*भगवान भगत की लाज,*
*अब तेरै हाथां मं ।।*
*घेर लियो है रै, च्यारूं कानी सैं,*
*मेरी नैया नै तूफान, अब तेरै हाथां मं*
*भगवान भगत की लाज....*
*अपणा जो भी था, दुश्मन बण बैठ्या,*
*निर्भर थारै पर ज्यान, अब तेरै हाथां मं*
*भगवान भगत की लाज....
*तुम पतितों के हो, स्वामी श्यामप्रभु,*
*मेरा तन-मन-धन और प्राण,*
*अब तेरै हाथां मं*
*भगवान भगत की लाज....*
*नैया कितनों की, तूने पार करी,*
*दयो कुछ मेरी पर ध्यान, अब तेरै हाथां मं*
*भगवान भगत की लाज....*
*तड़फूंगा बतला, दर्शन बिन तेरै,*
*मैं कितने दिन घनश्याम, अब तेरै हाथां मं*
*भगवान भगत की लाज....*
*'रामकुमार' है यो, मूरख-अज्ञानी,*
*भोळो-ढाळो इन्सान, अब तेरै हाथां मं*
*भगवान भगत की लाज....*