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भाग 2

21 जुलाई 2022

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- हुआ या था नहीं स !  पहले या सुनिए कि हुआ क्या है......

उसने चौक कर आवाज की तरफ देखा था उसका एक में 3 सहायक स्टोनो और अर्दली महमूद उसके सामने खड़ा था।  उसके हाथ में टेलीप्रिंटर से आई खबरों के कुछ कुदुरे कागजों उसके टुकड़े थे। क्या हुआ है उसने पूछा महमूद ने खबरें उसके सामने रख दी खबरों पर नजर डाल डालते उसने शीशे की दीवार से बाहर देखा हाल में लंबे टैक्स के इर्द-गिर्द शाम की लिस्ट शिफ्ट के सारे पत्रकार तेजतर्रार बातों में उलझे हुए थे। और दोनों समाचार संपादक तेजी से उसके केबिन की ओर चले आ रहे थे। पहला सिटी एडिशन मशीन पर जाने वाला था बेसमेंट में मशीनों के चलने की हल्की थरथराहट वह महसूस कर रहा था तब तक दोनों न्यूज़ एडिटर उसके केबिन में आ गए।  

सर इस वक्त तो आपके फ्रंटपेज एडिटोरियल की जरूरत है अभी आप डिटेक्ट कर दें सर तो पहले एडिशन में चला जाएगा जरूरी भी है।ठीक है कंप्यूटर रूम में बोल दो तैयार रहें एक प्याला काफी ले आओ उसने कहा तो महमूद हुक्म बजाने चला गया उसने बंजर देकर उसे वापस बुलाया फिर उसने जल्दी-जल्दी डिसपेर्ज पड़े वही फिर हुआ था सन 1948, 1965, और 1972, कारगिल के इलाके में घुसपैठियों ने के नाम पर फिर पाकिस्तानी फौजियों ने अघोषित आक्रमण कर दिया है.......लाख मकारगल, द्रास मस्को, तुतक, ज़ोजीला, काकसर, चिंदियाल, घोघ, होतापाल के  नियंण रेखा को तोड़ कर पाकतानी फ़ौजय ने कई-कई मील अंदर तक अपने मुजाहिदीन और बंकर बना लिए है। वैसे पाकतान के फौजी अफसर का कहना है कि वे घुसपैठिए इलामी मुजाहदन है , लेकन असलियत यही है कि मुजाहिद दिनों के बीच में वे पाकिस्तानी फौजी हैं।   

इतना ही नहीं सर समाचार संपादक ने कहा पाकिस्तानियों ने सन 1972 के  संधिपत्र का उल्लंघन किया है इसी साल मित्रता, भाईचारे और व्यापार के लिए की गई लाहौर घोषणा की पीठ में छुरा भोंक दिया है । फौजों का मूवमेंट तो प्रधानमंत्री की लाहौर यात्रा से बहुत पहले शुरु हो चुका है । लेकिन दुश्मन ऊंची पहाड़ियों पर काबिज हो चुका है इसीलिए अपनी जान माल का बहुत नुकसान हुआ है ।  

-  तो नजम  सेठी से फोन मिलाओ नजम सेठी हां हां नजम सेठी एडिटर फ्राइडे टाइम्स लाहौर पाकिस्तान मुंह क्या देख रहा  हैं क्या तुम्हें इतना भी पता नहीं कि लाहौर पाकिस्तान में है जी वह तो है लेकिन सर न जब से थी इसमें क्या करेंगे वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से पूछेंगे कि यह क्या हो रहा है और क्यों हो रहा है सर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और उनके विदेश मंत्री ने कहा है कि हमारी फौज का घुसपैठियों से कोई लेना देना नहीं है या समस्या भारत की है अगर यह मान भी लिया जाए तो भी वह आए तो पाकिस्तान की धरती से ही है 

यही तो सर अगर पाकिस्तान लाहौर घोषणा पत्र में दी गई दोस्ती की शर्त से सहमत है तब तो उसका फर्ज बनता है कि वह घुसपैठियों को अपने इलाके में से गुजर कर भारत की सीमाओं में पहुंचने से रोके सर अगर यह हमला युद्ध में बदल गया तब तो बड़ा नुकसान होगा दोनों मुल्कों में नुकसान सिर्फ आवाम की होगी इसीलिए तो मैं फौरन नजम सेठी साहब से बात करना चाहता हूं क्योंकि पाकिस्तान में उन जैसे दानिशमंद और अवामपरस्त  पत्रकारों की आवाज में ही इस खून खराबे को रोकने का माहौल बना सकती । 

