क्या ऐसा नहीं लगता कि जबसे नरेंद्र मोदी प्रधान मंत्री बने है पहले दिन से ही देश भारी समस्याओं से घिर गया और उन सबकी जड़ में नरेंद्र मोदी जी हैं । कम से कम मीडिया का एक बड़ा हिस्सा और विरोधी नेता ऐसा ही दर्शाते हैं । ये सब शायद इसलिए कि सत्ता और सत्ता के निकट के लोग सालों से एक दूसरे का सही गलत तरीकों से पोषण करते रहें और ऐसा करने के लगभग आदी हो चुके थे । देश और जनता का हित कोई सोचता भी होगा संदेह है । श्री मोदी की कार्य शैली से उनके हितों पर गहरा कुठारा घात हुआ और सब बौखला गये । वर्तमान 500 और 1000 के नोट बंदी के निर्णय से भी ऐसे लोग बौखलाए हुए हैं । जनता धैर्यपूर्वक इससे उत्पन्न दिक्कतों का सामना कर रही है क्योंकि लोगों को इसके मकसद पर यकीन हैं और दूरगामी अच्छे परिणामों की उम्मीद हैं । कुछ राजनेता अपने स्वार्थ साधने के लिये लोगों को भड़काने की कोशिश में लगे हैं। काला धन , भ्रष्टाचार , आतंकवाद , नशे का व्यापार आदि समस्याओं का खामियाजा आम जनता को ही सबसे अधिक भुगतना पड़ता है । इन सब के खिलाफ ये सीधी लड़ाई है । लोग इस बात को समझ रहे हैं ।