🙄ओ निर्मम,निर्दयी अत्याचारी
ओ ख़ूनी ,क़ातिल, बलात्कारी
😔धिक्कार तुझे धिक्कार
ओ पापी तुझे धिक्कार।
🙄जेल में बीते हर दिन तेरा,
जेल में बीते रात.....!
😔किसी पल तू चैन न पाये
मन करे चीत्कार......!
😥रह- रह कर रोए घबराए
मौत भी दे तुझे दुत्कार...!
😔ओ पापी तुझे धिक्कार
धिक्कार तुझे धिक्कार
ओ पापी...........!
मौलिक रचना
सैयदा खा़तून..✍️
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