तब तक दूसरा न्यूज़ एडिटर कारगिल में मारे गए सैनिकों की लिस्ट ले आया सर या है हमारे अब तक के शहीद सिपाहियों और वायु सैनिकों की लिस्ट जिन्होंने आज की तारीख तक अपनी कुर्बानी दी है नागालैंड के सिपाही से लेकर कोटा, राजस्थान, बिहार, कर्नाटक, कन्याकुमारी, महाराष्ट्र,  उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पंजाब, हरियाणा के जांबाज सैनिकों और हवा बाज शहीदों के नाम इसमें दर्ज हैं अर्दली उसने आवाज लगाई सर यस सर महमूद ने हाजिरी दी डिक- टेंशन लो लिखो - 

 प्रिय प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्र रक्षा मंत्री जी ! 

प्रिय प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री जी ! आप दोनों के नाम हम या खुला खत बहुत भारी दिल और अफसोस के साथ लिख रहे हैं।  हमने पिछले सप्ताह अपने पाठकों को कारगिल की भयानक युद्ध स्थिति की वजह खबरें और जानकारी दी थी ।
जिससे आप दोनों बेखबर बने हुए थे । 

हमने कहा था कि यह रवैया आत्मघाती है और देश के नागरिकों को सूचना दी थी कि कांग्रेस देशी-विदेशी सोनिया गांधी को लेकर के मसले में फंसी हुई है भाजपा और उसके मित्र पार्टियां अपने निजी कार्यक्रमों में व्यस्त हैं काम चलाओ प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जगजीत गुलजार के कैसेट मरासिम का लोकार्पण कर रहे हैं अखबार वर्ल्ड कप की खबरों से भरे हैं जो सूचनाएं देश को तत्काल मिलनी चाहिए उसके सूत्रों को संभालने वाले सूचना प्रसारण मंत्री प्रमोद महाजन विशाल भारतीयों को समाप्त करने की मुहिम में मजबूर है। 

विदेश मंत्री जसवंत सिंह कारगिल सीमा पर चल रही विदेशी गोलाबारी से बेखबर मध्यम एशिया के देशों से मैत्री संबंध बनाने में व्यस्त हैं और हमारे रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीज  युगोस्लाविया पर हो रहे नैटो अमेरिकी हमलों का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन कर रहे हैं कोई भी पार्टी नेता या राजनेता देश की उत्तरी सीमा पर चल रहे इस विस्फोटक युद्ध पर ना तो चिंता व्यक्त कर रहा है और ना को बयान दे रहा जबकि उत्तरी सीमांत पर कारगिल द्रास के इलाके और  पाकिस्तानी तोपे पिछले पखवाड़े से अपने बारूदी बयान लगातार दर्ज कर रही हैं। घुसपैठियों को नियंत्रण रेखा के उस पार खदेड़ने का काम तब ही किया जा सकता है जब देश की सत्ता सरकार अपना राजनीतिक फैसला घोषित करें या लापरवाही हमें भारी पड़ सकती ।  

तो प्रधानमंत्री जी या चेतावनी छपने के बाद आपके सलाहकार श्री बृजेश मिश्रा जी का चेहरा स्टार न्यूज़ में पहली बार दिखाई दिया और बातों के अलावा उनके बयान में या भी चिन्हित था कि कारगिल द्रास बटालिक क्षेत्र में आतंकी घुसपैठियों की मौजूदगी को लेकर सरकार का खुफिया सूचना तंत्र निष्क्रिय था। 

इतना ही नहीं मिश्र जी ने सेना के सूचना तंत्र को भी दोषी ठहरा दिया और उसके बाद फिर देश को विश्वास में लेने के लिए आखिर ऑपरेशंस के निर्देशक एयर कमांड और सुभाष भोजवानी और आर्मी ऑपरेशन के  उपमहानिदेशक ब्रिगेडियर मोहन भंडारी को दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में विश्व में सामने लाया गया और उनसे या खबर दिलवाई गई कि आज सुबह पाकिस्तान समर्थित घुसपैठियों को भारतीय इलाकों से खदेड़ने के लिए कारगिल क्षेत्र में हवाई हमला किया गया साथ ही भारत ने चेतावनी दी है कि इस कार्रवाई में यदि पाकिस्तान ने हस्तक्षेप किया तो भारतीय सेना उचित उत्तर देगी।  

