नर्सरी क्लास में एक बालक था, जिसके स्कूल में बच्चे पेंसिल छीलकर उसके छिलके क्लास में फेंक देते थे।स्कूल की प्रथानाचार्य इससे बहुत परेशान थीं। उन्होंने स्कूल में कहलवा दिया कि जो कोई भी पेंसिल के छिलके फेंकता हुआ मिलेगा उसे मुर्गा बना दिया जाएगा। इससे सारे बच्चे परेशान हो गए, तब उस बालक ने इस समस्या का एक उपाय सोचा और पूरी क्लॉस में ये बात फैला दी कि पेंसिल के छिलकों को दूध में डालकर गर्म करो तो रबड़ बन जाती है। अब वो अपनी पेंसिल की छीलन दूसरे बच्चों को पकड़ा देता। रबड़ बनाने के लालच में स्कूल में पेंसिल के छिलके दिखने बन्द हो गये। मैडम को जब पता चला कि उस बालक के कारण छिलकों की समस्या खत्म हुई है तो मैडम ने उसे स्कूल मॉनीटर बना दिया। कालांतर में यही बालक दिल्ली का मुख्यमंत्री बना।