🌹कुछ रिश्ते जिंदगी में होते हैं
बेनाम भी अजनबी
होते हैं।मगर
🌹होते हैं एकदम ख़ास ही
ऐसे ही एक अजनबी से पाला
मेरा पड़ गया ।
🌹एक बार देखा था उसने
मुझको माॅल में कभी
तब से उसको ।
🌹न जाने क्या हो गया
कहता है हर बार आकर वो
मुझसे अब यही ।
🌹पहले अजनबी थी तुम
मेरे लिए मगर अब ये दिल
तुम्हारा हो गया।
🌹कहना चाहती हूं मैं भी
सबसे यही, पहले....था तो
वो अजनबी लेकिन......।
🌹अब साथी ज़िन्दगी भर का
मेरी वही बन गया.....!
दिल पर ना लेना साथियों
🌹जो भी पढ़ा आपने सब
टॉपिक पर ही है लिखा।
😃😃
स्वरचित रचना
सय्यदा ख़ातून----✍️
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