दोनों सैनिक अधिकारियों ने यह भी बताया कि हवाई अभियान के परिणाम स्वरुप घुसपैठियों को चारों तरफ से घेर लिया गया है। इन्हें उन्हें हासिल होने वाली पाकिस्तानी पाकिस्तान से किसी भी तरह की यानि राशन, गोला बारूद, घायलों के लिए दवाओं, आदि आपूर्ति रोक दी गई है। भागने के उनके रास्ते बंद कर दिए गए हैं। या सब जानकारी सेना के गुप्तचर सूत्रों के हवाले से दी गई या अभी बताया गया कि 160 पाकिस्तानी घुसपैठिए मारे मार गिराए गए हैं।  

तो प्रधानमंत्री जी या तो आप के नैतिक पतन की पराकाष्ठा है कि जब आपकी सरकार गिराई गई थी। तो दूसरे ही दिन आप देश की जनता को संदेश देने के लिए दूरदर्शन पर मौजूद थे। लेकिन जब उत्तरी सीमांत पर स्पाइडर लीडर अजय कुमार आहुजा मारा गया फ्लाइट लेफ्टिनेंट नचिकेता अपनी जान को खतरे में डालकर छठ के जहाज से खुदा जब कारगिल क्षेत्र की वायुसेना का हेलिकॉप्टर दुर्घटना और चालक दल के 4 सदस्य मारे गए साथ ही सरकारी आंकड़ों को विश नेता संदीप होने के बावजूद या बताया गया कि हमारी सेना के 29 जवान मारे गए इस 28 गाल तथा 12 लापता हैं तब तक इस देश को विश्वास में लेने के लिए उसको उसके संकट और दुख में शामिल होने के लिए आपको दूसरा दूरदर्शन पर आने की जरूरत महसूस नहीं हुई या संवेदनहीनता की इंतिहा है।  

और आपके या रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस तो उल जलूल बयान देने के विशेषज्ञ बन चुके हैं । पोखरण परमाणु विस्फोटों को उचित ठहराते हुए उन्होंने चीन को दुश्मन नंबर एक घोषित करने में देरी नहीं की थी और अपनी गुप्तचर सूचनाओं का हवाला देते हुए उन्होंने यहां तक कह डाला था कि चीन ने भारत के विरुद्ध तिब्बत में परमाणु मिसाइलें तैनात कर रखी हैं । लेकिन इस बार उनकी गुप्तचर एजेंसी उन्हें कारगिल क्षेत्र में घुसकर जम जाने वाले पाकिस्तान समर्थित घुसपैठियों की जानकारी नहीं दे सकी जो तब से वहां पहुंच चुके थे। 

जब से उतरी सीमांत के पहाड़ों की बर्फ पिघली है और ऊपर से तुर्रा या की रक्षा मंत्री ने अपने विरोधी और दायित्व विहीन बयान में यहां तक कह डाला कि इस घुसपैठ में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और पाकिस्तान सेना के गुप्तचर संगठन आईएसआई का हाथ नहीं है या घुसपैठ पाकिस्तानी सेना की करतूत है। भारत के रक्षा मंत्री को मालूम होना चाहिए कि यह एक हास्यास्पद बयान है बल्कि लगता तो यह है कि माननीय प्रधानमंत्री की औसत चेतना और समझ कुंद हो चुकी है अगर सचमुच ऐसा है कि पाकिस्तान में कार्यपालिका उसकी अन्य एजेंसियां और सेना के बीच आपसी तालमेल नहीं है यदि वे अपने फैसले लेने के लिए एक दूसरे से स्वतंत्र है तब तो यह और भी खतरनाक स्थिति है। 

आज जबकि दोनों देश परमाणु शक्ति से संपन्न है। तो क्या हमारे बीमार दिमाग रक्षा मंत्री हमें यह संकेत दे रहे हैं। कि आज यदि भारत-पाक युद्ध हो जाता है। जिसके खिलाफ दोनों देशों की जनता है। तो उसका फैसला पाकिस्तान की सरकार के हाथों में नहीं बल्कि पाकिस्तानी फौज के हाथों में होगी इसी तर्क में यह संकेत मिलता है। कि प्रमाण विकल्प के मामले में भी बाप फैसला पाकिस्तानी फौज के तानाशाही के हाथों में होगा जनता द्वारा दो तिहाई जन्म से चुनी गई नवाज शरीफ की पाकिस्तानी सरकार के हाथों में नहीं इतने उल जलूल दर्द रहित दायित्व विहीन बयान और विश्लेषण यदि देश का रक्षा मंत्री दे सकता है तो दोनों देशों की अमन पसंद जनता को उसका भगवान या अल्लाह ही बचा सकता है।

