नमस्कार मित्रों भारत वर्ष में नारी को कई विशेष अधिकार दिए गए हैं जो कि उसको अबला से सबला ब
लो फिर आ गया एक पर्व की तरह हमारा हिन्दी का महोत्सव। हर वर्ष की भांति 14 सितम्बर को हिन्दी चेतना
हिंदी के सागर में, जब भी हम जाएं। ज्ञान-रूपी मोती से
यह कौन चित्रकार है यह कौन चित्रकार है हरी भरी वसुंधरा पर नीला नीला ये
औरतें हर जगह अपना हक जताती है ..........
सुरभित सुशोभित रंग से,
शब्दों में है जीवन भरा,
जो रचे हर मायने,
जीवन भरी जैसे धरा,
आज हम संपूर्ण भारत वर्ष में हिंदी दिवस के रूप में मना रहे है! लेकिन 1 ना दबाकर 2ही हमें क्यों दबा
कल सोने में देर हो गई तो सुबह आज 8:00 बजे उठे। तो सब काम धीरे-धीरे ही