shabd-logo

बेचारी ( भाग १९)

17 अक्टूबर 2023

6 बार देखा गया 6
अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा को दीक्षित परिवार ,आगे की कहानी सुनाता है ,और बताता है कि'' प्रदीप चौबे ''के माता -पिता का देहांत हो जाता है जिसकी ज़िम्मेदार ऋचा की माँ ''नितिका ''ही थी। वो बताती हैं -हमने उनके बेटे को फोन करके बुलाया - उससे कहा ,उसकी माँ की तबियत ज्यादा खराब है  वो एक बार आकर उन्हें देख ले। जब वो अचानक आता है ,तब उसे पता चलता है कि उसके पिता की मृत्यु नहीं हुई वरन उन्हें एक योजना के तहत मारा गया हैं। इस योजना में वो डॉक्टर और नर्स दोनों ही शामिल हैं। कुछ अनिष्ट की आशंका से ,वो अपनी माँ को देखने जाता है तब उसे पता चलता है कि उसने आने में देर कर दी। 



''नितिका ''के शब्दों को सुनकर ,वो उसी आधार पर ,वो अपनी माँ का ''पोस्टमार्टम ''करवाता है ,जिससे पता चलता है ,दोनों पति -पत्नी को ''धीमा जहर ''देकर बीमार किया गया और उन्हें समय से पहले ही मरना पड़ा। तब ''प्रदीप ''अपने माता -पिता की हत्या के आरोप में ''नितिका 'के खिलाफ़ रिपोर्ट दर्ज़ कराता है। इससे पहले की पुलिस उसे पकड़ती ,वो घर से भाग जाती है। उनका बेटा भी चला जाता है। दीक्षित परिवार को बस इतनी ही कहानी मालूम थी। अब आगे -







ऋचा उनके घर से निकलकर ,अपने पापा को फ़ोन करती है और कहती है -पापा अब मुझे भी उस घर में जाने से ड़र लगने लगा है। 



तू तो ,अपने पापा की बहादुर बेटी है उन्होंने उसे हिम्मत बंधाते हुए कहा। 



नहीं पापा ,वो कुछ भी कर सकती है और अब तक मैं उनके इतने रूप देख चुकी हूँ कि साहस ही नहीं होता। अब आप भी यहीं आ जाइये। 



मेरी बच्ची मैंने ,कल ही पंडितजी से बात कर ली थी ,वो कह रहे थे -अब हमें जाना ही होगा। हम लोग ,आज शाम चल देंगे और कल तक तो पहुंच ही जायेंगे। 



जी पापा !तब तक मुझे एक कार्य और पूर्ण करना है ,उसे भी निपटा लेती हूँ ,कहकर वो फोन रखती है।



वो वहां से सीधे देवीलाल जी के दफ्तर में जाती है ,उसे देखकर देवीलाल जी चौंक जाते हैं और ड़रते भी हैं कहीं इसके अंदर कोई भूत तो नहीं। ऋचा कहती है -देवीलाल जी मुझसे ड़रने की आवश्यकता नहीं ,और उनसे पूछती है - क्या आपके पास ''प्रदीप चौबे ''जी का नंबर है?



उन्होंने' न 'में जबाब दिया और बोले -मैं तो कभी उनसे मिला ही नहीं। 



क्या आप मिले भी नहीं और उनका मकान ,आप कैसे किराये पर उठाते हो ?आपसे कौन कहता था ?



देवीलाल जी बोले -मुझे तो एक नंबर से फोन आता था कि ''चौबे'' के घर को किराये पर दे दो। 



तब उसका ही नाम पता दे दीजिये ऋचा बोली। 



मुझे तो वो भी नहीं मालूम ,किसका नंबर है और कहाँ से आता है ?