 रक्षा मंत्री के इस बयान से पाकिस्तान के अमन पसंद लोकतंत्र वादी तत्वों की विचार की उद्देश्य होती है और भारत के लोकतंत्र वादी तत्वों को या बयान दिग्भ्रमित करता है। दोनों तरह से दोनों देशों के लोकतांत्रिक लोकतंत्र वादियों का अहित करता है। शैतानी चतुराई से भरा या बयान संभव सत्या भास पैदा करके पाकिस्तानी सेना को नक्कू बनाता है और बिना कहे या कहता है। कि इसका सामना और मुकाबला सैन्य शक्ति द्वारा ही किया जा सकता है। 

क्योंकि पाकिस्तान की मौजूदा सरकार का कोई अंकुश अपनी सेना पर नहीं है सत्य का आभास देते ऐसे मासूम बयानबाजी के रास्तों को अघोषित तरीके से व्यर्थ घोषित करके करते हुए कट्टरपंथी मुठभेड़ वादियों के हाथ का हथियार बन जाते हैं जाहिर है कि ऐसा बयान कोई पागल सा मंत्री दे सकता है और यदि वह पागल नहीं है तो निश्चय ही महाधूर्त है। 

अब आप इतना तो कीजिए की सेना का साथ दीजिए और सेना कि जो पराक्रमी जवान और वायु सेना के जांबाज पूरा पायलट अपनी जान दांव पर लगाकर देश की रक्षा के लिए कटिबद्ध हैं।  उन्हें आपकी लापरवाही की कीमत अपनी कुर्बानियों से ना चुकानी पड़े आप लोगों के पैर में आई मौज तक का इलाज देश के खर्चे पर विदेशों में होता है जो 128 सैनिक घायल हुए हैं उन्हें विदेश भेजना तो संभव नहीं होगा प्रदेश में ही अच्छे अच्छे अस्पतालों में उनके उपचार की व्यवस्था कीजिए। 

भटिंडा में शहीद स्क्वायड लीडर अजय अहूजा कि अंतत टेस्ट अंत्येष्टि हो गई वहां तो आप और आप के रक्षा मंत्री संवेदना प्रकट करने पहुंचे नहीं पाए क्योंकि आप दोनों ही बहुत व्यस्त हैं और फिर रक्षा मंत्री तो इस अंदाज में कारगिल का दौरा करने चले गए जैसे कि वे सैन्य संचालन के विशेषज्ञ हैं।  उन्हें वापस वापस बुलाएं और आप दोनों कोटा राजस्थान जाकर शहीद अजय अहूजा के शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दीजिए वैसे किसी संदिग्ध या अपराधी चरित के राजनीति के नेता राजनेता यहां के यहां कोई मौत हो जाती है तो वहां संवेदना प्रकट करने के लिए आपकी बिरादरी के लोग पहुंच ही जाते हैं यहां तो एक जांबाज सिपाही देश के लिए शहीद हुआ है। 

फ्लाइट लेफ्टिनेंट नचिकेता की बहनें माता-पिता और घरवाले बिजली तमाम रातों से सोए नहीं है नचिकेता को पाकिस्तान से वापस लाकर उसे उसके घरवालों के हवाले कीजिए अपनी राजनीति लापरवाही की इस बड़ी गलती के लिए उसके परिवार से माफी मांगे 12 लापता जवानों का पता लगाइए और आज सुबह तक जो 29 जवान शहीद हुए हैं उनके लिए इस देश से क्षमा याचना कीजिए उम्मीद है कि आप अभी पूरी तरह संवेदना सुन नहीं हुए हैं सत्ता प्रेम के चलते लापरवाही बरतने का जो जगन अपराध आप से हुआ है उसके लिए आप इतना तो कर ही सकते हैं।  

