जीवन में हर कार्य महत्त्वपूर्ण होता है | कोई भी कार्य छोटा या बड़ा
नहीं होता | किसी भी कार्य को पूर्ण करने के लिए योग्यता के
साथ साथ आत्म विश्वास भी अत्यन्त आवश्यक है | और आत्मविश्वास
कहीं बाहर से नहीं प्राप्त किया जा सकता | इसे स्वयं ही के
प्रयास से अपने भीतर विकसित करना पड़ता है |
सफलता प्राप्ति के लिए कोई shortcut या सरल और छोटा
मार्ग भी नहीं होता | कठिन परिश्रम और धैर्य के साथ कार्य
करते हैं तब सफलता प्राप्त होती है | अपनी भूलों से सीख लेकर
आगे बढ़ेंगे तो निश्चित रूप से सफलता की ओर अग्रसर होंगे |
इसके साथ ही अपने comfort zone से बाहर निकलना भी अत्यन्त आवश्यक
है | जब तक आप अपने comfort zone से
बाहर नहीं निकलते तब तक किसी प्रकार की उपलब्धि के विषय में सोचना भी व्यर्थ है | क्योंकि जब तक हम अपने comfort zone में रहेंगे तब
तक हम कुछ नया नहीं सीख सकेंगे | और जब तक कुछ नया सीखने की
चाह नहीं होगी तब तक हमारी रचनात्मकता भी सोई पड़ी रहेगी | जब
आप अपने comfort zone से बाहर आते हैं तो जीवन में बहुत सी
महत्त्वपूर्ण बातें आपको ज्ञात हो जाती हैं | और तब आप किसी
भी परिस्थिति के अनुसार स्वयं को ढालने में समर्थ हों जाते हैं | और एक दिन ऐसा आ जाता है कि परिस्थितियाँ आपके अनुकूल हो जाती हैं या
अनुकूल लगने लगती हैं |
साथ ही, सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो नकारात्मक लोगों से दूर
रहिए | दूसरे क्या कहेंगे इसकी चिन्ता किये बिना बस आगे बढ़
जाइये | साथ ही महत्त्वाकांक्षाओं और वास्तविकता में भेद
करना तथा संतुलन स्थापित करना भी अत्यन्त आवश्यक है | आगे
बढ़ने के लिए महत्त्वाकांक्षाओं का होना आवश्यक है, लेकिन हर
महत्वाकांक्षा पूर्ण होगी ही होगी ऐसा नहीं होता है |
वास्तविकताओं को ध्यान में रखे बिना कार्य करेंगे तो सफलता नहीं मिलेगी |
और अन्तिम महत्त्वपूर्ण बात, जो आप करना चाहते हैं
अवश्य करें | लेकिन करने से पूर्व एक बार स्वयं से प्रश्न
अवश्य करें कि ऐसा करना क्या आपके हित में रहेगा |
सभी का हर दिन सफलताओं और नवीन उपलब्धियों से युक्त हो यही कामना है...
4 जुलाई 1955 को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जन्म | शिक्षा दीक्षा उत्तर प्रदेश के ही जिला बिजनौर के नजीबाबाद में सम्पन्न |
शिक्षा दीक्षा : संस्कृत तथा तबला में पोस्ट ग्रेजुएशन, गायन तथा कत्थक में ग्रेजुएशन, गुरु शिष्य परम्परा में गायन-तबला तथा जयपुर घराने के कत्थक की शिक्षा, भारतीय दर्शन में पी एच डी |
आकाशवाणी नजीबाबाद से उदघोषण, संगीत संयोजन, लेखन, संगीत रूपक इत्यादि विधाओं के चलते 7 वर्ष तक जुड़ाव | इस बीच लगभग पाँच वर्ष तक रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय और गढ़वाल विश्वविद्यालयों में संस्कृत अध्यापन |
1983 से विवाह के बाद से आज तक ज्योतिष और योग से सम्बन्धित अनेक पुस्तकों का हिन्दी अनुवाद, साथ ही 35 वर्षों से भी अधिक के अनुभव के साथ एक लब्ध प्रतिष्ठ ज्योतिषी |
कुछ प्रसिद्ध मीडिया कम्पनियों के लिए भी लेखन कार्य | लगभग दस वर्षों तक दूरदर्शन के प्रिव्यू पैनल पर एक्सपर्ट के रूप में कार्य |
प्रकाशित कार्य:
• बचपन से ही लेखन में गहन रूचि के कारण अनेक पत्र पत्रिकाओं में लेख लिखने का सौभाग्य |
• 2006 में अरावली प्रकाशन दिल्ली से देवदासियों के जीवन संघर्षों पर आधारित उपन्यास “नूपुरपाश” प्रकाशित |
• 2006 में ही व्यक्तिगत और सामाजिक अनुभवों पर आधारित प्रथम काव्य संग्रह “मेरी बातें” हिन्दी अकादमी दिल्ली के सौजन्य से अनमोल प्रकाशन दिल्ली से प्रकाशित |
• भारत के मध्यमवर्गीय परिवारों में नारियों के संघर्षमय जीवन की झलक प्रस्तुत करता उपन्यास “सौभाग्यवती भव” नाम से 2008 में भारतीय पुस्तक परिषद दिल्ली से प्रकाशित |
• बयार के समान उन्मुक्त भाव से प्रवाहित होती निरन्तर प्रगति पथ पर अग्रसर रहती महिलाओं पर ही आधारित उपन्यास “बयार” 2015 में एशिया पब्लिशर्स द्वारा प्रकाशित |
सम्प्रति:
• स्त्री-पुरुष के सम्बन्धों पर आधारित उपन्यास “विरक्त” शीघ्र ही प्रकाशित होने वाला है |
• अन्य अनेकों संस्थाओं की महासचिव रहने के बाद सम्प्रति WOW (Well-Being of Women) India नामक राष्ट्रीय स्तर की संस्था की महासचिव के रूप में क्षेत्र की एक प्रमुख समाज सेविका |
संपर्क सूत्र: 302, कानूनगो अपार्टमेंट, 71 इन्द्रप्रस्थ विस्तार, दिल्ली –92,
मोबाइल: 7042321200
वेबसाइट : https://www.astrologerdrpurnimasharma.in/
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