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अपनी समृद्ध परंपराओं का,आओ मिलकर मान बढ़ाएंगे।* *आर्यवर्त के वासी हैं हम , अब अपना नववर्ष मनाएंगे

20 दिसम्बर 2021

20 बार देखा गया 20
अपनी समृद्ध परंपराओं का,आओ मिलकर मान बढ़ाएंगे।*
*आर्यवर्त के वासी हैं हम , अब अपना नववर्ष मनाएंगे

*हवा लगी पश्चिम की , सारे कुप्पा बनकर फूल गए।*
*ईस्वी सन् तो याद रहा , पर अपना संवत्सर भूल गए।।*

*चारों तरफ नए साल का , ऐसा मचा है हो-हल्ला।*
*बेगानी शादी में नाचे , जैसे कोई दीवाना अब्दुल्ला।।*

*धरती ठिठुर रही सर्दी से , घना कुहासा छाया है।*
*कैसा ये नववर्ष है , जिससे सूरज भी शरमाया है।।*

*सूनी है पेड़ों की डालें , फूल नहीं हैं उपवन में।*
*पर्वत ढके बर्फ से सारे , रंग कहां है जीवन में।।*

*बाट जोह रही सारी प्रकृति , आतुरता से फागुन का।*
*जैसे रस्ता देख रही हो , सजनी अपने साजन का।।*

*अभी ना उल्लासित हो इतने , आई अभी बहार नहीं।*
*हम अपना नववर्ष मनाएंगे , न्यू ईयर हमें स्वीकार नहीं।।*

*लिए बहारें आँचल में , जब चैत्र प्रतिपदा आएगी।*
*फूलों का श्रृंगार करके , धरती दुल्हन बन जाएगी।।*

*मौसम बड़ा सुहाना होगा , दिल सबके खिल जाएँगे।*
*झूमेंगी फसलें खेतों में , हम गीत खुशी के गाएँगे।।*

*उठो खुद को पहचानो , यूँ कबतक सोते रहोगे तुम।*
*चिन्ह गुलामी के कंधों पर , कबतक ढोते रहोगे तुम।।*

*अपनी समृद्ध परंपराओं का,आओ मिलकर मान बढ़ाएंगे।*
*आर्यवर्त के वासी हैं हम , अब अपना नववर्ष मनाएंगे *
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रचनाएँ
हिंदी रचनाएं और कविताएं
5.0
हिंदी रचनाएं और कविताएं
1

मन की भाषा

28 नवम्बर 2021
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<div>✍️ मन की भाषा तू ही जाने</div><div> और न जाने कोई दाता<

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*किसी रिश्ते में जुड़ना या बिछड़ना,* *ये प्रारब्ध है..!*

28 नवम्बर 2021
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1
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<div><br></div><div> ✍️ *किसी रिश्ते में जुड़ना या बिछड़ना,*</div><div><br></

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हुआ समर्पण मिटी चाह सब

28 नवम्बर 2021
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<div> हुआ समर्पण </div><div> मिटी चाह सब</div><div>

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हमने *कुदरत* को *उजाड़ने* में कोई *कसर* नहीँ छोडी, आज अब *कुदरत* की *बारी* है,,,,!!!

28 नवम्बर 2021
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1
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<div> *धन* आते ही *सुख* मिलेगा इसकी कोई *गारंटी* नहीँ,</div><div> किन्तु *

5

*क्षमा* उन फूलों के समान है जो *कुचले* जाने के बाद भी *खुशबू* देना बन्द नहीँ करते,

28 नवम्बर 2021
3
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1

<div><br></div><div> *क्षमा* उन फूलों के समान है जो *कुचले* जाने के बाद भी *खुशबू* देना बन्द

6

*""समय,

28 नवम्बर 2021
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*"""""इस दुनिया में कुछ भी"""""*<div><br></div><div> *""स्थाई नहीं

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बचपना

28 नवम्बर 2021
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अपने अन्दर का बचपना हमेशा जिन्दा रखें , क्योंकि ज्यादा समझदारी जिन्दगी को नीरस बना देती है,,,! जितनी जरुरत है उतना ही बोलिए क्यो कि जैसे, नमक खाने में ज्यादा या क

8

*धैर्य*

28 नवम्बर 2021
4
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3

<div><br></div><div> *धैर्य* रखना बहुत आवश्यक है,</div><div> माली च

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*आनंद स्वयं का है*...