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रचनाएँ
कितने पाकिस्तान
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कितने पाकिस्तान हिन्दी के विख्यात साहित्यकार कमलेश्वर द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 2003 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह उपन्यास भारत-पाकिस्तान के बँटवारे और हिंदू-मुस्लिम संबंधों पर आधारित है। यह उनके मन के भीतर चलने वाले अंतर्द्वंद्व का परिणाम माना जाता है।'कितने पाकिस्तान' कमलेश्वर का लिखा हुआ एक प्रयोगवादी उपन्यास है। इस उपन्यास को 2003 के साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाज़ा गया था। यह उपन्यास बाकी उपन्यासों से कई मामलों में अलग है। पहला, इसमें सामान्य घटनायें, जैसे उपन्यासों में होती हैं, नहीं हैं, बल्कि ऐतिहासिक घटनाओं का लेखक के नज़रिये से वर्णन है। क्योंकि सारा कथानक उसी के इर्दगिर्द घूमता है। उपन्यास में सदियों से चले आ रही हिंसा और मारकाट के प्रति गहरा क्षोभ है। पात्रों की इस कमी को इतिहास के प्रसिद्ध व्यक्तियों को कटघरे में लाकर दूर किया गया है। अगर उपन्यास का सार निकालने की कोशिश की जाए तो यही आयेगा कि विभाजन अब बंद होने चाहिये।
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भाग 1

21 जुलाई 2022
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एक भूली हुई दास्तान उसे याद आती है  ।   वह तो एक बंजर जमीन से आया था ।  खामोश  आकर्षणों की दुनिया से जहां कहां कुछ भी नहीं जाता । मन ही मन में कुछ अरमान करवटें लेते हैं । अनबूझी इच्छाएं आती और चली जा

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भाग 2

21 जुलाई 2022
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- हुआ या था नहीं स !  पहले या सुनिए कि हुआ क्या है...... उसने चौक कर आवाज की तरफ देखा था उसका एक में 3 सहायक स्टोनो और अर्दली महमूद उसके सामने खड़ा था।  उसके हाथ में टेलीप्रिंटर से आई खबरों के कुछ कु

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भाग 3

21 जुलाई 2022
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खत भेजने के बाद अभी बहुत परेशान था । वह सोच रहा था कि उसके उद्गार और विचार कहीं देश की रक्षा सुरक्षा के नाम पर दूसरों के लिए मौत तो पैदा नहीं करते क्या एक के जीवित रहने के लिए दूसरे की मौत जरूरी है?

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भाग 4

21 जुलाई 2022
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और तभी यूरोप के सम्राट गिल गमेंश की गूंजती आवाज आई -  - मैं पीड़ा से लड़ लूंगा यातना सहूँगा  कुछ भी हो मैं मृत्यु को पराजित कर लूंगा मैं मृत्यु से मुक्त की औषधि खोज कर लाऊंगा !  सम्राट गिल गणेशा की

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भाग 5

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वहां मौजूद तमाम देवताओं की चिंता का एक स्वर में अनुमोदन किया और देवी तान्या ने तब उन्हें आगाह करने वाला भाषण दिया दजला फरात और डेन्यूब की परा धरती के समस्त देवताओं तुम सब आज चिंतित हो क्योंकि मनुष्य म

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भाग 6

29 जुलाई 2022
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उसी कहानी में शामिल है बूटा सिंह और रेतपरी किया की  यह कहानी राजस्थान का तपता रेगिस्तान कोई चीखा बन गया साला पाकिस्तान आसमान की आंख सूखी हुई थी उनमें एक बूंद भी पानी नहीं था मौसम विभाग के वैज्ञानिक

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भाग 7

29 जुलाई 2022
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बूटा सिंह जब जीने के लिए कपड़े लेने निकला था पाकिस्तान नाम की लकीर तो फिर चुकी थी मौसम विशेषज्ञों की भविष्यवाणी सही साबित हुई रक्त की वर्षा हो रही थी रेत परिचय नहीं अभी भी गर्दन तक रेत में दबी हुई है

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भाग 8

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आतंकी देवताओं ने धरती की ओर देखा वह सकते में आ गए जो लोग के समस्त सफेद पंखों वाले पंछी देवदासी रोना को लेकर मित्रों पर उतर रहे थे "के समय उसके साथ अभी सभी तरह के पंछी पखेरू शामिल होते गए थे उनमें अंजन

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भाग 9

29 जुलाई 2022
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बूटा सिंह ने कपड़ों की जोड़ी लाकर जीने के पास रख दिया और पूछा निकालूं तुम बाहर जाओ मैं निकाल आऊंगी धीरे-धीरे जैनेब रेट टिकट दे से निकल आई उसने तार-तार हुई कुर्ती को उतारा और वही संभाल कर रख दिया ना जा

