जी शायद आप मुझे ठीक ही पहचान रहे हैं सलमा की जान में जान आई मैं सीएसपी के जनाब आफताब अहमद की हूं और हिंदुस्तान में रहती हूं वह मेरे नाना है सलमान ने कहा तब पुलिसवाला कुछ नाराज सा होकर काउंटर वाले से बोला पहले मुसाफिर को ठीक से देख लिया करो समझे इतना कहकर वह चला गया हालांकि काउंटर वाला आश्वस्त नहीं हुआ था। पर उसने शायद यही सोचा कि जब पुलिस ही अपना काम नहीं करना चाहती तो मैं उसका काम क्यों करूं और उसने बोर्डिंग कार्ड सलमा के आगे बढ़ा दिया उसके बाद सलमा उसे जहाज में मिली और उससे के कोटा जाने तथा उसके बीजिंग उड़ जाने से पहले ही उनकी मुलाकात कराची के होलीडे इन के रेस्तरां में सुबह नाश्ते पर हुई नाश्ते के वक्त कुछ अनहोनी घटनाएं हुई वह जब रेस्त्रा में पहुंचा तो सलमा वहां कुछ पहले से मौजूद थी उसने सलमा को देखा तो एकाएक देखता ही रह गया शायद किसी ऐसी ही हूं वह ऐसी ही औरतों को देखने की उसकी तमन्ना ना जाने कितने वर्षों से दूरी पड़ी थी और आज जागे पूरी हुई मन में छुपी हुई कोई बात जब एकाएक पूरी होती है तो आदमी का मन बहुत समझाने लगता है।
सपना इस तरह सामने आ जाए तो यही होता है और फिर रात जो सपना उसने देखा था वह भी उसकी याद में उलझा हुआ था उस सपने में उसने सलमा को पंजाबी लिबास में देखा था और सलमा हूं उसी निवास में सामने थी वह जैसे कुछ बोल ही नहीं पाया था पर सलमान ने सारी स्थिति को बहुत शहद बना दिया था आइए तक तशरीफ़ लाइए मुझे उम्मीद थी कि आपके चीन जाने से पहले हमारी एक और मुलाकात जरूर होगी वह सब कुछ आ गया था यही सब तो वह भी चाह रहा था तब तक मेरा आ गया और उसने नाश्ते का आर्डर दिया मेरे लिए तो कान्फ्रेंस ब्रेड स्लाइस पर फ्राइड एग और चिली सॉस भाई माफ करना मुझे चिली सॉस बहुत पसंद है उसने सलमा की ओर देखकर पूछा और आप तो शर्मा ने बताया वह अपना आर्डर पहले ही दे चुकी है दोनों का नाश्ता साथी आया और पहली अनहोनी सामने आई दोनों का नाश्ता एक ही था ।
वही कंफर्म भी एक ही था लगता है यहां एक ही नाश्ता मिलता है आपका नाश्ता भी वही आया जो मेरा उसने कहा जी नहीं या इत्तेफाक की बात है कि मैंने भी बिल्कुल वही आर्डर दिया था जो आपने दिया सलमा भूली चिली सॉस भी या तो मैंने खासकर तो उसे बोला था जी हां मैंने भी बोला था मुझे भी ना जाने क्यों प्राइडेक्स के साथ चिल्ली सास का हल का सेट टच बहुत पसंद है सलमा ने कहा और शायद आपको भी हैरत की बात है और उनके बीच तब एक अजीब सा सन्नाटा छा गया कहीं कुछ एक होने का सन्नाटा इस ऐशबाग का सन्नाटा काफी देर खामोशी रही फिर सलमा ही बोली थी अजीब आज रात मैंने एक अजीब सा सपना देखा वैसे मैं अक्सर सपने नहीं देखती शायद याद नहीं रह रह जाते होंगे पर यह सपना याद ही रह गया क्या सपना देखा आपने पूछते हुए कुछ सहमा