कुछ नहीं ऐसे लोग आकर यहां क्यों नहीं समझते कि मुसलमानों के नाम पर पाकिस्तानियों को बोलने का कोई हक नहीं है आज है हिंदुस्तान में पाकिस्तान से ज्यादा मुसलमानों पाकिस्तान से ज्यादा इस्लाम की समझने वाले लोग हैं इस्लाम के दिल में मारने वाले मुसलमान हिंदुस्तान में उनसे कहीं ज्यादा है तब इन पाकिस्तानियों को बोलने का हक कहां सलमा पूरी तरह धड़क रही थी ! छोड़ो यह बातें आओ खाना खा ले अदीब ने कहा हां मुझे बहुत भूख लगी है अभी अपने पलटकर देखा होटल की मेन हॉल की रोशनी रोशनी आ गई थी उधर गया तो पता चला होटल बंद हो चुका है होली की छुट्टी है और अब खाना नहीं मिल सकता लेकिन बेटर तो आर्डर लेने आया था जी हां उसने बहुत देर आपका इंतजार किया आखिर छुट्टी का दिन था ! इंतजार करते करते वक़्त थक गया फिर वह किचन बंद हो गया तो वह चला गया तो आप कुछ नहीं मिल सकता सॉरी सर लेकिन आप साउथ अफ्रीकन टूरिस्टो को देर रात फिर भर खिलाते हैं जी तब जब छुट्टी का दिन नहीं होता वैसे भी साउथ अफ्रीकन टूरिस्ट शाम 8:30 बजे तक अपना डिनर खत्म कर देते हैं और हम हर दिन 9:30 बजे अपना किचन बंद कर देते हैं आप तो 11:30 बज रहे हैं वाह जब कॉटेज में लौटा तो बिस्तर पर पड़ी सलमा पूरी तरह सूख रही थी। नहीं की बातों और भूख भी उसे बिहार और बदहाल कर भी दिया था शर्मा कुछ नहीं मुझे बहुत भूख लग रही थी आप रिसेप्शन पर बहस में उलझे हुए थे आपको मेरी फिक्र नहीं थी इसीलिए मैं यहां चली आए मुझे पता है होटल मूवी किशन बंद हो चुका है!
वहीं की वजह है पर हर एक तो हिंदू नहीं है गैर हिंदुओं को भी तो भूख लगती है कहते-कहते शर्मा की तरह रोने लगी देखो मैं कुछ कोशिश करता हूं कहते हुए धूप में बाहर निकालकर गाड़ी उठाने और गन्ने के खेतों की कटाई अंधेरा और गांव की ओर से होती हुई पतली सड़क होने से गुजरा तो भाई और एक मकान की लाइट जल रही थी वह समझ गया कि यहां कोई वंशज है रुक कर पूछा तो पता चला एक लेखक का घर है ना बुझाता की ना पड़े और उस लेखक की कलम एवा रोशनी उसका फोटो नहीं तक साथ देती रही जब वह उस बंदरगाह वाले शहर में पहुंचा तो 2 दिन से लहसुन और प्याज उतरने की महक आ रही थी पता चला या भारत में आता है क्रीम और चीज ऑस्ट्रेलिया से आती है!
मटन न्यूजीलैंड से पेट्रोल कल से और टूरिस्ट पूरी दुनिया से सामान की कोई कमी नहीं थी पर बाजार को बंद था आखिर अजीब को एक जगह की गोली की तरह की रोशनी में कृत्रिम आती दिखाई दी वहां पहुंचा तो पता चला कि या प्रधानमंत्री सर शिवसागर रामगुलाम का घर है जिसके पीछे पहुंचे जैसे एक दुकान अब तक खुली हुई थी उस पर कुछ समोसे पकोड़े और केले मौजूद थे खरीदते हुए मालूम हुआ कि दुकानदार मेडागास्कर का एक मामूली सा आदमी है जो हिंदुस्तानी नाश्ता बना कर भेजता और अपना पेट भरता और मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने अपने घर के नीचे से ऊंचा लगाने की इजाजत दी हुई है नदीम को लगा था कि आखिर या कैसा देश है जो हर तरफ और जिंदगी को हर पहलू से पवित्र है जो कुछ मिला उसे लेकर अधिक रोगी की ओर भागा आधी रात बीत गई थी रेनू गुजराती लेखक अभिनंदन के कमरे की रोशनी अभी जग रही थी !
काटेंगे मैं पहुंचा तो सलमान जॉब करती बैठी थी दीप के समोसे पकोड़े प्लेट में रख के लिए भी रख दिए लो खाओ मेरा पेट तो उस वक्त भर गया जब आप इसे लाने के लिए निकल पड़े थे पेट की भूख बहुत समझदार शर्मा ने कहा उसे प्यार कर लिया प्यास लगी है प्रदीप ने पानी की तरफ हाथ बढ़ाया तो सलमा ने रोक लिया और उसे अपनी बाहों में भर लिया प्यास का पानी और होता है अभी और तब कमरे में की सारी औपचारिक सुगंध कहीं और उड़ गई शरीर अपनी कुदरती महकमों के साथ नदियों की तरह उम्र कर एक होते हुए बहने लगा लगे थे शरीर वनस्पतियों के जंगल बन गए थे देवदार चीड़ बुरास चंदन दालचीनी और धरती के सिलसिले में जंगलों से होते हुए सदियों की बाहों में फैले हुए थे आप मुझे छोड़ना मत हम इसी तरह जीते जीते पत्रों में तब्दील हो जाएंगे आधे मेरे अधिक नदियों की बाहों में पानी किनारों की तरह चले थे बीच धार का पानी अब हम सफर कर रहा था एक बात कहूं आप के पसीने की तरह अभी खा रहा है या खुदा या मेरे परवरदिगार मुझे मुश्किल से मिली है शिवानी की मर्जी मत करना मेरी दुश्मनी खुशियों पर चाहे जो पाबंदियां लगा दे मेरे खुदा या मुझे मेरा हासिल मिला है परवरदिगार खैरात में इतनी बड़ी बात नहीं मिलती शायद या खैरात नहीं मेरा हासिल है इसमें मुझे जी लेने दे आमीन या आमीन आपने बोला था शर्मा ने चौक कर पूछा नहीं तो कोई तीसरा शायद लगातार हमारे साथ है !