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भाग 10

29 जुलाई 2022
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बूटा सिंह ने कपड़ों की जोड़ी लाकर जीने के पास रख दिया और पूछा निकालूं तुम बाहर जाओ मैं निकाल आऊंगी धीरे-धीरे जैनेब रेट टिकट दे से निकल आई उसने तार-तार हुई कुर्ती को उतारा और वही संभाल कर रख दिया ना जा

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भाग 11

6 अगस्त 2022
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उसके  अदालत के दरवाज़े पर रक्त  दस्तके  पड़ने लगी । वह दस्तक  से परेशान था। परेशान नही  पागल। और फिर दस्तक  पर दस्तक  ।पश्मी सीमांत से एके-47 चीनी राइफल ने दस्तक दी । हथियार बनेंगे तो चलेंगेभी ।  उत्तर

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भाग 12

6 अगस्त 2022
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वह कौन सी तारीख थी।  इब्राहिम लोदी से मैंने पार्क पानीपत की लड़ाई 20 अप्रैल 1526 को जीती थी और रजत 15 जुम्मे के दिन यानी 27 अप्रैल 1526 को मारे मेरे नाम का खुतबा पढ़ा गया था या खुद बा मौलाना महमूद और

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भाग 13

6 अगस्त 2022
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अजीम फैजाबाद स्टेशन पर उतरा ही था कि वह धमाकेदार झापड़ उसके पड उसके पड़ा स्टेशन की दीवार पर लिखा हुआ नारा सामने खड़ा था बोला फैजाबाद आए हो तो पहले इसे पढ़ पढ़ो इसमें लिखा था कि अपने धर्म स्थानों का अप

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भाग 14

6 अगस्त 2022
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बस आग लगाते घूम रहे हैं सब ही ना ही चाह सोजत की भारत का क्या होगा पहले ही या हिंदू मुसलमान को लगवाना चाह ना ही लड़ बाय पाए तो अब शिया सुन्नी को डलवाना चाहते हैं अब पानी शरबत बिस्कुट और मूंग के दाल मोड

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भाग 15

6 अगस्त 2022
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हुजूर इन कानूनी बारीकियों में मत जाइए अन्याय अन्याय है अन्याय ग्रस्त औरत की जिंदगी तो मौत से बदतर होती है तुम ठीक कह रहे हो महमूद अली अदालत सीखी तो पूरी श्रेष्ठ कांप उठी नहीं मैं मुद्दों के अलावा जिद्

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भाग 16

6 अगस्त 2022
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नक्सलवाद का समर्थन कर रहे थे एक के बाद एक ताने कसे तो इमाम नाजिश बौखला गए और और बोले तब तुम भी हमसे कहां लगते अधीन तुम अमृता प्रीतम करतार सिंह दुग्गल मोहन राकेश भीष्म साहनी देवेंद्र सत्यार्थी और यहां

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भाग 17

6 अगस्त 2022
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और मार दो अपने ही सब सृष्टि की रचना की थी उसने अपने दादा अनु को आकाश का सम्राट बनाया था अपने पिता ऐसा को धरती का और तब माधुरी ने एक महा मंदिर बनाया था कि आकाश के देवता और ईश्वर जो उसकी प्रजाति धरती पर

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भाग 18

6 अगस्त 2022
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जी शायद आप मुझे ठीक ही पहचान रहे हैं सलमा की जान में जान आई मैं सीएसपी के जनाब आफताब अहमद की हूं  और हिंदुस्तान में रहती हूं वह मेरे नाना है सलमान ने कहा तब पुलिसवाला कुछ नाराज सा होकर काउंटर वाले से

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6 अगस्त 2022
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अदालत में क्या कह रहे हो तुम मैं तो कराची के होलीडे इन होटल के रेस्टोरेंट में बैठा हुआ था और सलमा से बातें कर रहा था हुजूर आपकी यादों की परछाई का नाम क्या है या तो मुझे नहीं मालूम पर आपके होंठ मिलता ल

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भाग 20

6 अगस्त 2022
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तब अजीब चीन से लौट आया था सलमा भी अपने नाना से मिलकर कोटा से लौट आई थी उसे उम्मीद नहीं थी कि इतने महीनों बाद भी सलमा उस पेपर नैपकिन पर लिखे पते पर फोन का नंबर को संभाल कर रखे गी पर उसने रखा था ना रखा