ऋचा को आश्चर्य होता है ,बोली -ऐसा कैसे हो सकता है ? लाइए , मुझे वो नंबर दीजिये जिस नंबर से आपको किराये के लिए ,कॉल आती है।



उससे तो बस एक बार ही कॉल लगी थी ,उसके पश्चात मैंने ,कई बार प्रयत्न भी किया किन्तु किसी ने भी नहीं उठाया। 



ऐसा कैसे हो सकता है ?आप फोन करें और कोई न उठाये। 



ऋचा फ़ोन करती है ,घंटी जा रही थी किन्तु किसी ने भी फोन नहीं उठाया। 



तभी उसे कुछ स्मरण हुआ और वो घर की ओर दौड़ती है ,अभी दिन बाक़ी है इसीलिए वो शीघ्रता कर रही है। आज वो ,उस घर के एक अन्य कमरे में भी जाती है ,जिनमें इतने दिनों से नहीं गयी। वो कुछ ख़ोज रही है। एक से दूसरा ,दूसरे से तीसरे की  तरफ जाती है तभी उसकी दृष्टि एक अन्य कमरे की दीवार पर गयी जिस पर उन दोनों पति -पत्नी की तस्वीर टंगी थी। वो सीधे उसी कमरे में घुस जाती है और कुछ सामान ढूंढ़ती है। ये बात तो सही निकली ,ये कमरा ही उन दोनों पति -पत्नी का था। उसे जल्दबाज़ी भी इसीलिए थी कि दिन न छिप जाये और ये चुड़ैल अपनी कोई  चाल न  चल जाये ।उसे एक दराज़ में अपनी ज़रूरत का सामान मिला और बाहर की और भागी। उसे अपने साथ -साथ कोई चलता महसूस हुआ और अचानक बाहर का दरवाजा बंद हो गया। 



उसका दिल धक से रह गया ,उसे लगा जैसे उसकी हृदयगति रुक गयी हो। तो अब इसने ये चाल चली है मुझे बाहर जाने ही नहीं देगी। मंदिर बाहर की तरफ ही था ,वो आँखे मींचे ,दीवार से सटकर खड़ी हो गयी। उसे किसी के दीवारें खरोंचने की आवाजें आ रही थीं। अब वो क्या करे कैसे बाहर जाये ?जब तक वो बाहर नहीं निकलेगी तब तक कैसे वो अपना कार्य पूर्ण कर पायेगी ?



जब तक, ऋचा को उसके विषय में पता नहीं था तब तक वो ये सब आसान समझ रही थी किन्तु अब तो ऋचा उसके रूप और उसकी शक्तियों को देख चुकी थी ,उसे ड़र तो लग रहा था। उसने अपने मन को शांत किया और सोचने लगी। इससे पहले कि वो कुछ करती ,ऋचा तेजी से दौड़ती हुई रसोईघर की ओर दौड़ी और वहां से सफेद पाउडर ले ,हवा में उडा दिया और मुट्ठी में भरकर ले आई और अंदाजे से ही हवा में उड़ा दिया क्योंकि वो अब दिख नहीं रही थी किन्तु उसकी चीख़ अवश्य सुनाई दी किन्तु दरवाजा तब भी नहीं खुला। 







तभी बराबर के एक कमरे में गयी और उस कमरे की खिड़की से बाहर कूदी। बाहर अँधेरा हो चुका था। अब वो घर के अंदर जा नहीं सकती और बाहर...... 



उसने अपने हाथ में से कागज़ निकालकर ,उसे खोलकर पढ़ा ,तब वो एक निश्चय कर ,वो बस अड्डे की तरफ बढ़ चली।अब वो देहरादून की बस की प्रतीक्षा में बैठ गयी।तभी उसे स्मरण हुआ ,उसके पास तो पैसे भी नहीं हैं, वो कैसे जाएगी ?



तभी उसने अपना पर्स टटोला और उसमें उसे वो कार्ड मिला जिससे उसकी ये समस्या दूर हो सकती थी। और वो मशीन से पैसे निकालने चली गयी।



वापस आई और बस में बैठ गयी ,उसने महसुस किया कोई है ,जो उसके पीछे है किन्तु कोई दिखाई भी नहीं दे रहा। उसने कई बार पीछे की तरफ घूमकर देखा किन्तु कुछ भी अलग नहीं लगा। अब उसे नींद आने लगी और वो सो गयी।   

ऋचा ने उस घर से कैसे कागज लिए, उन कागजों को लेकर अब वो कहाँ जा रही है? उन कागजों में ऐसा क्या था, उनकी आवश्यकता उसे क्यो पड़ी? देहरादून की बस में क्यो बैठी? उसे किससे मिलने, और कहाँ जाना है? अनेक सवालों के जबाब चाहिए तो पढ़िये - बेचारी
43
रचनाएँ
बेचारी
0.0
ऋचा एक मध्यमवर्गीय परिवार की लड़की है और वो शहर में नौकरी करने आती है।और न जाने किन रहस्यों में उलझती चली जाती है।उसकी ज़िंदगी का,हर एक रहस्य एक नया सवाल खड़ा कर देता है।क्या वो बेचारी है? या फिर ये भी एक रहस्य है किसके कारण,वो भयभीत होती है?उसके भय का क्या कारण है? क्या अपने जीवन में आई,उन उलझनों को वो सुलझा पायेगी?इन सबका जबाब जानने के लिए पढ़िये - "बेचारी"
1

