नवरात्रों में घट स्थापना और जौ की खेती
प्रथमं शैलपुत्रीति द्वितीयं ब्रह्मचारिणी, तृतीयं चन्द्रघंटेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम् |
पञ्चमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनी तथा सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम् ||
नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा प्रकीर्तिता:, उक्तान्येतानि नामानि ब्रह्मणैव महात्मना ||
जी हाँ, आश्विन शुक्ल प्रतिपदा यानी गुरूवार 7 अक्तूबर से समस्त हिन्दू समाज कलश स्थापना के साथ माँ भगवती की पूजा अर्चना के नव दिवसीय उत्सव शारदीय नवरात्र के आयोजनों में तल्लीन हो जाएगा... इन नवरात्रों में हम अन्न ब्रह्म का सम्मान करने की भावना से जौ की खेती अपने घरों में स्थापित करें... हमारी भावनाएँ उदात्त होंगी तो खेती भी फलेगी फूलेगी और कोई व्यक्ति रात को भूखा नहीं सो सकेगा... साथ ही जल का सम्मान करने की भावना से घट स्थापित करें... इसी भावना के साथ सभी को शारदीय नवरात्रों की अग्रिम रूप से हार्दिक शुभकामनाएँ... वीडियो देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर जाएँ...
कात्यायनी...