सा था कहीं इस नाश्ते की पसंद की तरह कहीं सपना भी सपना एक साथ ही क्योंकि उसने सपने में देखा था कि लाहौर से कराची आने वाला उसका जहाज किसी हादसे की वजह से एक हिंदुस्तान में उतरा उतर पड़ा था और रेत की लहरों से टकराता हुआ एक जहाज आकर ऐसे रुक गया था जैसे जहां उसने लैंड किया हो और सारे पैसेंजर से भी देखा यह कि सलमान ने बताया कि लाहौर से कराची आने वाला हमारा जहाज किसी हादसे की वजह से रेगिस्तान में उतर पड़ा उसकी सांसे रुकने सी लगी थी सलमा या कौन सा सपना सुना रही है पर वह आगे बता रही थी जी और हुआ या की जहाज रेत की लहरों से टकराता हुआ एक जगह जाकर ऐसे रुक गया जैसे उसने लैंड किया हो ताज्जुब की बात यह है कि सारे पैसेंजर से अजीब सपना था इतना ही काफी पीने लगी उसकी सांस तो अभी गई थी ।
उसने भी काफी का एक घूंट लिया और बड़ी मुश्किल से बोला था शर्मा जी अब मैं कैसे बताऊं कि यही यही बिल्कुल यही हूं वो सपना मैंने भी आगे वह कुछ कह नहीं पाया था दोनों अपने-अपने काफी पीते बैठ रहे थे और सोचते रहे कि क्या या कभी सचमुच मुमकिन हो सकता है और दो अलग-अलग लोग बिल्कुल एक साथ सपना एक ही रात में देखें या तो अनहोनी से बात है एक ऐसी बात जो कभी नहीं होती जो शायद कभी हो ही नहीं सकती कुछ देर सलमान ने उसे देखा जैसे कि कभी एक सपना देखने की बात भाजपा किसी खास मकसद से तो नहीं रहा वह सोचने लगी कि जो लोग जो जो लोग घंटे 2 घंटे बाद अलग रास्तों पर जाने वाले हो जो 2 लोग पहली बार यूं ही अकस्मात मिल जाएं और जो 2 लोग अगली जिंदगी की शायद कभी ना मिलने वाले हो एक दूसरे से झूठ बोलकर क्या पाएंगे क्या खाएंगे उनके बीच शिवा सच बोलने के अलावा था भी क्या झूठ की वह कोई जगह थी ना जरूरत ....... काफी देर तक वह दोनों खामोश ही बैठे रहे वह एक से सपने को लेकर कुछ ऐसे अटक गए थे कि मामूली बातों का सिलसिला ही खत्म हो गया था फिर भी महज कुछ बात करके करने की खातिर उसने सलमा से पूछा था क्या आप शुरू से हिंदुस्तानी हैं मतलब यही कि आप हिंदुस्तान में पैदा हुई थी हां यही सच है पर सच यह भी है कि मैं को में जन्म लिया पाकिस्तान में पैदा हुई हिंदुस्तान में 45 में असल में हम बिहार के रहने वाले हैं वहां की एक छोटी-सी रियासत के मेरी नानी वहां हैं वह जिंदा है पर मेरे नाना काफी पहले यहां सिंध चले आए थे ।
तब हिंदुस्तान एक था मेरे वालिद और मां भी उन्हीं के साथ यहां आ गए थे पाकिस्तान बनते ही वैसे मेरे नाना एक तरफ से कहे तो मुजाहिद बन गए और अब भी उन्हें बिहार याद आता है तो कहते हैं कि हमारा मूल पाकिस्तान हो गया लेकिन वतन तो हिंदुस्तानी ही है हमारी यादें तक हिंदुस्तानी है ना ना यही हैं कोटा में मैं उन्हीं से मिलने जा रही हूं वह बिहार को याद करते हैं अब सब उन्हें याद करते हैं लेकिन