इसीलिए पश्चिम वाले ईरान की इस्लामी क्रांति की को आत्मसात नहीं कर पाए अयातुल्लाह खोमेनी और इस्लामी क्रांति में ईरान जैसे सभ्यता संपन्न देश को फिर एक बार उसकी दूरी दे दी आज अपनी धुरी पर लौटकर ईरान अपने क्षेत्रों को दोनों बड़ी सभ्यताओं भारत और चीन के प्रति अच्छे प्राप्त और मैत्री का हाथ बढ़ा रहा है तभी शिवसेना का आदमी बीच में बोल था या मत भूलो कि मुसलमान बर्बर है वह अपने धर्म वालों को भी नहीं छोड़ते वह हमें कैसे छोड़ सकते हैं ईरान और इराक दो मुस्लिम मुसलमान देश 8 साल तक लड़ते रहे लेकिन क्या महाभारत के दोनों लड़ाकू वंश पांडव और कौरव एक ही धर्म के मानने वाले नहीं थे कोई भी तो लड़ते रहे इसीलिए धर्म के बीच में मत भेज दो भवानी सिंह गुप्त की बात सुनो ताकि कुछ राहत मिले तभी रोशनी या के मुसलमानों का आकार आने लगा अदालत के दरवाजों पर दस्तक ओन की बौछार होने लगी सीखो और कराओ का से सारा माहौल भर गया मुसलमान औरतें अपनी इज्जत लूटे जाने की दास्तान दास्तान ए लेकर हाजिर हूं शरबत आप लोगों ने मुसलमानों के साथ बर्बर अत्याचार कि वे लगातार चिल्ला रहे थे ।
तभी दुनिया के मुसलमानों का आकार आने लगा क्या हमारी बात सुनने वाला कोई भी नहीं है कोई भी देश क्या हमारे ऊपर हो रहे अत्याचारों का प्रतिकार नहीं कर सकता हम दुनिया में भूखे मर रहे हैं हमारी औरतों के साथ लगातार अत्याचार बलात्कार हो रहे हैं हमारे बेटे घरों से निकल निकालकर मारे जा रहे हैं हमें बेकार और बेइज्जत किया जा रहा है सारे देश खामोश है और सिया का एक मुसलमान मुर्दा अपने मूल कोई हालत बयान कर रहा था लेकिन अब हालात कुछ ठीक है जो गुजरे युगोस्लाविया के क्रोध और मुसलमान एक साथ नहीं रहना चाहते इसीलिए सब ने विभाजन मंजूर कर लिया है।
भवानी सिंह उसने बड़ी तकलीफ से कहा युगो युगो स्लाविया के तीनों जातियां क्षेत्र का बंटवारा कर के स्वतंत्र देश के रूप में अलग अलग हो गई है क्या कह रहे हैं आप यानी योगेश युगोस्लाविया में तीन पाकिस्तान बन गए वहां जातियां तो दो ही हैं सर्वे और कोर्ट तीसरा दो इस्लाम धर्म है उसके मानने वाले मुसलमान है वह कोई जादू नहीं है रिपोर्ट भी हो सकते हैं बेशर्म भी हैं यानी युगोस्लाविया में भी बड़ी उदारता घृणा और नफरत कारगर हो गई अजीब में तकलीफ से कहा लेकिन इस बार तो मुसलमानों को खुद अपने से अलग किया वह मुसलमानों पर भयानक अत्याचार कर रहे थे सर आज ओवर शहर को उन्होंने अपने भरोसे खंडहर में बदल दिया मुसलमान का जिंदा रहना मुश्किल कर दिया उनकी औरतों को इंसान उठा ले जाते साथ में इतना गैलित सलूक करते जितना पाकिस्तान फौजियों ने बांग्लादेश की औरतों के साथ नहीं किया था ।
उतना तो जापानी फौजों ने कोरिया ना हो तो साथ नहीं किया था और तुम साथ बसु की और अत्याचार का इससे उदाहरण और कहीं नहीं मिल सकता और फिर वहां सब उल्टा हुआ है इस बार तो अपने ही देश के मुसलमानों ने अपना पाकिस्तान बनाने का वादा किया है एक जगह ने काम है वह मनुष्य का मनुष्य के साथ रहने से इंकार करना एक मालवीय जुर्म है धर्म बदलने से इतिहास की जड़े नहीं बदलती गाजियाबाद के देहरा गांव की रिपोर्ट लेकर विशेष संवाददाता ओमप्रकाश हाजिर हुआ अधिक का दिल धड़कने लगा ओमप्रकाश देखते यह दीप के साथ को लेकर पूछा क्या भाई हिंदुस्तान के गाजियाबाद में फिर कोई खून खराबा या मारकाट हुई है क्या इस बार कुछ ऐसा कुछ नहीं है ।
