'लास वेगस' दिन रात मौसमों और महीनों से परे का एक
शहर !... डॉ दिनेश शर्मा...
अगर एक शब्द में लास वेगस को समेटना ही पड़े तो कहूंगा
'चकाचौंध' । कुछ
के लिए यह टूटे हुए सपनों का शहर है तो कुछ के लिए उम्मीद भरी जुनूनीयत का। कुछ
यहां की रात को बहिश्त की तरह देखते हैं तो कुछ के लिए वेगस पैसे के दम पर सब कुछ
भोगने का अवसर है । इस शहर के बारे में एक खास बात अमरीकियों में प्रचलित है 'What
happens in Vegas, stays in Vegas' । यानी वेगस में जो हुआ या किया
उसे वेगस में ही छोड़ देना चाहिए । इस वक्तव्य की कुछ खास वजहें है। वेगस में शबाब
और शराब की ऐसी नदी बहती है जिसमें अच्छों अच्छों के पैर उखड़ जाते है । लोग मूड की
रौ में बह तो जाते हैं पर जब अगली सुबह होश में आते हैं तो खुद पर शर्मिंदा भी
होते हैं । कोई अच्छा खासा पैसा हार जाता है तो कोई किसी का विश्वास । विवाहेतर
संबंधों को लेकर जहां यूरोपियन और शेष विश्व के लोग बहुत सहज हैं वहीं अमेरिकी लोग
बेहद दकियानूसी और जजमेंटल । पर अमेरिकन हिप्पोक्रेसी को उघड़ते हुए देखना है तो
वेगस से बढ़िया जगह हो नही सकती । वेगस में शादी और तलाक दोनों ही बहुत आसान है ।
ऐसे किस्से आम हैं कि रात को डिनर पर एक जोड़े ने शादी की और सुबह नाश्ते से पहले
तलाक ले लिया ।
वेगस का सबसे बड़ा आकर्षण है साढ़े छह सात किलोमीटर
लंबी एक स्ट्रिप या सड़क की पट्टी जिसके दोनों तरफ करीब डेढ़ सौ केसिनो यानि जुआघर
और कुछ सौ से लेकर सात साढ़े सात हजार कमरों वाले डेढ़ लाख होटल्स है । कुछ होटल तो
ऐसे हैं जैसे एक छोटा सा शहर । चैक इन करने के बाद जब आप एक परिचारिका की मदद से
अपने कमरे में पहुंचते है तो सबसे बड़ी चिंता आपको यह सताती है कि घूम फिरने के बाद
जब आप वापस अपने कमरे में आना चाहेंगे तो कमरा ढूंढेंगे कैसे । सब कुछ एकदम
सिस्टेमेटिक होने के बावजूद मुझे खुद हर बार इस जद्दोजहद का सामना करना पड़ा और हर
बार होटल के कर्मचारियों की - जो हर जगह मुस्तैदी से तैनात रहते हैं - मदद से ही
अपना कमरा ढूंढ पाया । लास वेगस में पीक सीजन के दौरान रोज़ की कम से कम 500 फ्लाइट्स के ज़रिए लाखों सैलानियों का चौबीसों घण्टे उत्सवपूर्ण आवागमन
रहता है । स्ट्रिप पर चौबीसों घण्टे अजीब अजीब कपड़े पहनकर कमर पर लटके बीयर के बड़े
बड़े थैलो से लम्बी पाइप द्वारा बीयर पीते लोग आपको वेगस के अलावा दुनियां में कहीं
नजर नही आएंगे । रात के वक़्त किस्म किस्म की LED लाइट वाली
पोशाकें पहने लोग हर रोज़ हर वक़्त त्यौहार के मूड में दिखते हैं । हज़ारों - लाखों
की तादाद में दुनिया के हर देश का अलग अलग भोजन परोसते बार रेस्तरां है, शॉपिंग मॉल्स है, मसाज पार्लर्स हैं, पेरिस के एफिल टावर और न्यूयॉर्क की स्टेचू ऑफ लिबर्टी का शानदार रेप्लिका