29 नवम्बर 2021
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<div> &nbs

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*सुनरी यशोदा मैया* *तेरा कन्हैया..

29 नवम्बर 2021
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<div>*सुनरी यशोदा मैया*</div><div>*तेरा कन्हैया... *</div><div><br></div><div>मटकीया फोड़ गया</div><d

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कई जन्मों से बुला रहा हूँ.....

29 नवम्बर 2021
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2

कई जन्मों से बुला रहा हूँ.....<div><br></div><div>कई जन्मों से बुला रहा हूँ,</div><div>कोई तो रिश्ता

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*जिंदगी में धोखा मिले तो* *उदास न हुआ करो,*

29 नवम्बर 2021
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*जिंदगी में धोखा मिले तो*<div> *उदास न हुआ करो,*</div><div> *बल्कि शुक्र मन

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*जिये जाते हैं दिल से*

29 नवम्बर 2021
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<div><br></div><div>*अपमान के विष को हँस कर पीनेवाला*</div><div>*एक दिन सम्मान के शिखर पर होता है*</

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*इस ज़िन्दगी में....*

29 नवम्बर 2021
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<br><div><br></div><div>♦️ *सुबह की मुख्य सुंदरता*</div><div> *सिर्फ हवा औ

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*समय

29 नवम्बर 2021
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<br><div><br></div><div>💧 *समय पर सब होता है*</div><div> *समय पर जन्म*</d

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प्रार्थना प्रभु से-*

29 नवम्बर 2021
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*एक सुंदर प्रार्थना प्रभु से-*<div><br></div><div><br></div><div>*प्रभु बुढ़ापा ऐसा देना।*</div><div>

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चिट्ठी के जमाने में कितना सब्र होता था, आजकल तो रिप्लाई जरा देर से हो तो रिश्ते टूट जाते हैं.

1 दिसम्बर 2021
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1

चिट्ठी के जमाने में कितना सब्र होता था, आजकल तो रिप्लाई जरा देर से हो तो रिश्ते टूट ज

18

मैं बिल्कुल तेरे साथ तू बिलकुल मेरे साथ

1 दिसम्बर 2021
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<div> तू परमात्मा</div><div> मै तेरा रंगर

19

हमारी ही मुट्ठी मे आकाश सारा जब भी खुलेगी चमके तारा कभी न ढले

1 दिसम्बर 2021
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<div> हमारी ही मुट्ठी </div><div> मे आकाश सारा</div><di

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प्रीति प्रभू को मीति .....

1 दिसम्बर 2021
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<div> झरनों से संगीत है झरता</div><div> पत्थर के

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*जीवन रहस्य का अमर कुंड*

1 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>*जीवन रहस्य का अमर कुंड*</div><div>*जीवन रहस्य का अमर कुंड*</div><div><br></div>

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मन का कौन उपाय

2 दिसम्बर 2021
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मन का कौन उपायकेवल निज हित सोचनाबहुत बड़ा अपराध,मानव का तन है धराकरे आचरण व्याध।धोता है तन नित्य हीपर मन की नहि थाह,बिन प्रभु कृपा कहां मिलेइस जीवन की राह ।तन गंगा जल धो रहामन का कौन उपायजब मन बदलेगा स

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ठहर जा ऐ मानव ..

2 दिसम्बर 2021
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<div> वो मंज्ञिल नही</div><div> जिधर जा रहे हो</

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न जाने किस वेश...

2 दिसम्बर 2021
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<div> रही मन या संसार</div><div> सब से मिलिऐ धाए</div><div>&

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पल आवे न आवे...

2 दिसम्बर 2021
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<div> कि पल दा भरोसा यार </div><div> पल आवे न आवे &

26

चल मुसाफिर...

