स्वर्ण रथ पर सवार सूर्य देव
स्वर्ण रथ पर सवार सूर्य देव,
सारी दुनिया की सैर करते हैं।
अंधकार मिटाते कोने कोने से, सारी दुनिया का कष्ट हरते हैं।
स्वर्ण रथ पर……..
देखकर, सूरज की किरणों को,
शक्ति मिलती मन हिरणों को।
पाप अधर्म को जला डालते हैं,
पुण्य धर्म साथ साथ चलते हैं।
स्वर्ण रथ पर…………
सात घोड़े खींचते हैं उनका रथ,
सूरज से सारे पाप अधर्म पस्त।
जो भी सूर्य नमस्कार करता है,
सूर्य देवता उन सबकी सुनते हैं।
स्वर्ण रथ पर…………
नित दिन सूर्य देव, लाते प्रभात,
सारे जग में उजालों की बरसात।
घूमते रहते हैं दुनिया में दिनकर,
याद रखते हैं, जो लोग कहते हैं।
स्वर्ण रथ पर………