🌹वहां कोई नहीं रहता
मैं रहती थी जहां,
🌹मेरे पुरखों की हवेली,
मेरे बाप दादा का मकान,
🌹मेरे अरमानों की गली,
मेरी खुशियों का नगर
🌹 मेरे बचपन का शहर,
मेरी मेरी यादें हैं जहां,
🌹किस दिल से कहूं ,
मेरा वों घरोदा है जहां,
🌹कोई नहीं रहता है वहां।
सय्यदा----✒️
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