माँ तेरी गोदी
में सर रख सो जाऊँ मैं पल भर को, तो
लोरी तू गा देना, दिल को कुछ तो राहत मिल जाएगी |
तेरे आँचल की
छाया से बढ़कर नहीं जहाँ की खुशियाँ,
सर पर तेरा हाथ
रहे तो मंज़िल मुझको मिल जाएगी ||
कल मातृ दिवस है, मेरी अपनी माँ के साथ
साथ संसार की हर माँ को समर्पित हैं कुछ पंक्तियाँ… मदर्स डे की हार्दिक
शुभकामनाओं के साथ… क्योंकि आज
जो कुछ भी हम हैं - हमारी माताओं के स्नेह और श्रम का ही परिणाम हैं... माँ से ही
हमारी जड़ें मजबूत बनी हुई हैं - ऐसी कि बड़े से बड़े आँधी तूफ़ान भी हमें अपने लक्ष्य
से - अपने आदर्शों से - अपने कर्तव्यों से डिगा नहीं सकते... करुणा-विश्वास-क्षमाशीलता
की उदात्त भावनाएँ माँ से ही हमें मिली हैं... स्नेह, विश्वास, साहस और
क्षमाशीलता की प्रतिमूर्ति संसार की सभी माताओं को
श्रद्धापूर्वक नमन... कात्यायनी...