबकि आपके दोनों हाथ कंधों के बराबर नहीं बल्कि इससे थोड़ा सा पहले झुका होना चाहिए. अपने हाथों की हथेलियों को झुकाकर उसे फैलाएं और उंगलियां समानांतर अवस्था में रखें. इसके बाद श्वास छोड़ें और अपने घुटनों को अधोमुख श्वानासन मुद्रा में करने के लिए हल्का सा धनुष के आकार में मोड़ें और एड़ियों को जमीन से ऊपर उठाने की कोशिश करें. इस प्वाइंट पर अपने कूल्हों को पेल्विस से अच्छे खींचे और हल्का सा प्यूबिस की ओर दबाएं. फिर हाथों को पूरी तरह जमीन पर कंधों के नीचे से आगे की ओर फैलाए रखें, लेकिन उंगलियां जमीन पर फैली हो इस बात का ख्याल रखना होगा. फिर अपने घुटनों को जमीन पर झुकाएं और कूल्हों को जितना हो सके ऊपर उठाएं.
महिलाओं में बहुत सारी समस्याएं आती हैं जैसे पीरियड्स को लेकर या फिर प्रेग्नेंसी को लेकर तो ऐसे में आपको मेरे इन लेखों को जरूर पढ़ना चाहिए -
1. period ruk jaye to kya kare (पीरियड्स रुक जाएं तो क्या करें)
2.Pregnant Kaise Hote Hai (प्रेग्नेंट कैसे होते हैं)
3. Kya Pregnancy Me Periods Hote Hai In Hindi (क्या प्रेग्नेंसी में पीरियड्स होते हैं)
4. Periods Problem Solution In Hindi (पीरियड्स में होने वाली समस्या और समाधान)
5. Pregnancy Test Tips In Hindi (प्रेग्नेंसी टिप्स)