तुम लोग कहर की बात करते हो हम कयामत बरपा करेंगे और मिस्र में बाप कुछ भी नहीं जिंदा छोड़ेंगे जो इस्लाम से पहले का है हम उसे बराबर करके रहेंगे दूरदराज अमेरिका से आई वहां मिस्र का मूल्य से कुमार अब्दुल रहमान सीख रहा था जो अमेरिका में बिरहा इजाजत घुस गया था और गरीब अनपढ़ मुसलमानों को इस्लाम के नाम पर भड़का रहा था से उम्र अब्दुल रहमान को यहां हाजिर किया जाए अदालत बोली पर हुजूर हुआ तो फिलहाल अमेरिकियों की गिरफ्तारी में है अगली ने बताया ठीक है उसकी आवाज को मत रोको आने दो आवाज अदालत ने हुक्म दिया ।
अब्दुल रहमान की आवाज फिर दहनने लगी हम इस्लाम परस्त हैं हमने ही अनवर सादात को मारा था क्योंकि उसने इस इजराइली ओं से कैंप डेविड का समझौता किया था हम हुस्नी मुबारक और हसन अल अरबी की सरकार को भी माफ नहीं करेंगे मिश्र तो है क्या वहां की सत्ता तो हम हासिल करके ही रहेंगे हम तो पूरे उत्तरी अफ्रीका और दक्षिणी यूरोप को भी हिला कर रख देंगे अल्जीरिया और टर्की को भी हम माफ नहीं करेंगे क्योंकि यह मूर्ख मुसलमान तो हैं पर यह निडर मी हो गए हैं इन्हें हम मजहब के रास्ते पर लाएंगे मजहब का या रास्ता नहीं है तुम इस्लाम के नाम पर हमारी संस्कृति सभ्यता और इतिहास को नहीं मिटा सकते मैं भी मुसलमान हूं लेकिन मैं अपने इतिहास से इनकार नहीं करता इसके बाद सभी पुराने संस्कृति और परंपराएं हैं तुम्हें कोई हग रहेगी तुम हमारे रोशनी को और ईसाइयों की इस विरासत को मिटा दो इसे मिटा कर तुम इस्लाम को बड़ा कैसे साबित कर पाओगे इन्हें सामने रखकर ही हम इस्लाम की सौगात को समझ पाएंगे क्योंकि इस्लाम बड़ा है क्यों इतना विराट है अदालत में आवाज तो आ रही थी पर बाकी मौजूद लोग आवाज वाले आदमी को नहीं देख पा रहे थे अर्दली ने मुश्किल हल कर दी ।
पहली आवाज तो अमेरिका से मुल्लास एक उम्र की थी वह आपने सुनी इस दूसरी आवाज के मालिक हैं मिस्र के काजीचक सहित अश्वामी मैं देख रहा हूं कि अश्वामी अपने विचारों के लिए खतरा उठाते हुए सशक्त सुरक्षाकर्मियों से घिरे हुए हैं क्योंकि सहित अश्वामी जैसे बुद्धिजीवी को जान से मार डालने की धमकी लगातार दी जा रही है इस वक्त भी काहिरा के अपने घर में सुरक्षा बलों के घेरे में हैं ताकि बर्बर कट्टरपंथियों की धमकी असलियत में लागू ना हो जाए अदालत चौकी तभी अल अहराम अखबार ने खबर दी मंदिरों और जीजा की ग्रामीणों में भी अभी-अभी बम विस्फोट हुआ है जीजा की रेलवे में बादलों की तरह मीनार के शक्ल के आसमान की ओर उठती जा रही हैं यही होगा दी यही होगा नील नदी पनाहों में बैठकर मिश्र के गौरव और सुंदर को देखने वाले बीच गोरे सैलानियों की मौत के घाट उतारते हुए इस्लामिया कट्टरपंथी आतंकवादी था यही होगा यहूदी इस्लाम ईसाई यहां नाच देखने आते हैं खुलेआम नंगे होकर घूमते हैं ।
मंदिरों में जाकर यह तंत्रों और मंत्रों से पूजा करते हैं हमारा सलाम इसे मंजूर नहीं करता इन गैर इस्लामी निशानों प्रतीकों पुराने तहजीब वचनों को मिटाने और खत्म करने की 10 वीं सदी से लगे हुए हैं हमारे उनमें उलेमा ने भी तो इस उड़ने वाले नरसिंह घोड़े की नाक तोड़ दी थी हमारे सिखों ने फलों के इन मंदिरों पर हमले किए थे लेकिन यह लेकिन या पुरातन मंदिर और पिरामिड गरीब को अपने पत्थर देते रहे ताकि वह अपने घर बना सके तुम्हारे वही लालची से जिन्हें तुम इस्लाम का झंडा बदर दार बता रहे हो चौधरी सदी में इन मंदिरों पर आम लोग गिराने नहीं हुए इनकी धन दौलत लूटने आए थे वह सलाम के सिपाही नहीं थे वे इस्लाम के नाम पर लूटपाट करने वाले डाकू कबीले थे जिन्होंने अपनी असली पहचान छुपाने के लिए धर्म प्रचारकों के लबादे पहन लिए थे शत-शत सुरक्षा गार्डों के से गिरे काका जी सहित स्वामी ने उन्हें फंसा राव बीकाजी हूं मैं भी इस्लामी शरीयत और नदीम के मुताबिक इंसान इंसाफ करता हूं तुम इन डाकुओं को तो मुल्लों की पोशाक पहन कर आए थे इस्लाम का सिपाही कहकर इस्लाम की तौहीन कर रहे हो ।