आसान नहीं दिल का लगाना,
प्यार में पडकर हसना रोना,
कभी भीड में भी तनहा होना,
कभी तनहाई में भी साथ पाना।
बडी बातों से भी दिल ना बहरता,
छोटी चीजें मन को बहुत है भाँती,
अपने मन की करना छोड हम सिर्फ ,
उसीके पसंद को तअज्जुब दे पाते।
सबसे महंगे ठिकाने दिल में बसाना,
हर एहसास का उसीसे होके गूजरना,
कभी शिकायत भी हो तो बातें करना,
रुठके भी खुद ही हमेशा से मान जाना।
एक अनकहा डर होता है प्यार में हमेशा,
कहीं जान से प्यारा कोई छूट ना जाये,
जिसकी बजह से है हमारे साँसों में लय,
कहीं किसी रोज वो अचानक ठम ना जाये।
पराया होकर भी वो इतना खास बन जाता,
की ना दिन गूजरता उसके बिन, ना रात होती,
हर वक्त हमारे दिल, दिमाग और नयनों को,
बस उसीके पास होने की इकलौती आस होती।
बेशकिंमती होता है दो दिलों का लव कॉन्ट्रैक्ट,
भागीदारी खुशियों में होती दोनों की साथ साथ,
अजनबी होकर सात जन्मों के रस्मे कस्मे तक,
ना छोडना होता है एक दुसरे का ठामा हुँवा हाथ।