बेचारी ( भाग १)

7 अक्टूबर 2023
4
1
2

ऋचा उस फ्लैट में घुसती है , उसके घुसते ही ,एक अजीब ,तेज़ बदबू का झोंका ,उसके नथुनों से टकराया ,उसने तुरंत ही अपना हाथ अपनी नाक पर रख लिया। वो बोली -देवीलाल जी ये आप मुझे कहाँ ले आये ?और ये कैसा मकान द

2

बेचारी ( भाग २)

8 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -देवीलाल , सम्पत्ति लेन -देन का व्यापारी है ,उसके दफ्तर में ऋचा आ जाती है जिसे रहने के लिए एक फ्लैट चाहिए क्योंकि वो इस शहर में नई आई है ,यहां वो किसी को जानती भी नहीं और अब उसे इसी

3

बेचारी ( भाग ३)

8 अक्टूबर 2023
0
0
0

देवी लाल जी एक 'प्रॉपर्टी डीलर '' हैं ,ऋचा उनसे एक मकान अथवा फ्लैट के लिए सम्पर्क करती है। वो ऋचा को भी वही मकान दिखाते हैं ,जो इससे पहले भी कई लड़के लड़कियों को दिखा चुके हैं, किन्तु पता नहीं ,उस मकान

4

बेचारी ( भाग ४)

9 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -देवीलाल जी ,शास्त्रीनगर के मकान नंबर 'अट्ठावन ' में रात्रि में अपने नौकर नंदू के साथ ठहर जाते हैं किन्तु उस मकान में उनकी ,इतनी बुरी गत हो जाती है कि अस्पताल में जाने की नौबत आ जाती

5

बेचारी ( भाग ५)

10 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -सेठ देवीलाल जी ,शास्त्रीनगर के मकान नंबर अट्ठावन में दुर्घटना ग्रस्त हो जाते हैं ,वहां कोई तो है ?जो नहीं चाहता ,कि कोई आये और यहां रहे। किन्तु देवीलाल जी को किसी का फोन आता है कि इस

6

बेचारी ( भाग ६)

10 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,ऋचा जो एक अनजाने शहर में आती है और देवीलाल जी उसे एक घर किराये पर दिखलाते हैं ,वो घर एकदम निर्जन गली के सबसे आख़िरी मकान है। उस घर में कोई भी किरायेदार आता है ,रातों रात भाग जाता है। ल

7

बेचारी ( भाग ७)

11 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक'' बेचारी '' में आपने पढ़ा -ऋचा किसी दूसरे शहर में ,नौकरी करने आती है और ''देवीलाल जी ''जो एक ''प्रॉपर्टी डीलर ''हैं ,उनसे ऋचा सम्पर्क करती है और वो उसे वही मकान दिलवा देते हैं , जिसमें कोई रहना

8

बेचारी ( भाग ८)

11 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा - ऋचा किसी अनजान शहर में ,नौकरी करने आती है और देवीलाल जी के माध्यम से उसे एक मकान मिल भी जाता है।'' शास्त्रीनगर का वो मकान नंबर ,'' अट्ठावन ''जहाँ एक रात से भी ज्यादा कोई नहीं टिक पात

9

बेचारी ( भाग ९)

12 अक्टूबर 2023
0
0
0

ऋचा किराये पर मकान लेती है और वो शास्त्रीनगर के ''प्रदीप चौबे ''के ,मकान नंबर ''अट्ठावन ''में आ जाती है। वो मकान कई वर्षों से ,यूँ ही वीरान पड़ा है , उसमे कोई नहीं रहता। कभी कोई भूले से आ भी जाता ,तो र

10

बेचारी ( भाग १०)