है और वो सब कुछ भी है जो किसी भी आम या खास औरत मर्द की ज़रूरत हो सकती है ।
शाम के वक़्त परिवार के साथ स्ट्रिप पर घूमते हुए संज्ञान
लिया कि अजीब सी टोपी पहने थोड़ी थोड़ी दूरी पर कुछ लड़के सब आने जाने वालों को
विजिटिंग कार्ड जैसे कुछ कार्ड्स बांट रहे थे । पर जैसे ही मैं सपरिवार चलते चलते
उनके पास पहुंचता तो वो दूसरी तरफ मुंह घुमा लेते । मैं ठहरा बौड़म दास तो मुझे और
तो कोई कारण समझ नही आया - मैंने सोचा कि क्योंकि हम भारतीय है इसलिए ये स्साले
जानबूझकर हमें इग्नोर कर रहे हैं । आखिर जब मैंने सब लड़कों को ऐसे ही करते देखा तो
झल्लाकर एक को इशारा किया कि वो कॉर्ड मुझे भी दे । उसने संशयपूर्ण दृष्टि साथ चल रही
महिलाओं पर डालते हुए कुछ चोरी छुपे जैसे अंदाज में कार्ड मुझे सौंपा तो एक सेकंड
के सौंवे हिस्से में ही सारा माजरा समझ आ गया । वेगस में शबाब के व्यवसाय से
संबंधित मय चित्र जानकारी थी । ग़नीमत थी कि परिवार की महिलाओं की दृष्टि उस समय एक
आभूषण की दुकान में सजे गहनों पर थी ।
वेगस की सबसे खास और देखने योग्य चीज़ है वहाँ के 'शोज़' जिन्हें देखने को दुनिया भर के लोग बेताब रहते
हैं । शोज़ क्योंकि बहुत भव्य होते है इसलिए बड़े महंगे भी होते हैं । किसी खास शो
में एक टिकट की कीमत एक सौ अमेरिकी डालर से लेकर अढाई सौ डॉलर तक हो सकती है । एक
'ओ' नाम के शो की भव्य और जादुई प्रस्तुति ने
हक्का बक्का कर दिया । हज़ारों गैलन पानी से अभी सामने मंच पर बने पूल में कलाकारों
के करतब हुए और अगले ही पल लेजर बीम से बने गोलों में घोड़े दौड़ने लगें । कभी
समुद्र के क्षितिज का आभास तो कभी कुछ अन्य विस्मयकारी विजन । एम जी एम होटल में
दशकों से चलने वाला डेविड कॉपरफील्ड का चमत्कारिक प्रस्तुतिपूर्ण मैजिक शो भी वेगस
का एक खास आकर्षण है जिसे दांतों में अंगुली दबाकर अब तक करोड़ों लोग देख चुके हैं
। और भी एक से एक बढ़कर बहुत सारे शोज़ वेगस में हैं पर वक़्त और पैसे का समीकरण
बिगड़ने का अंदेशा था लिहाज़ा ज्यादा से ज्यादा वक्त स्ट्रिप पर निकलते कलाकारों के
जुलूस को देखते, विंडो शॉपिंग करते, होटल
के स्वीमिंगपूल में तैरते और हमेशा मौजूद सिगरेट शराब परफ्यूम की गंध के बीच अपना
कमरा तलाश करते हुए ही बीता । लब्बोलुआब यह है कि 'लास वेगस'
दिन रात मौसमों और महीनों से परे एक शहर है । वहाँ बारहों महीनों के
दिन रात में एक ही मौसम रहता है - पागलपन की मस्ती का मौसम । लास वेगस कभी न बुझने
वाली एक ऐसी शमा है जिसके रसिकों की भीड़ परवानों की तरह हर वक़्त लाइन लगा कर
कुर्बान होने को बेताब है ।