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6 अगस्त 2022
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नहीं नहीं तो या नीम की पत्तियां झड़ रही है ना हां पतझड़ का मौसम है ना नहीं या अंधेरे का मौसम है लगता है मेरा पति पति झड़ रहा है तो एक बात क्यों ना करें क्या हम न कुछ पूछे न जाने अपने रवा अति जिंदगी के

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भाग 22

13 अगस्त 2022
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बिस्तर उनका इंतजार कर रहा था वह भी  वह भी त्रियोबिश की  रेती की तरह साफ़ था। मेरे संपर्क से छूने से कुछ ऐसा तो नहीं जो तुमने जीवित होता हो और मेरा प्रतिकार करता हूं नहीं ऐसा भी कुछ नहीं सलमा ने बहुत गह

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भाग 23

13 अगस्त 2022
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जब अजीब और शर्मा कॉटेज से निकले तब भी नीले फूल खिले हुए थे। सलमा ने साड़ी पहनी थी बदन में बाकी फूल तो साड़ी और ब्लाउज के अंदर उन देशों की तरह समा गए थे । प्रभावों पर उन नीले फूलों की जो लेटर उतर आई थी

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भाग 24

13 अगस्त 2022
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वह मेरा बेटा ही सही पर मर्द हो जीने के लिए कहीं मुश्किल नहीं होता मैं एक रिश्तेदार की तरह आपको राय देता हूं कि बेहतर होगा कि आप अपने बेटे के साथ अपने नाना के पास पाकिस्तान लौट आए नईम ने कहा आप तो बिल्

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13 अगस्त 2022
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कुछ नहीं ऐसे लोग आकर यहां क्यों नहीं समझते कि मुसलमानों के नाम पर पाकिस्तानियों को बोलने का कोई हक नहीं है आज है हिंदुस्तान में पाकिस्तान से ज्यादा मुसलमानों पाकिस्तान से ज्यादा इस्लाम की समझने वाले ल

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भाग 26

13 अगस्त 2022
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सलमा और अधीन ने मजहब तो नहीं बदले पर उन्हें इस बात में मजा जरूर आने लगा या उनके लिए जैसे खेल की बात बन गई सबसे पहले तो उन्होंने जगह बदली वह पूरब की ओर भागे भागते भागते ब्लैक रिवर के घने जंगलों को पार

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भाग 27

13 अगस्त 2022
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वह आवाज बिजली की तरह तड़प और कड़क रही थी और अब वह कौन सी भी कमरे में खड़ी हो गई थी अजीब या कौन है डर से असहमति सलमानी उसके कंधे के पीछे छुपे हुए पूछा मैं चला दो आलमगीर औरंगजेब का जल्लाद मैं कोतवाल भी

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भाग 28

13 अगस्त 2022
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इस्लाम में हर कुदरती जरूरत के लिए जगह है लेकिन जब मजहब और सियासी फायदे के लिए नफरत में बदला जाता है तो एक नहीं तमाम पाकिस्तान पैदा होते हैं मेरी बच्ची तुम्हारी जिंदगी को इस गलत विभाजन ने तोड़ दिया है

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भाग 29

13 अगस्त 2022
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गहरी नहीं जरूरी अंग्रेजों और जिन्ना साहब ने सोचा ही नहीं था कि जब हिंदुस्तान नाम का मूल नसीब होगा तब मेरी जैसी एक सलमा कैसे तक्सीम होगी और वह अपनी इज्जत कहां  कहां तलाशग अदीब ने उसे बहुत प्यार से पुका

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भाग 30

13 अगस्त 2022
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तभी नूरजहाँ  उसका ध्यान नीचे मौजूद रियाया की तरफ दिलाया उधर देखिए हुजूर इतने दिनों बाद आप बाहर निकले आपकी रे आया आपके दीदार के लिए उम्र पड़ी है तभी भीड़ ने पुरजोर आवाजें का आने लगी बादशाह सलामत जिंदाब

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भाग 31

13 अगस्त 2022
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मुझे जाना चाहिए वक्त आप को माफ नहीं करेगा और फिर आपको भी वक्त की बरात बर्बादी का मलाल कठोरता रहेगा सारा शगुफ्ता देखिए आपके अर्दली साहब बेसब्री से आपका इंतजार कर रहे हैं चलने से पहले एक यशपाल दरख्वास्त

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भाग 32

13 अगस्त 2022
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मैंने कोई निमंत्रण बाबर को नहीं भेजा था राणा सांगा नितेश में कहा तुम्हारा वह दावत नामा मेरी तिवारी बाबरनामा में दर्ज है और वह दस्तावेज आज का नहीं सोलवीं सदी का है अगर या गलत है तो तुमने तब क्यों नहीं

