🌹मन बावरा हो गया है
सपना दिखा रहा है...😃😃
🌹पायलट बन गई हूं प्लेन उड़ा रही हूं,
कामयाबी का अपनी परचम मैं
आकाश में लहरा रही हूं
मन बावरा हो गया है
सपना दिखा रहा है....😃😃
🌹डॉक्टर बन गई हूं ठीक मरीज़
कर रही हूं आला गले में डाले
मैं इतराती फिर रही हूं।
मन बांवरा हो गया है
सपना दिखा रहा है....😃😃
किसी कालेज की अब मैं प्रोफेसर हो गई हूं
बांध के मैं साड़ी, आंखों पर चढ़ाके चश्मा
स्टूडेंट्स को अपने लेक्चर पिला रही हूं।
मन बावरा हो गया है
सपना दिखा रहा है...😁😁
🌹नेता बन गई हूं स्टेज पर खड़ी हूं
मालाएं डल रहीं हैं तालियां बज रहीं हैं
हिला के हाथ अपने मैं अभिवादन लें रही हूं
मन बावरा हो गया है
सपना दिखा रहा है....😁😁
🌹अब बांवरा मन हाऊस वाइफ दिखा रहा है
शादी कराके मेरी मुझसे
बच्चे पलवा रहा है।
मन बावरा हो गया है
सपने दिखा रहा है....😁😁
🌹अरे अब तो ये हद कर रहा है सपने से
जगाके मुझे हक़ीक़त दिखा रहा है
खड़ा करके किचन में मेरी
खिल्ली उड़ा रहा है....😃😃
मन बांवरा हो गया है
सपने दिखा रहा है....!
स्वरचित रचना सय्यदा----✍️
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