जो हमें एक सा नाश्ता देता है और ऐसे सपने देता है अभी बोला अधिक हूं अभी आपने इतने से दिनों में मुझे यह सब दे दिया जो मेरे साथ सलमान ने मुझे आज वह कभी नहीं दिया क्या कह रही हो तुम क्या कह रही हो तुम कहीं वही जो सच है जो सच है आपने मुझे है वह से निकाल कर इबादत की दुनिया में पहुंचाया है विकास का आज शुरू से मेरे शरीके हयात होते हम शादीशुदा होते कहते हुए शर्मा बुरी तरह जो बड़ी अजीब में उसकी आंखों पर रोक लगाकर एक ही फूल गिरने नहीं दिया तुम्हारे आंसू तो मेरे पसीने की तरह सारे नहीं यह जजला हर आदमी और गंगा के पानी की तरह मीठे हैं अभी मैं उसे बाहों में ले की रेशमी बंदिश में लेते हुए कहा था आप उस साल कहां थे इस साल जिस साल सलमान से मेरी शादी हुई थी ।
तब मैं तुम्हारी कोठी के कोने पर एक पेड़ की तरह खड़ी खड़ा है जी रहा था जिसकी आंखों में बारात के स्वागत की चांदनी और बल्कि दुनिया बांधी गई थी अजीब पेड़ की तरह से हंसते हुए कहा था पर तब मैं लाचार था और तब मैंने तुम्हें तुम्हारी खुशियों के लिए खुला छोड़ दिया था हां ऐसा नहीं सलमान मुझे खुशियां नहीं दिए लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं कि जिनके बारे में सोचते हैं तो समझ में नहीं आता कि जिसकी उम्र 8 साल की जिंदगी के बारे में कहां तक सोचो अजीब सच कहूं सलमान का चेहरा मैं उनकी मौत के बाद भी खोजती रही पर कोई एक चेहरा कभी मेरे सामने नहीं आया और शायद यही कमजोरी है वह एक चेहरे वाले आदमी को खोजती है सलमा मेरे भी अगर ज्यादा चेहरे नहीं तो भी दो चेहरे तो है एक बार जो मेरी बीवी के साथ जुड़ा है और दूसरा जो तुम्हारे साथ जुड़ गया अजीम ने कहा उसकी असलियत मैं जानती हूं अभी क्या या कि आप मुझे छोड़ सकते हैं ना आप अपनी बीवी को या तुम कैसे जानती हो ऐसे कि मैं आपको जानती हूं ।
आप अपनी हसरतों की सजा किसी दूसरे को नहीं दे सकते या मैं बखूबी जानती हूं कि आप अपनी हसरतों के लिए जाएंगे उन्हें जी आएंगे आप अपनी हसरतों को देवी स्थानों के पार ले जाएंगे उनमें उगेंगे दुख उठाएंगे लेकिन उनका जो किसी को नहीं उठाने देंगे सलमानी उसकी आंखों में रखते हुए कहा तुम कहना क्या चाहती हो या कि आप अपनी बीवी शांता को मेरे लिए छोड़ सकते हैं लेकिन आपने अकेला नहीं छोड़ सकते क्योंकि आप अपनी हसरतों उसकी सजा खुद को दे सकते हैं ।
सांता को नहीं इसीलिए मुझे भरोसा है कि आप मुझे भी नहीं छोड़ सकते अगर आप शांता को छोड़ सकते होते तो आप मुझे कभी भी छोड़ सकते शर्मा ने आज ही अपने पैरों पर हाथ रख दिए थे शर्मा तुम क्या हो औरत हो या फरिश्ता अधिक सोचती हूं कि तो थोड़ी घबराहट होती है कि मुझे मेरे मजहब के नईम और तरह के लोग मजहब के नाम पर आपके साथ जीने नहीं देंगे आप ऐसा करो क्या इस सिर्फ जीने के लिए नहीं मैं हिंदू बन जाऊं और आप मुसलमान हो जाओ क्योंकि मुसलमानों की यह नियत या तो मंजूर कर सकती कि मुसलमान मर्द हिंदू औरतों को ध्यान दें पर कोई हिंदू और मुसलमान औरत को बिस्तर तक ले जा सके या मैं मंजू नहीं तो क्यों ना हम सिर्फ अपनी जिंदगी जी सकने के लिए अपने मित्रों को बदलने लगी इन्हे चैन पड़ जाए नहीं तो नहीं जैसे लोग हमें जीने नहीं देंगे ।