*धन* आते ही *सुख* मिलेगा इसकी कोई *गारंटी* नहीँ,
किन्तु *इंसानियत* आते ही जीवन *सुखमय* बनेगा ,इसमें कोई संदेह नहीं,,!!!
*रिश्ते* कम बनाइये लेकिन उन्हे *दिल* से निभाईये,
अक्सर लोग *बेहतर* की तलाश में *बेहतरीन* खो देते हैं,,, !!!!
*बाँसुरी के तीन गुण*
1- बाँसुरी में *गांठ* नहीँ होती है,जो *संकेत* है कि अपने अन्दर किसी भी प्रकार की *गांठ* न रखें,,
यानी *बदले* की *भावना* न रखें,
2-बिना *बजाये* ये *बजती* नहीँ,यानी ये बता रही है कि जब तक *आवश्यक* नहीँ हो,ना बोलें,
3- जब भी *बजती* है , *मधुर* ही *बजती* है ,
अर्थात जब भी बोलो , *मीठा* ही बोलो,,,, !!!!
जब आपकी अवाज किसी को *चुभने* लगे तो,
*तोहफे* में उसे अपनी *खामोसी* दे दो,,,,!!!
कभी-कभी अपने ही अपनो का *तमाशा* ऐसा बनाते हैं कि,
वो अपने *कहलाने* के *लायक* ही नहीं रहते,,,,,!!!
कल तक *पैसों* की *हवा* थी,
आज *हवा* के भी *पैसे* देने पड़ रहे हैं,,,,!!!
जिस *आक्सीजन* को *कुदरत* ने *मुफ्त* में सभी *प्राणियों* को *बाँट* रखा है,
आज उसी *आक्सीजन* की कमी से *इंसानों* की *मौत* हो रही है,
हमने *कुदरत* को *उजाड़ने* में कोई *कसर* नहीँ छोडी,
आज अब *कुदरत* की *बारी* है,,,,!!!