2 दिसम्बर 2021
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<div> चल मुसाफिर चल </div><div> यहा कोई नही

27

उड़ जायेगा उड़ जायेगा, उड़ जायेगा हंस अकेला, जग दर्शन का मेला।

2 दिसम्बर 2021
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उड़ जायेगा उड़ जायेगा,<div>उड़ जायेगा हंस अकेला,</div><div>जग दर्शन का मेला।</div><div><br></div

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*एक सुंदर कविता,

2 दिसम्बर 2021
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*एक सुंदर कविता, ख्वाहिश नहीं मुझेमशहूर होने की," आप मुझे पहचानते हो_ बस इतना ही काफी है।__अच्छे ने अच्छा और__बुरे ने बुरा जाना मुझे,_

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मानवता की सच्ची मिसाल* *"मधुर कहानी*

2 दिसम्बर 2021
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*मानवता की सच्ची मिसाल*<div><br></div><div> *"मधुर कहानी*</div><div><br></div><di

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स्वर्ण रथ पर सवार सूर्य देव सारी दुनिया की सैर करते हैं।

2 दिसम्बर 2021
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स्वर्ण रथ पर सवार सूर्य देव <div> </div><div>स्वर्ण रथ पर सवार सूर्य देव, </div><div>सारी दुनिया की

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हिन्दी वर्णमाला का क्रम से कवितामय प्रयोग

3 दिसम्बर 2021
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<div>हिन्दी वर्णमाला का क्रम से कवितामय प्रयोग</div><div><br></div><div>*अ* चानक</div><div>*आ* कर मु

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*मस्त रहो व्यस्त रहो*

3 दिसम्बर 2021
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*मस्त रहो व्यस्त रहो* <div><br></div><div>*(1) जन्म से पहले सभी समानरूप से माँ के गर्भ मे

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भक्ति गीत * जागो रे मन *

3 दिसम्बर 2021
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भक्ति गीत <div><br><div>* जागो रे मन *<div> </div><div>जागो रे मन, जाग रहा संसार, </div><div>भा

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जीवन लाइन्स

3 दिसम्बर 2021
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*सुखी बसे संसार सब,,, दुखिया रहे न कोय..!!!*<div>*यह अभिलाषा हम सब की,,, भगवन पूरी होय..!!!*</div><d

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*ना प्रेम पाते,* *ना प्रेम समझ पाते...*

3 दिसम्बर 2021
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*ना प्रेम पाते,*<div>*ना प्रेम समझ पाते...*</div><div><br></div><div>ज़िन्दगी भर हम भटकते</div><div>र

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*हमसे पूछो इतने अनुभव,* एक कंठ से कैसे गाये

3 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div><br></div><div>*इतनी रंग बिरंगी दुनिया,*</div><div> &

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यह शरीर भी क्या है , .

3 दिसम्बर 2021
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यह शरीर भी क्या है , ..<div>अभी मरा , </div><div>जलाया फिर उसकी राख रखने में</div><div>भी डर लग

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समाज की उन नादान लड़कियो को मेरा संदेश

3 दिसम्बर 2021
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समाज की उन नादान लड़कियो को मेरा संदेश <div>थोड़ा_समय_लगेगा_लेकिन_समय_निकालकर_जरूर_पढ़ें_और_अपने #

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*सम्भल* कर रहें ऐसे लोगों से , जिनके *दिल* में भी *दिमाग* है ,,,,!!

3 दिसम्बर 2021
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<div>*नफरत* खुलकर और *मुहब्बत* छिपकर करते हैं,</div><div> हम अपनी ही बनाई

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*सुंदर पंक्ती*

3 दिसम्बर 2021
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*सुंदर पंक्ती* <div><br></div><div>*कहीं ना कहीं कर्मों का डर है !*</div><div>*नहीं तो गं

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*वक्त की धारा में,,,,*

3 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>*वक्त की धारा में,,,,*</div><div>*अच्छे-अच्छों को मजबूर होता देखा है*</div><div>

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*प्रार्थना *

4 दिसम्बर 2021
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<div>*प्रार्थना *</div><div><br></div><div>हे रसराज</div><div>मेरे नवल किशोर,</div><div>आप मेरे हृदय

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 *सुंदर पंक्ती* 

4 दिसम्बर 2021
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*पाने को कुछ नहीं,*<div> *ले जाने को कुछ नहीं;...*</div><div><br></div><div>*उड़ जाएंगे

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*साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा,*

4 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>*साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा,*</div><div>*साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा,*</div

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 *सुंदर पंक्ती* 

4 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>हो तिमिर कितना भी गहरा</div><div>हो रोशनी पर लाख पहरा</div><div>सूर्य को उगना पड

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*तेरी यादों में खोकर....*

4 दिसम्बर 2021
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*स्वरचित...* <div><br></div><div> *तेरी यादों में खोकर....* </div><div><br></div><div

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 *सुंदर पंक्ती* 

4 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div> *कभी हँसते हुए छोड़ देती है ये जिंदगी*</div><div>*कभी रोते हुए छोड़ देती है