12 अक्टूबर 2023
0
0
0

बेचारी में अब तक आपने पढ़ा - ऋचा उस मकान में रहने तो आ जाती है ,किन्तु नितिका की रूह ने ,उसे परेशान कर दिया वो ऋचा को छू तो नहीं पा रही किन्तु उसे डरा अवश्य दिया। घर में रहते अभी उसे तीन -चार दिन ही हु

11

बेचारी ( भाग ११)

13 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा ,उस घर की कहानी जानने की इच्छुक है ,इसके लिए उसे दीक्षित परिवार के दम्पत्ति मिलते हैं। पहले तो वो लोग उसे,किसी भी तरह की जानकारी उसे देने के लिए तैयार नहीं होते हैं, किन्तु जब ऋचा

12

बेचारी ( भाग १२)

13 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा , चौबेजी के बरसों पुराने घर में रहने आती है ,अभी तक तो सभी, यही समझ रहे थे कि -ऋचा अन्य किरायेदारों की तरह ही, इस घर में रहने आई है किन्तु कुछ समय पश्चात ,एहसास होता है कि वो आई न

13

बेचारी ( भाग १३)

14 अक्टूबर 2023
0
0
0

बेचारी में ,अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा जो ,शास्त्रीनगर के मकान नंबर अट्ठावन में आती है ,वहां उसका एक रूह से सामना होता है। वो पहले तो ये बात ,हल्के में ले रही थी किन्तु ,जब उस आत्मा ने, उसे परेशान कर दिया ,

14

बेचारी ( भाग १४)

14 अक्टूबर 2023
0
0
0

बेचारी में ,आपने पढ़ा -ऋचा उस घर की परेशानियों को दूर करने के लिए , वो इस आत्मा के चक्कर को ही समाप्त कर देना चाहती है। इसके लिए वो उस घर की कहानी जानना चाहती है और इसके लिए वो दीक्षित परिवार से सहायता

15

बेचारी ( भाग १५)

15 अक्टूबर 2023
0
0
0

बेचारी में आपने अब तक पढ़ा -ऋचा को पता चल जाता है कि ''नितिका ''नाम की नर्स और कोई नहीं उसकी अपनी माँ है। वो इस बात से बेहद दुखी और परेशान होती है कि उसे अपनी माँ के विरुद्ध ही लड़ना होगा। वो बहुत देर त

16

बेचारी ( भाग १६)

15 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,ऋचा को पता चल जाता है ,इस घर में जो'' नितिका ''नाम की आत्मा निवास करती है वो और कोई नहीं ,उसकी अपनी माँ ही है। पिता से पूछने पर कि माँ की मौत कैसे हुई ?जिसका वो जबाब नहीं दे पाते। अपन

17

बेचारी ( भाग १७)

16 अक्टूबर 2023
0
0
0

ऋचा दीक्षित परिवार से मिलने जाती है ,आज उसकी नींद भी पूरी नहीं हुई क्योंकि रात जो उसने भयानक सपना देखा ,उसके कारण वो बेहद डरी हुई थी। उसने अपने पिता को फोन पर ,कणिका के विषय में बताया जिसे सुनकर उसके

18

बेचारी ( भाग १८)

16 अक्टूबर 2023
0
0
0

प्रदीप चौबे '' अपने पिता का अंतिम संस्कार करके ,अपने काम पर लोेट जाता है ,अपनी माँ को अपने संग ले जाना चाहता है किन्तु माँ पहले तो उसके संग जाने से इंकार कर देती है और जब जाने के लिए तैयार होती हैं तब

19

बेचारी ( भाग १९)

17 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा को दीक्षित परिवार ,आगे की कहानी सुनाता है ,और बताता है कि'' प्रदीप चौबे ''के माता -पिता का देहांत हो जाता है जिसकी ज़िम्मेदार ऋचा की माँ ''नितिका ''ही थी। वो बताती हैं -हमने उनके ब

20

बेचारी ( भाग २०)

18 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,ऋचा अपने पापा से बात कर ,देवीलाल जी से उस नंबर का पता लगाने जाती है, जिस नंबर पर उन्हें फोन आता है किन्तु देवीलाल जी अनभिग्यता जाहिर करते हैं। ऋचा हैरत में पड़ जाती है ,कि जिसे देवीलाल

21

बेचारी ( भाग २१)

18 अक्टूबर 2023
0
0
0

बेचारी में अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा ''प्रदीप चौबे ''का पता लगाने के लिए ,घर से निकलती है और बस में भी चढ़ती है ,और उसके घर देहरादून पहुंच जाती है ,जहाँ पर उसको पता चलता है कि'' प्रदीप चौबे '' तो अपनी माँ क