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भाग 33

15 अगस्त 2022
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 या गलत है हमारी गलती से विभाजन तो एक सच्ची घटना में तब्दील हो गया था पर विभाजन के भयानक दौर में भी सिंध में मारकाट नहीं हुई हमने मन ही मन अपनी ऐतिहासिक गलती मंजूर करते हुए बहुत भरे दिल से अपने हिंदू

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भाग 34

15 अगस्त 2022
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मुसलमान का था मीरा का था कबीर का था नाना कोटा कोलकाता सुब्रमण्यम भारती और नज़रुल इस्लाम कथा संत रैदास के और ज्ञानेश्वर का था किसका खुदा नहीं था लेकिन इंक इकबाल ने खुदा के मस्जिदों में कैद कर देने का प

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भाग 35

15 अगस्त 2022
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और आपकी सलमा जो खुदा हाफिज कह कर चली गई है इस अहम अदालत का कारोबार रोक कर आपको फिर अपने लिए हासिल करने की कोशिश में लगी है और उधर आपके दोस्त भवानी सिंह उप ईरान की राजधानी तेहरान से लौटकर कुछ जरूरी बात

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भाग 36

20 अगस्त 2022
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हुजूर हमसूफी है इस पागल शहंशाह ने हुजूर पैगंबर के जन्मदिन पर गाए जाने वाले हम हमारे भजनों पर भी पाबंदी लगा दी तब हम सूफी संतों को उसके गुर्गे और दरोगा मिल जावा वाकर के खिलाफ गोलबंद होकर निकलना पड़ा इस

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भाग 37

20 अगस्त 2022
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मौका पाते ही सल्तनत के वजीरे खारी खारी जा राजा रघुनाथ को हटाकर या वादा किसी से मुसलमान को दिया जाए किसी हिंदू अफसर के नीचे मुसलमान को तैनात किया जाए और अब खुलकर इन काफिरों हिंदुओं को बता दिया जाए कि व

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भाग 38

20 अगस्त 2022
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यही कि जो मैंने किया वह गलत भी था वह सही भी था सर जमीन ए हिंद की नजर में मैंने बहुत कुछ गलत किया जो मुझे शायद नहीं करना चाहिए था लेकिन इस्लामी मिल्लत की नजर में जो कुछ मैंने किया वह शायद सही था ऑरेंज

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भाग 39

20 अगस्त 2022
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तभी इतिहास के करोड़ों पन्नों से चीखती हुई आवाज आने लगी औरंगजेब तुम जालिम हो तुमने पोस्ते का पानी पिला पिला कर मुराद को मारना चाहा जब वह तंदुरुस्त शहजादा अफीम के पानी से नहीं मारा तो तुमने उसे चला दो उ

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भाग 40

20 अगस्त 2022
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शिब्ली नोमानी बड़े जोश खरोश से बता रहे थे मजहब की शक्ति का अगर किसी ने पहली बार इस्तेमाल किया तो बस सिर्फ यही दिलेर आलमगीर था कहीं ऐसा तो नहीं कि औरंगजेब ने इस्लाम का सहारा अपनी कमजोरियों और जातियों क

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भाग 41

20 अगस्त 2022
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तुम लोग कहर की बात करते हो हम कयामत बरपा करेंगे और मिस्र में बाप कुछ भी नहीं जिंदा छोड़ेंगे जो इस्लाम से पहले का है हम उसे बराबर करके रहेंगे दूरदराज अमेरिका से आई वहां मिस्र का मूल्य से कुमार अब्दुल र

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भाग 42

20 अगस्त 2022
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या तेज भाई जारी थी कि लश्कर मंदिर के उत्तर पूर्वी तरफ अबू हज आज मंदिर से इमाम वाहिद मोहम्मद अपनी ने भय ग्रस्त आंखों से जाकर देखा यहीं इसी मस्जिद में अपने समय के सबसे बड़े विद्वान अबू हज्जाज दफन हैं जि

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भाग 43

20 अगस्त 2022
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इसीलिए पश्चिम वाले ईरान की इस्लामी क्रांति की को आत्मसात नहीं कर पाए अयातुल्लाह खोमेनी और इस्लामी क्रांति में ईरान जैसे सभ्यता संपन्न देश को फिर एक बार उसकी दूरी दे दी आज अपनी धुरी पर लौटकर ईरान अपने

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