यह तो पहले हैं कि आपने अपनी मां की कोख को जन्म लिया पाकिस्तान में और आप पैदा हुई हिंदुस्तान में पहले कैसी जब पार्टीशन हुआ तब मैं अपनी अम्मी की कोख में थी उस वक्त बिहार में भयानक दंगे चल रहे थे मुसलमानों का कत्लेआम हो रहा था पर अब बा और मम्मी नहीं रुके नाना ने उन्हें बहुत रोका पर वह यही बोले कि नानी बिहार में अकेली है और फिर या भी कुछ भी हो हम अपना घर और वतन नहीं छोड़ सकते अजीब ने उसे आश्चर्य से देखा फिर धीरे से अटक अटक कर कहा या तो अजीब बात है जब लाखों मुसलमान हिंदुस्तान छोड़कर पाकिस्तान आ रहे थे तब आपके अब्बा और अम्मी ने मुसलमान होते हुए भी हिंदुस्तान जाने का फैसला लिया दो मुसलमान नहीं नहीं तीसरी मैं अम्मी की कोख में मैं भी तो थी अजीब तुम मुसलमान को इस रूहानी तकलीफ को नहीं समझ सकते अगर तुम हिंदू मुसलमान की रानी वाशिंदे हो तो हम भी यही सलामी औलादे हैं हम मुसलमान हो गए तो क्या हुआ मजहब बदलने से मिट्टी तो नहीं बदल जाती अजीब ने सलमा को गहरी नजरों से देखा क्यों आप इस तरह मुझे क्यों देख रहे हैं मैंने अपने खानदान में बहुत सी मौतें देखी है जब मौत आती है तब किसी को का बाया कर्बला याद नहीं आता अपना घर याद आता है।
मैं तो यह कहीं रही हूं यकीन ना हो तो पूछिए जाकर किसी भी मुल्क के मुसलमान यहां तक कि रियाद और तेहरान में रहने वाले मुसलमान से खुदा का घर सब के लिए है लेकिन अपनी मौत के वक्त सिर्फ अपने घर गांव का घर अपना होता है यही आखिरी सच है उस पर इन तुर्की मिस इंडोनेशिया कहीं का भी मुसलमान अपने वतन की धरती पर मरना चाहता है मक्का मदीना में नहीं लेकिन लेकिन क्या तुम आर्यों ने खुद अपने मजहब को सील बंद करके तोड़ा है यह तुम कैसे कह सकती हो सलाह सलमा तुम्हारे ब्राह्मण ग्रंथ ग्रंथों के आधार पर तुमने अपना वन वर्णाश्रम धर्म बना लिया था हर बच्चा मां के पेट से पैदा होता है पर तुम्हारे ब्राह्मणों और उनके ग्रंथ में मां की कोख का अपमान करते हुए मनुष्य को ब्रह्म के अलग-अलग अंगों से पैदा करने का सिद्धांत पैदा किया आज के शब्दों में कहूं तो तुम्हारे ब्राह्मणों ने अपना पाकिस्तान बना लिया अधिक सकते में आ गया है उसके पास कोई उत्तर नहीं था और तब सलमा बोली तो अजीब उसे गौर से देखा और तब तुम्हारे उपनिषदों ने इंसानी मूल्यों में संपदा को बचाने का प्रयास किया अदीब ने अकोला ते हुए फिर उसे परेशानी से देखा तुम्हारे उपनिषद और कुछ नहीं मैं ब्राह्मणवादी अत्याचारों वरवादी आना चारों अवसरवादी आस्था को स्थापित करने वाले पास्ता पश्चाताप के ग्रंथ हैं।
