गरीबों के लिये टसुए न टपकाइये ,
कुछ कर सकते हैं तो करिये ,
बेचारगी न फैलाइये .
गरीबी पर राजनीति होती रही है
और होती रहेगी .
गरीबों पर तरस न फैशन बनाइये .
साल भर में क्या किया
जरा वो गिनाइये .
एन त्यौहार पर
आत्मग्लानि न पसराइये
पर्व सबके लिये है
सभी मना लेंगे ,
अपनी शक्ति भर आनंद उठा लेंगे .
त्यौहार को जन जन में
उत्साह उमंग भरने दीजिये
गरीबों पर तरस नहीं खाइये
उन्हें सम्मान दीजिये .