*जय श्रीमन्नारायण*
*श्री यतिराजाय नमः*
🥀🌷🥀🌷🥀🌷🥀🌷
☘️🌿☘️🌿☘️🌿☘️🌿
सभी मित्रों को पावन गुरु पूर्णिमा पर्व की व श्री व्यास जन्मोत्सव की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं गुरु और शिष्य का मिलन ठीक उसी प्रकार है जैसे एक छोटा सा जलबिंदु अनंत सागर में जाकर के मिले आज का दिन वही अवसर लेकर के प्राणी मात्र के लिए उपस्थित होता है आज का दिन गुरुदेव मृदा रूपी मानव जीवन को वास्तविक सांचे में ढालने का वास्तविक रूप देने का कार्य करते हैं जिसमें न तो उन्हें अहंकार होता है ना छल होता है निस्वार्थ भाव से अपने शिष्य को अद्भुत तेजपुंज बनाकर संसार में जीवन जीने का और मोक्ष प्राप्त करने का मार्ग दिखाते हैं ऐसे समस्त सतगुरु को शत कोटि प्रणाम जो अपनी गुरु परंपरा को ठीक अपने पूर्व आचार्यों की तरीके से निर्वहन कर रहे हैं और उसका सारा श्रेय अपने गुरुजनों को प्रदान करते हैं बताया गया है
*यः समः सर्वभूतेषु विरागी गतमत्सरः । जितेन्द्रियः शुचिर्दक्षः सदाचार समन्वितः ॥*
गुरु सब प्राणियों के प्रति वीतराग और मत्सर से रहित होते हैं । वे जीतेन्द्रिय, पवित्र, दक्ष और सदाचारी होते हैं । मैं श्री महंत हर्षित कृष्णाचार्य गुरु और शिष्य दोनों के कर्तव्य दोनों के एक दूसरे के प्रति समर्पण और उनकी निष्ठा को प्रणाम करता हूं
*बहवो गुरवो लोके शिष्य वित्तपहारकाः । क्वचितु तत्र दृश्यन्ते शिष्यचित्तापहारकाः ।*
जगत में अनेक गुरु शिष्य का वित्त हरण करनेवाले होते हैं; परंतु, शिष्य का चित्त हरण करनेवाले गुरु शायद हि दिखाई देते हैं शास्त्र कहते हैं--
*सर्वाभिलाषिणः सर्वभोजिनः सपरिग्रहाः । अब्रह्मचारिणो मिथ्योपदेशा गुरवो न तु ॥*
अभिलाषा रखनेवाले, सब भोग करनेवाले, संग्रह करनेवाले, ब्रह्मचर्य का पालन न करनेवाले, और मिथ्या उपदेश करनेवाले, गुरु नहीं है ।
*श्रीमहन्त*
*स्वामी हर्षित कृष्णाचार्य*
*श्री जगदीश कृष्ण श्री वैष्णव शरणागति आश्रम*
*लखीमपुर-खीरी*