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*लाजवाब पंक्तियाँ*

4 दिसम्बर 2021
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<br><div> *लाजवाब पंक्तियाँ* </div><div><br></div><div>*तन्हा बैठा था एक दिन मैं अप

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राम नाम रटते रहो जब तक घट में प्राण

5 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>सर्व शक्तिमते परमात्मने श्री रामाय नमः।</div><div><br></div><div>रे मन! मूरख जनम

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*भाव बिनु मिले नहीं भगवान*

5 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>*ओ भगवान को भजने वाले धर ले मन में ध्यान*</div><div>*भाव बिनु मिले नहीं भगवान*</

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*हे जीव भज ले*

5 दिसम्बर 2021
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<div><span style="font-size: 1em;">हे जीव भज ले</span> *</div><div><br></div><div>भावना से भज ल

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एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,

5 दिसम्बर 2021
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एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,<div> </div><div>गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे

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*भगवान भगत की लाज,* *अब तेरै हाथां मं ।।*

5 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>*भगवान भगत की लाज,*</div><div>*अब तेरै हाथां मं ।।*</div><div>*घेर लियो है रै, च

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*हे प्रभु,,,*

5 दिसम्बर 2021
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*हे प्रभु,,,*<div><br></div><div> *कुछ और दे या ना दे*</div><div> &n

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भक्ति गीत : दयावान सूर्य भगवान “सूर्यदेव की महिमा है

6 दिसम्बर 2021
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भक्ति गीत : दयावान सूर्य भगवान <div> </div><div> </div><div>“सूर्यदेव की महिमा ह

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*हे नाथ,*

6 दिसम्बर 2021
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<div>*हे नाथ,* </div><div>*मुझमें शबरी जैसा धैर्य नहीं,*</div><div>*कि मैं सालों साल आपकी प्रती

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*यह ना सोच तेरे बगैर कुछ नहीं होगा यहाँ,*

7 दिसम्बर 2021
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<div>*यह ना सोच तेरे बगैर कुछ नहीं होगा यहाँ,* </div><div>*रोज़ यहाँ किसी को 'आना' तो किसी को '

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*हे गोबिंद.....*

9 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>*हे गोबिंद.....*</div><div><br></div><div>काहे तू मनवा</div><div>भजन करे ना।</di

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* मेरे श्याम *

9 दिसम्बर 2021
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*ना चांद चाहिए ना पलक चाहिए*<div>*मुझे तो बस तेरी एक झलक चाहिए*</div><div> * मेर

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*हे जीव.... *

9 दिसम्बर 2021
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<div>*हे जीव.... *</div><div><br></div><div>कृष्ण कहने से तर जायेगा, </div><div>पार भव से उतर ज

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हे मनमोहना..

10 दिसम्बर 2021
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<div>हे मनमोहना....</div><div><br></div><div>माखन की </div><div>मटकी फोडी </div><div>गोपीन

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अच्छे इंसान की पहचान...* *दोनो ही नकली हो गए है...* *आँसू और मुस्कान...!!!*

11 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>*उजाले में हर असलियत कहां नज़र आती है,* </div><div> *अंधेरा ही बता सकत

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*जय यशोदा मैया.... *

11 दिसम्बर 2021
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<div>*जय यशोदा मैया.... *</div><div><br></div><div>तेरो लाल यशोदा</div><div>छल गयो री</div><div>मेरो

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*नित भजन सिमरन करो *

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*अमृत वेले जाग के बन्दे ,*<div> *ध्यान प्रभु का लगाया कर ।*</div><div>*किय

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* चिंतन*

11 दिसम्बर 2021
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* चिंतन*<div><br></div><div>*शब्दों में धार नहीं बल्कि आधार होना चाहिए। क्योंकि, जिन शब्दों में धार

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बस इतनी तमन्ना है... श्याम तुम्हे देखूँ... घनश्याम तुम्हे देखूँ...

