आषाढ़ मास समाप्त
हो चुका है और आज से श्रावण मास आरम्भ हो रहा है और इस मदमस्त कर देने वाली रुत
में मेघराज अपनी प्रियतमा रत्नगर्भा को अपने अमृतरस की धार से आप्लावित करना नहीं
भूल रहे हैं, ताकि ग्रीष्म का ताप झेलती प्रेयसि वसुन्धरा पुनः
प्रफुल्लित होकर और अधिक रत्नराशि अपने गर्भ में धारण कर सके... इसी माह में
हरियाली तीज जैसा मादक पर्व भी आता है और भाई बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक पर्व
रक्षा बन्धन भी... इसी सबका विचार करके WOW India की ओर से आज
डिज़िटल प्लेटफ़ॉर्म ज़ूम पर “सावन आयो रे” शीर्षक से एक काव्य सन्ध्या का आयोजन किया
गया... कल गुरु पूर्णिमा थी, इसी उपलक्ष्य में कार्यक्रम के
आरम्भ में सुप्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना और गुरु विल्का गोगिया के निर्देशन में
उन्हीं के विद्यालय नृत्यांजलि के छात्रों द्वारा प्रस्तुत गुरु वन्दना के साथ
समस्त गुरुजनों को श्रद्धा सुमन समर्पित किये गए... इस कार्यक्रम में WOW
India की सदस्य रेखा अस्थाना, डॉ रश्मि चौबे, डॉ बृजबाला शर्मा, पूजा श्रीवास्तव, शशिकिरण श्रीवास्तव, पूजा भारद्वाज और रूबी शोम ने अपनी
बरखा के रस में भीगी रचनाओं की ऐसी झड़ी लगाई कि हर कोई मस्ती में भर झूम उठा...
सभा की अध्यक्ष थीं WOW India की सूर्य नगर ब्रांच की सदस्य, साहित्य मुग्धा दर्पण की अध्यक्ष वरिष्ठ रचनाकार रेखा अस्थाना जी... आप
भी देखें और सुनें और भीग जाएँ नेह जल बरसाती काव्य रस की फुहारों में... काव्य
सन्ध्या का सफल और मोहक संचालन किया लीना जैन ने... डॉ पूर्णिमा शर्मा...