Mahalakshami
आज चैत्र शुक्ल पञ्चमी – पञ्चम नवरात्र – स्कन्दमाता की पूजा अर्चना का दिन | अज ही श्री अथवा लक्ष्मी पञ्चमी के रूप में लक्ष्मी पूजा का दिन भी | इसी अवसर पर प्रसतुत है महालक्षम्यष्टकम्…
नमस्तेस्तु महामाये श्री पीठे सुर पूजिते |
शंखचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मी नमोsस्तुते ||
नमस्तेsस्तु गरुडारूढ़े कोलासुर भयंकरी |
सर्वपाप हरे देवी महालक्ष्मी नमोsस्तुते ||
सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्टभयंकरी |
सर्वदु:खहरे देवी महालक्ष्मी नमोsस्तुते ||
सिद्धिबुद्धिप्रदे देवी भक्तिमुक्तिप्रदायनी |
मन्त्रमूर्ते सदा देवी महालक्ष्मी नमोsस्तुते ||
आद्यन्तरहिते देवी आद्याशक्तिमहेश्वरी |
योगजे योगसम्भूते महालक्ष्मी नमोsस्तुते ||
स्थूलसूक्ष्मे महारौद्रे महाशक्तिमहोदरे |
महापापहरे देवी महालक्ष्मी नमोsस्तुते ||
पद्मासनस्थिते देवी परब्रह्मस्वरूपिणी |
परमेशी जगन्मातर्ममहालक्ष्मी नमोsस्तुते ||
श्वेताम्बरधरे देवी नानालंकारभूषिते |
जगत्स्थिते जगन्मातर्ममहालक्ष्मी नमोsस्तुते ||
महालक्षम्यष्टकं स्तोत्रं यः पठेद्भक्तिमान्नर: |
सर्वसिद्धिमवाप्नोति राज्यम् प्राप्नोति सर्वदा ||
एककाले पठेन्नित्यं महापापविनाशनम् |
द्विकाले य: पठेन्नित्यं धनधान्यसमन्वित: ||
त्रिकाले य: पठेन्नित्यं महाशत्रुविनाशनम् |
महालक्ष्मी भवेन्नित्यं प्रसन्नां वरदां शुभाम् ||
सब पर महालक्ष्मी की कृपादृष्टि बनी रहे…