11 दिसम्बर 2021
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बस इतनी तमन्ना है...<div>श्याम तुम्हे देखूँ... घनश्याम तुम्हे देखूँ...</div><div><br></div><div>सर म

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 *सुंदर पंक्ती* 

11 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>*हथेली पर रखकर नसीब*</div><div>*तु क्यों अपना मुकद्दर ढूँढता है*</div><div>*सीख

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एक बार जरूर सोचिए

11 दिसम्बर 2021
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चूहा अगर पत्थर का हो तो<div> </div><div>सब उसे पूजते हैं </div><div> मगर जिन्दा हो तो

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सुनरी यशोदा मैया*

11 दिसम्बर 2021
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<div>*सुनरी यशोदा मैया*</div><div>*तेरा काला कन्हैया... *</div><div><br></div><div>मटकीया फोड़ गया</d

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*कान्हा....*

11 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>*कान्हा....*</div><div><br></div><div>मेरे मन की सी</div><div>मत करियो।</div><di

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*जीत संक्षिप्त है इसका कोई सार नहीं ।।*

11 दिसम्बर 2021
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<div>*तेरे गिरने में, तेरी हार नहीं ।*</div><div>*तू आदमी है, अवतार नहीं ।।*</div><div>*गिर, उठ, चल,

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*हे नंदलाल.... *

11 दिसम्बर 2021
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<div>*हे नंदलाल.... *</div><div><br></div><div>पीछे ते आयो नंदलाल री,</div><div>मोपे रंग डार गयो री

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Poem...

11 दिसम्बर 2021
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Poem...<div><br></div><div>तू अपनी खूबियां ढूंढ,</div><div>कमियां निकालने के लिए</div><div> &n

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बना लो सखी, रख लो संग।

11 दिसम्बर 2021
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बना लो सखी, रख लो संग।<div><br></div><div>खूब रिझाऊँगा मैं तुमको, </div><div>रचकर नये-नये नित ढ

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*राधा माधव*

11 दिसम्बर 2021
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*छलक गई गगरिया सारी, हुई बावरी राधे*<div><br></div><div>*दिवा स्वप्न में खो गई, रही गगरिया आधी*</div

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आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन…

11 दिसम्बर 2021
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आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन…<div><br></div><div>दुर्योधन को मेवा त्यागो,</div><div>साग विदुर घर खायो प्य

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मैं तो जाउंगी, जाउंगी ससुराल, सखीरी फागुन मैं......

11 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>मैं तो जाउंगी, जाउंगी ससुराल, </div><div>

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*एक बहुत ही सुंदर कविता**

11 दिसम्बर 2021
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*एक बहुत ही सुंदर कविता**<div><br></div><div><br></div><div><br></div><div>जो कह दिया वह *शब्द* थे ;

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*हे माखन चोर..

11 दिसम्बर 2021
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*हे माखन चोर...*<div><br></div><div>ये बहारों का मौसम</div><div>चले आइए</div><div>न जलाने का मौसम</d

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सोच -समझकर कीजिए, प्रेम नहीं आसान।

11 दिसम्बर 2021
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<div> </div><div>सोच -समझकर कीजिए, प्रेम नहीं आसान।</div><div>तन, मन, धन सबका यहाँ, करना

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●हम समझदार जो हो गए हैं ।

12 दिसम्बर 2021
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<div>*1.एक जमाना था, तन ढकने को कपड़े कम थे,*</div><div>*फिर भी लोग तन ढकने का प्रयास करते थे।*</div>

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 *सुंदर पंक्ती* 

12 दिसम्बर 2021
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*हथेली पर रखकर नसीब*<div>*तु क्यों अपना मुकद्दर ढूँढता है*</div><div>*सीख उस समन्दर से*</div><div>*ज

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*"मित्र"*

12 दिसम्बर 2021
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*"मित्र"*<div><br></div><div>कुछ पाने की चाह नही </div><div>फिर भी अपनापन दिखता है </div><

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* प्रभु से विनंती किया करो...*

12 दिसम्बर 2021
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* प्रभु से विनंती किया करो...*<div><br></div><div>*मेरे नसीब को बनाने वाला तू; है*</div><div>*मेरी त

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होली

12 दिसम्बर 2021
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फागुन आता देखकर, उपवन हुआ निहाल,<div>अपने तन पर लेपता, केसर और गुलाल।</div><div><br></div><div>तन हो

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भेद नहीं करता, परखता है सिर्फ भाव से..

