मित्रों, रात कितनी ही बड़ी क्यों न
हो, हर रात का सवेरा होता है... इस कोरोना की भयानक अँधियारी
रात भी बीतेगी और सुख का उजियाला हर ओर फैलेगा... किंचित लालिमायुत उषा को आगे
करके अरुण रथ पर सवार भोर का सूरज आशा का संदेसा लेकर आएगा... यदि हम सावधान रहकर करते
रहे पालन कोरोना के नियमों का... और एक बात, वैक्सीन लेना न
भूलें... क्योंकि वैक्सीन बहुत बड़ा अस्त्र है इस युद्ध में,
तो वैक्सीन लेना न भूलें... आप कह सकते हैं कि वैक्सीन के बाद भी कुछ लोग क्यों
हारे जा रहे हैं इस बीमारी से... तो इसका कारण तो हमारे वैज्ञानिक खोजेंगे... क्योंकि
वैक्सीन लेकर भी यदि तनिक भी लापरवाह हुए तो वायरस से संक्रमित हो सकते हैं... लेकिन
उसका इतना विकराल रूप नहीं होगा ऐसा डॉक्टर्स कहते हैं... तो, सभी स्वस्थ रहें, रोगमुक्त रहें, यही कामना है... कात्यायनी...