कविता कवि की रचना है
शब्दों की संरचना है
विचारों का विन्यास है
भावों का एहसास है।
कविता कवि की कल्पना है
पद्य की अल्पना है
कवि की नज़रों से
दुनिया की परिकल्पना है।
कविता कवि का राग है
प्रकृति का अनुराग है
एहसासों का समंदर है "दीप"
प्रेमियों का प्रेमालाप है।
कविता कवि का गीत है
उसके मन का संगीत है
डूबा रहता है कवि अपनी कविता में
कविता कवि का मीत है।
💐💐*विश्व कविता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें*💐💐
©प्रदीप त्रिपाठी "दीप"
ग्वालियर(म.प्र.)