22

बेचारी ( भाग २२)

19 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,ऋचा बस अड्डे से वापस अपने घर आती है। वहां पहुंचकर उसे पता चलता है -उसके पापा और पंडितजी आ गए हैं। पंडितजी उसके द्वारा पता लगाते हैं, कि वो आत्मा वहीं आस -पास है ,तब उन्हें पता च

23

बेचारी (भाग २३)

19 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा और उसके पापा ,''नितिका''की आत्मा से बचने के लिए ,एक पंडित जी को अपने संग लाते हैं। पंडित जी ,पहले उन बुजुर्ग आत्माओं का निवारण करना चाहते हैं और उनकी आत्माओं को बुलाते भी हैं किन्

24

बेचारी ( भाग २४)

20 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा और उसके पापा ,उस आत्मा से बचते हुए ,एक मंदिर में शरण लेते हैं ,तब वहाँ के पंडित जी से बताते हैं - कि उस आत्मा ने पता नहीं कैसे ,हमारे साथ आये पंडितजी को मारा ? तब पंडितजी उन्हें म

25

बेचारी ( भाग २५)

20 अक्टूबर 2023
0
0
0

बेचारी के इससे पूर्व भाग में आपने पढ़ा -ऋचा और उसके पिता ,नितिका नाम की आत्मा से बचते - बचाते एक मंदिर में जाकर शरण लेते हैं। मंदिर के पंडित जी उनकी सहायता का वायदा करते हैं और अपना एक आदमी ''भैरों बाब

26

बेचारी ( भाग २६)

21 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,ऋचा और उसके पापा को पंडितजी ''भैरों बाबा ''के यहां पहुंचा देते हैं।'' भैरों बाबा ''ऋचा के मन में उठते सवालों का जबाब ,उसे एक कहानी द्वारा देते हैं। वो कहानी तीन सौ बरस पुरानी है ,कादम

27

बेचारी ( भाग २७)

21 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा , भैरों बाबा ऋचा और उसके पापा को एक ,तीन सौ साल पुरानी कहानी सुनाते हैं ,जो कादम्बिनी और भुवन की है ,इससे ये तो पता चल जाता है- कि नितिका और उसका पति पिछले जन्म में भी पति -पत्नि ही थे

28

बेचारी ( भाग २८)

22 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -एक व्यक्ति जो कादम्बिनी को, एक बालिका को, जबरदस्ती खींचकर अपने झोंपड़े के अंदर ले जाती है ,देखता है ,वो व्यक्ति पहले तो गांववालों को बुलाने की सोचता है किंतु कादम्बिनी कहीं हाथ से न नि

29

बेचारी ( भाग २९)

22 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -कादम्बिनी ,अपने गांव के लोगों से नाराज है ,उन्हें सबक सिखाने के लिए ,अपने ही गांव की बच्चियों को अगवा करती है और एक तांत्रिक की सहायता से , अपनी शक्तियां बढ़ाने के लिए ,उन बच्चियों की

30

बेचारी ( भाग ३०)

22 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने जाना ,कादम्बिनी जो भुवन की पत्नी थी ,उसकी हत्या तीन सौ बरस पहले ऋचा ने की थी ,ये बात ''भैरों बाबा ''ने उसके पापा और उसको बताई- कि आज जो नितिका और उसके पिता हैं ,वे पहले भी पति -पत्नी रह चु

31

बेचारी ( भाग ३१)

24 अक्टूबर 2023
0
0
0

बेचारी में ,अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा और उसके पापा ,''भैरों बाबा ''से मिलते हैं। 'भैरोंबाबा'उन्हें उनके पूर्व जन्म की कहानी सुनाते हैं ,जिससे पता चलता है -ये इनके पूर्व जन्मों के ही कारण हो रहा है। अब वे ल

32

बेचारी ( भाग ३२)

24 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक अपने पढ़ा -''भैरों बाबा '' उस घर की शुद्धि के लिए हवन करते हैं ,किन्तु 'नितिका की आत्मा ''उस हवन में व्यवधान डालती है। दोनों तरफ कुछ देर तक ,अपनी -अपनी शक्तियों के बल पर युद्ध सा चलता है। अंत मे