12 दिसम्बर 2021
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भेद नहीं करता, <div>परखता है सिर्फ भाव से... </div><div>जिस हाथ से माखन खाया,</div><div>उस

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जगत में कोई ना परमानेंट,

12 दिसम्बर 2021
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जगत में कोई ना परमानेंट,<div>जगत में कोई ना परमानेंट,</div><div>तेल चमेली चन्दन साबुन,</div><div>तेल

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*हरि को भज लो*

12 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>*जीवन एक हवा का झोंका*</div><div>*इक पानी का रेला है।*</div><div><br></div><div>

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*जागो हे माँ अंबे* *कोरोना से मुक्ति दिला ओ।।*

12 दिसम्बर 2021
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*जागो हे माँ अंबे*<div>*अग्नि का संचार करो ।*</div><div>*भस्म करदो कोरोना को*</div><div>*विश्व का उद

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राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊं गली गली । ले लो रे कोई राम का प्यारा

12 दिसम्बर 2021
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<br><div><br></div><div>*जय श्रीराम.... *</div><div><br></div><div>राम नाम के हीरे मोती,</div><div>म

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*सुनो कान्हा !* *चरण में रखना, शरण में रखना।* *हरदम तेरी ही लगन में रखना...*

12 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>*सुनो कान्हा !*</div><div><br></div><div>*चरण में रखना, शरण में रखना।*</div><div

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कोरोना काल में मानव से करूं पुकार

12 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>कोरोना काल में मानव से करूं पुकार</div> घर से बाहर मत निकल<div> मत निक

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कोरोना को हराना है ।

12 दिसम्बर 2021
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*गर्म पानी पीना है, गर्म खाना, खाना है ।*<div>कोरोना को हराना है ।</div><div>*गर्म से कपड़े धोने है,

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*माया*रूपी संसार में जिंदगी की हकीकत को पहचानो।

12 दिसम्बर 2021
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*माया*रूपी संसार में<div><span style="font-size: 1em;">दिल से दिल मिलाकर देखो।</span><br></div><div>

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*सभी साथियों से विनम्र आग्रह है!*

12 दिसम्बर 2021
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*सभी साथियों से विनम्र आग्रह है!*<div><br></div><div>*हवा में कुछ हलचल है, थोड़े समझदार हो जाइए!*</d

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*ये मेरा पैगाम* *कान्हा के नाम कर दो....*

12 दिसम्बर 2021
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*ऐ हवाओ,,*<div>*मेरा एक छोटा सा काम कर दो....* </div><div>*ये मेरा पैगाम* </div><div>*कान्

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*केरोना का दौर*जरा संभलकर रहो मेरे अज़ीज़ों,*

12 दिसम्बर 2021
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लौट आयेगी खुशियाँ, अभी कुछ गमो का शोर है..* <div>*केरोना का दौर*</div><div>*जरा संभलकर रहो मेरे

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कविता *उम्मीद*

12 दिसम्बर 2021
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कविता <div><br></div><div>अक्सर कहते हैं कि उम्मीद पर दुनिया क़ायम है। इसी भावना से वर्तम

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*लॉक-डाउन नहीं हुआ*

12 दिसम्बर 2021
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<div>*सब-कुछ" लॉक-डाउन नहीं हुआ* !!</div><div><br></div><div><br></div><div>"सूरज" की किरणें कहां ल

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*कभी सोचा नहीं था,* *ऐसे भी दिन आएँगें।* ....

12 दिसम्बर 2021
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<br><div>*कभी सोचा नहीं था,*</div><div> *ऐसे भी दिन आएँगें।* ....</div><div><br><

101

*भज ले जीव.... * भज मन कृष्ण कन्हैया,

13 दिसम्बर 2021
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<div>*भज ले जीव.... *</div><div><br></div><div>भज मन कृष्ण कन्हैया,</div><div>नैया पार हो जाए,</div>

102

मै आत्मा हंस.

13 दिसम्बर 2021
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<div> मै आत्मा हंस बन गई </div><div>

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हो दयालु उपदेश करे

13 दिसम्बर 2021
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<div> कहा गये चकरी जिन जीता</div><div> भरत खन्ड सारा</div><d

104

है प्रभू

14 दिसम्बर 2021
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<div> <span style="font-size: 1em;">है प्रभू</span></div><div> तेरी छवि पर म

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पैरों को छूता है

15 दिसम्बर 2021
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जो *पिता* के पैरों को छूता है<div> वो कभी *गरीब* नहीं होता।<

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*सुंदर लाइन*

17 दिसम्बर 2021
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<br><div><br></div><div>*"कोशिश करे कि* </div><div>*जिँदगी का हर लम्हा*</div><div>*अपनी तरफ से*