उन्होंने तुम कुलीन आर्यों को जरूर संभाला पर वह विश्व के बदलते हुए मानसिक मानचित्र को नहीं संभाल सके दुनिया की सच्चाई या बदल गई थी पर तुम आर्यन बदलती हुई शक्तियों को आत्मसात नहीं कर पाए यही तुम्हारे प्रभाव का कारण है धर्म के आधार पर कृतियां बनती हैं पर कालांतर में वे धर्म से मुक्त होकर मानव संस्कृतियों में तब्दील हो जाती हैं पर तुम और तुम्हारे लोग बार-बार संस्कृत को धर्म की ओर खींचते रहे हैं इसका मतलब यह है तो नहीं कि बाद में इंकलाब और सर सैयद अहमद खान ने जो रंग तैयार किया हुआ ठीक था कौन कहता है कि वह ठीक था लेकिन यह बदलाव तब आया था जब लोकमान तिलक ने आजादी के आंदोलन में गणपति उत्सव से जोड़कर इसे आजादी का हिंदु आंदोलन बना दिया लेकिन गांधी जी ने आकर इस गलती को सुधारा भी तो तो था तब तक बहुत देर हो चुकी थी दिल तक्सीम हो चुके थे वह दोनों खामोश खामोशी से एक दूसरे को देखने लगे तब सलमान ने फिर खामोशी को तोङा था।
उसके बाद के इतिहास को देखो अजीब यह ठीक है कि गांधीजी ने सब संभाला पर तब तक अंग्रेजी सच्चाई का फायदा उठा चुका था और देखो ना बाद में क्या हुआ लोकमान तिलक ने अंततः सारे हिंदू वादियों को जन्म दिया सावरकर जैसे क्रांतिकारी हिंदूवादी हो गए उनकी नस्लें में नाथूराम गोडसे पैदा किए आखिर उसी ने गांधी जी की हत्या की तो गांधी नेहरू पटेल मौलाना आजाद के रहते हुए भी मुसलमान के लिए उम्मीद बची ही कहां थी दिलों में शक बैठ गया कि सत्ता मिलते ही धीरे-धीरे नेहरू का संकुचित हो जाएगा और मूर्छित हिंदुत्व होश में आता जाएगा फिर क्या इसलिए संजय क्रश मुस्लिम दिमाग में बाबर तैमूर और चंगेज खान जैसे से अपना रिश्ता तोड़ा था तो संडे ग्रेट मुस्लिम दिमाग को क्या करता अंग्रेजों के हाथों में तो दुधारी तलवार आ गई थी वह भला क्यों चुप थे और यह मत भूलिए अधिक की मध्यकाल के सारे अक्रांता साम्राज्यवादी थे वह धर्म के प्रचारक और तक नहीं थे मंगोल चंगेज खां हो तो मुसलमान भी नहीं था तब इस्लाम ही नहीं था ।
वह तो पौधों से भी पहले के सयानी धर्म का पूर्ण मूर्तिपूजक था आपको हिस्ट्री की बहुत जानकारी है उसने नाश्ता खत्म करते हुए कहा आखिर में ही श्री स्टूडेंट नहीं हूं उसके उसी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में जहां आप क्या दीप बनकर निकले हैं और एक खास बात कहूं कहिए जिन्ना साहब ने इतिहास नहीं बनाया इतिहास ने जिन्ना साहब को बनाया था अपने इतिहास से सबक लीजिए उसकी देख को मजहब के चूल्हे पर मत चलाइए नहीं तो फिर वही हाल होगा जो तक्सीम के साथ हिंदुस्तान का हुआ और आज पाकिस्तान का हो रहा है उसे आश्चर्य हुआ कि सलमा इतना खुलकर कैसे बोल पा रही है और वह भी कराची पाकिस्तान में बैठकर गनीमत यही था कि उस वक्त उनकी नाश्ते की मैच के आसपास उसके अलावा और कोई नहीं सुनने वाला था तभी तभी कह रहा बरपा हुआ दशकों की आवाज से उसका वजूद चलाने लगा सलमा भी सामने नहीं थी अजीब एकाएक चीज अर्दली मैं कहां हूं हुजूर आप अपनी अदालत में है !