शरद की प्रथम रात्रि
शरद के षोडश कला पूर्ण चन्द्र की चन्द्रिका के अमृत रस में भीगी ये रात वास्तव में बड़ी सुहानी होती है... मान्यता है कि आज की ही रात भगवान श्री कृष्ण ने गोपियों संग महारास रचाया था... यह वह समय होता है जब मौसम में परिवर्तन आरम्भ होता है और शीत ऋतु का आगमन होता है... इसीलिए इस रचना को शीर्षक दिया है... शरद की ये प्रथम रात्रि... कात्यायनी...
https://youtu.be/diU1da8wPAw