33

बेचारी ( भाग ३३)

25 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा और उसके पापा ,बाबा के संग हवन में ही बैठते हैं ,उससे पहले ही बाबा ,ऋचा को समझा देते हैं ,कि उसे क्या करना है ?जब बाबा उसे ,उस कार्य के लिए भेजते हैं तब उसे पता चलता है -पापा ने ही

34

बेचारी ( भाग ३४)

25 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा की माँ ,''नितिका की आत्मा ''अपने पति के शरीर पर कब्ज़ा कर लेती है किन्तु ये बात ''भैरों बाबा ''को सही नहीं लगती ,उधर ऋचा ,उस स्थान को जलाकर नष्ट कर देती है, जिसके कारण ,''नितिका ''

35

बेचारी ( भाग ३५)

26 अक्टूबर 2023
0
0
0

बेचारी में अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा के शरीर पर नितिका ,अपना अधिकार कर लेती है ,बाबा उसे अपने तंत्र से छुड़ाने का प्रयास भी करते हैं किन्तु वो फिर से ,ऋचा को अपने कब्ज़े में लेकर ,उसे लेकर किसी क़ब्रिस्तान मे

36

बेचारी ( भाग ३६)

26 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,ऋचा की माँ की आत्मा ऋचा को अपने साथ उड़ाकर ले जाती है ,भैरों बाबा और उसके पिता उसे ढूंढकर ,उसे अस्पताल में भर्ती कर देते हैं, किन्तु उन्हें वहां भी ,उसके आने का अंदेशा लगता है। बाबा ऋ

37

बेचारी ( भाग ३७)

27 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा को उसके पिता किसी अस्पताल में भर्ती कर देते हैं ,किन्तु' नितिका की आत्मा 'उसे ढूंढते हुए ,वहां भी पहुंच जाती है और वो ,वहां के मुर्दों को भी ,खड़ा कर देती है। सभी को अपने संम्मोहन

38

बेचारी ( भाग ३८)

27 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा , नितिका की आत्मा ,ऋचा के पापा के अंदर प्रविष्ट कर जाती है ,और उन्हें लेकर ,न जाने ,कहाँ निकल जाती है ?बाबा अब ''प्रदीप चौबे ''की आत्मा को मुक्त करते है ,ताकि वो बता सके -कि 'प्रदीप चौ

39

बेचारी ( भाग ३९)

28 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,'' भैरों बाबा '' प्रदीप चौबे'' की आत्मा को छोड़ देते हैं ,प्रदीप चौबे की आत्मा अपने परिवार से मिलने ,देहरादून जाती है और उसकी आत्मा अपनी पत्नी को ,पुकारती है -सुलेखा ,सुलेखा..... पहले

40

बेचारी ( भाग ४०)

28 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,''प्रदीप की आत्मा ''अपनी पत्नी सुलेखा से मिलने आती है और सुलेखा से अपने प्रश्नों के जबाब चाहती है। किन्तु सुलेखा भी, सच्चाई को ,आसानी से स्वीकार नहीं ,करती है। बहुत दिनों ,बाद बच्चों

41

बेचारी ( भाग ४१)

29 अक्टूबर 2023
0
0
0

बेचारी में अब तक आपने पढ़ा -प्रदीप की आत्मा अपने परिवार से मिलती है ,वहां पता चलता है, कि प्रदीप को मारा तो नितिका ने था किन्तु वो बच गया था ,रही सही कसर उसकी अपनी पत्नी सुलेखा ने पूरी की क्योंकि वो रा

42

बेचारी ( भाग ४२)

30 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -भैरों बाबा ,अपनी शक्ति से पता लगाने का प्रयास करते हैं कि ऐसी वो कौन सी शक्ति है? जो हाइवे पर इतनी दुर्घटनाएँ करवा रही है ,इस सब बात का पता लगाने के लिए ,''प्रदीप की आत्मा '' सहायता क

43

बेचारी ( अंतिम भाग)

30 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -ऋचा और बाबा को पता चल जाता है ,हाइवे पर जो हाद्से हो रहे हैं ,उनका ज़िम्मेदार कौन है ? बाबा अब ऋचा को कोई निर्णय लेने के लिए कहते हैं ,किन्तु जब ऋचा को पता चलता है -इन हादसों में उसके

---

किताब पढ़िए