बल्कि ऐसी रपट लाइन जिससे आपको दुनिया में तमाम है आज संकुला व्याकुल आत्माओं को बहुत राहत मिलेगी दुनिया जानती कि राजपूतों और मुगलों के बीच लगातार युद्ध चलता रहा महाराणा प्रताप ने कभी अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की मुगल काल में उसी के दौरान कहानी कहता हूं गाजियाबाद जिले का देहरा गांव तेरा मुसलमान राजपूतों का गांव में यह सिसोदिया वंश के महाराणा प्रताप के वंशज ही नहीं उनके कुल के हैं उनका धर्म परिवर्तन औरंगजेब के जमाने में हुआ यह मुसलमान राजपूत अपने पूर्वज महाराणा प्रताप की मूर्ति अपने गांव में स्थापित कर रहे हैं इन लोगों का मानना है कि धर्म परिवर्तन से नहीं बदलता अपना परिचय पूरा मानते हैं वे केवल मुसलमान नहीं मुसलमान राजपूत हैं ।
गांव के सांचे में 60 गांव में सिसोदिया मुसलमान है बाकी भी हिंदू सिसोदिया लेकिन वे सभी अपने रक्त के ही मानते हैं इनके पूर्वज पृथ्वीराज चौहान मोहम्मद गौरी की लड़ाई के राजस्थान में यहां आए थे यही नहीं राजपूतों का डेरा पड़ा था डेरा को आज देहरा कहते हैं हिंदू और मुसलमान दोनों ही सिसोदिया राजपूतों को देहरा एक वंश केंदुआ में कुल 8 गांव मुसलमानों के हैं सब के नंबरदार मुखिया हैं मेहर अली राजपूत वे कहते हैं कि धर्म परिवर्तन के कारण जरूरत पड़ी तो मंदिर की दीवार के सहारे उन्होंने मस्जिद खड़ी कर ली आज भी मुसलमान की शादी के समय समय भैया को भारत लाने के लिए बुलाया नहीं जाती है यही लोकगीत जाती है भैया रघुवीर भारत हमारे भैया मुसलमान मुसलमान बहन के ऊपर उसकी संस्कृत का शब्द है धर्म का नहीं डालते आलिया दिल्ली से गढ़मुक्तेश्वर तक के बीच बीच में राजपूतों की विभिन्न कुलों गांव पहले हरकुल में कुछ 8 मुसलमान हैं साठे के बगल में ही 84 है तो हिंदू मुसलमान 84 गांव 12 गांव का निर्माण राजपूतों है हिंदू और मुसलमान यही स्थिति हर क्षेत्र के त्यागियो गुर्जरों और चौधरियों की भी है राजपूतों ब्राह्मणों ने धर्म परिवर्तन के बाद अपनी संस्कृत को तरस नहीं किया या स्थिति उधर पश्चिम के अलवर राजस्थान तक फैले मेवात मुसलमानों की है मुसलमान अपनी पुरातन संस्कृति जुड़े हुए हैं ।
इसीलिए कोई भी संस्कृति पाकिस्तान ओं के निर्माण के लिए जगह नहीं देती है संस्कृति अंदर नहीं उधार होती है वह मरण का उत्साह नहीं बनाती व जीवन के उत्सव के अनुरक्षण चला है सामाजिक संस्कृत की जरूरत हमें है क्योंकि वह जीवन का सम्मान करती है यही कोशिश 2 महीने की थी एक बड़ी और बुजुर्ग गुजरती हुई आवाज आई थी सामने एक बेहद खूबसूरत शहजादा कहा था उसको देखते अदालत में मौजूद हुए एक चौका दारा शिकोह तुम हां मैं चारों तरफ एक अजीब सा हैरानी भरा सन्नाटा छा गया खचाखच भरी अदालत द्वारा सुख देखती ही रह गई चारों तरफ अजीब सी अनुजा भरने लगी कुछ आवाजें इस्लामी देशों की भी तुम जानो की थी उन्हीं के साथ बहुत ही प्रार्थना ईसाई को कोई आरती और उन्हें मिली जुली मंदिरों के घंटों और पूजा की थी जो कि आवाज़ भी नीचे गढ़ मुंडो हो रही थी ।
मरते कटते सिपाहियों की चित्कारओं की सूची में शामिल थे बाबर अपने कोटेदारपोते दाराशिकोह को देखने खासतौर से आया था वह बहुत प्यार से अपने वंशजों को देख रहा था खासदार खास तौर से अपने पोते दाराशिकोह को उस वक्त आकाश से सतरंगी खिले हुए थे आलिया मैंने यही चाहा कि भारत का समझदारी और सहनशीलता की एक पेशकश किया था ख्वाजा मुद्दीन चिश्ती ही हमारी हमारे रहनुमा थे मेरी बहन मनीषा नाम की ख्वाजा की जीवनी भी लिखी थी दादा अभी बोल रहा था कि औरंगजेब कहा या सरासर गलत है कंधार से लौटते हुए या लाहौर के बाबा लाली का चेला बना था फिर बाद में या लाहौर के फकीर मियां मीर का सिसोदिया उसकी बीवी नादिरा बेगम भी ऊंची मुरीद बन गई या अमीर कादिरा संप्रदाय का सूफी संत अब्दुल कादिर जिलानी का शिष्य या उसी संप्रदाय की दीक्षित हुआ और खुद को कादरी मानने लगा था ।