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पता ही नहीं चला

17 दिसम्बर 2021
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*पता ही नहीं चला <div>अरे यारों कब साठ के हो गये </div><div> &n

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मेरा मन ही भटक गया

17 दिसम्बर 2021
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<div> मेरा मन ही भटक गया</div><div> </div><div>&

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तेरी छवि पर मेरे भग्वन ये दुनिया दीवानी है

17 दिसम्बर 2021
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<div> तेरी छवि पर मेरे भग्वन</div><div> ये दुनिय

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हे कृष्ण.... * आजा कलयुग में लेके अवतार ओ गोविन्द अपने भक्तों की सुन ले पुकार ओ गोविन्द

18 दिसम्बर 2021
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<div>*हे कृष्ण.... *</div><div><br></div><div>आजा कलयुग में लेके</div><div>अवतार ओ गोविन्द</div><div

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प्रेम....

18 दिसम्बर 2021
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<div>*प्रेम.... *</div><div><br></div><div>झूठा क्या, सच्चा क्या</div><div>दोतरफा, एकतरफा क्या</div>

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अपनी समृद्ध परंपराओं का,आओ मिलकर मान बढ़ाएंगे।* *आर्यवर्त के वासी हैं हम , अब अपना नववर्ष मनाएंगे

20 दिसम्बर 2021
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<div><div>अपनी समृद्ध परंपराओं का,आओ मिलकर मान बढ़ाएंगे।*</div><div>*आर्यवर्त के वासी हैं हम , अब अप

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*हे मेरे श्याम सुंदर ....*

20 दिसम्बर 2021
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<div>*हे मेरे श्याम सुंदर ....*</div><div><br></div><div>तुझे देखकर श्याम हमारा</div><div>मन वश में

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आपके घर की दीवारें सब सुनती हैं और सब सोखती हैं....*

20 दिसम्बर 2021
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*'मधुर कहानियां"*<div><br></div><div><br></div><div>*आपके घर की दीवारें सब सुनती हैं और सब सोखती हैं

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*एक बहुत ही सुंदर कविता**

20 दिसम्बर 2021
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*एक बहुत ही सुंदर कविता**<div><br></div><div>दो बार पढें.......</div><div>और आनंद ले इस कविता का...<

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*रिश्तों को,*

20 दिसम्बर 2021
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*रिश्तों को,*<div>*पेपर नैपकिन मत समझो,*</div><div>*काम में लिया,* </div><div>*कूड़ेदान में फें

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जैसा भी आता है गाओ जो आता है गाओ साथी।

22 दिसम्बर 2021
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<div><div>जैसा भी आता है गाओ</div><div>जो आता है गाओ साथी।</div></div><div><br></div>मृत्यु गीत से क

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*सुंदर लाइन*

22 दिसम्बर 2021
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<div><span style="font-size: 1em;">बड़ा वही बन सकता है..!!</span><br></div><div>जिसे छोटा होने में क

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*सुन्दर प्रस्तुति*

22 दिसम्बर 2021
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*सुन्दर प्रस्तुति* <div>जो *पिता* के पैरों को छूता है</div><div> &nb

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हे परमात्मा

14 जनवरी 2022
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*हे परमात्मा*, *अगर आप का कुछ तोड़ने का मन करे*, तो मेरा ग़रूर तोड़ देना..*अगर आप का कुछ जलाने का मन करे*, तो मेरा क्रोध जला देना.. *अगर आप का कुछ बुझ

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भगवान शंकर के स्वरूप में इतनी विचित्रता क्यों है ?

1 मार्च 2022
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भगवान शंकर के स्वरूप में इतनी विचित्रता क्यों है ?कुंद इंदु सम देह उमा रमन करुना अयन।जाहि दीन पर नेह करउ कृपा मर्दन मयन॥भावार्थ:-जिनका कुंद के पुष्प और चन्द्रमा के समान (गौर) शरीर है, जो पार्वतीजी के

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पिचकारी के तीर

20 मार्च 2022
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गोरे गोरे अंग पै, चटख चढि गये रंग,रंगीले आंचर उडैं, जैसें नवल पतंग ।आज न मुरलीधर बचें राधा मन मुसकायं,दौड़ी सुध बुध भूलकर, मुरली दी बजायचेहरे सारे पुत गये, चढे सयाने रंग,समझ कछू आवै नहीं, को

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