निराशा में आशा का नाम है ज़िंदगी,
समस्याओं के बीच समाधान है ज़िंदगी,
ग़मों के समुन्दर में मुस्कान है ज़िंदगी,
नाउम्मीदी में उम्मीदों का आसमान है ज़िंदगी।
मजदूर की हाड़तोड़ मेहनत है ज़िंदगी,
गरीब की चार पैसों की जुगाड़ है ज़िंदगी,
प्यासे को पानी की आश्वास है ज़िंदगी,
भूखे को रोटी की आस है जिंदगी।
नफरत में प्यार का पैग़ाम है ज़िंदगी,
बुझे दिलों में उत्साह का नाम है ज़िंदगी,
घुट घुट कर क्या जीना यारों,
जीवन में जिंदादिली का नाम है ज़िंदगी।
असफलताओं के बीच सफलता का मान है ज़िंदगी,
ढलान पर ढुरकते हुए शिखर का सोपान है ज़िंदगी,
गलतियों से सबक लेकर आगे बढ़ने का नाम है ज़िंदगी,
सपनों को साकार करने का सम्मान है जिंदगी।
कभी रोना तो कभी हँसना है ज़िंदगी,
कभी अपमान तो कभी सम्मान है ज़िंदगी,
कभी आम तो कभी खास है ज़िंदगी,
जीवन में जज़्बातों का नाम है ज़िंदगी।
गिरने,फिर उठकर चलने का नाम है ज़िंदगी,
मंज़िल को पाने का अरमान है ज़िंदगी,
जीवन में संघर्षों का नाम है ज़िंदगी,
"दीप" कहाँ इतनी आसान है ज़िंदगी!
©प्रदीप त्रिपाठी "दीप"
ग्वालियर(म.प्र.)