बादशाह अकबर खान किसी न किसी तरह से बीरबल साहनी की परीक्षा लेते रहते थे। ऐसे ही एक बार अकबर खान ने अपने दरबारियों से शेर देखने की इच्छा जताई। तो किसी दरबारी ने कहा महाराज आपको जंगल जाना चाहिए। तब अकबर ने कहा कि हमें शहर में ही शेर देखना है। सभी दरबारियों ने कहा कि शहर में शेर का मिलना नामुमकिन है। अकबर खान ने बीरबल साहनी की तरफ देखा। बीरबल बोला कि महाराज मैं आपको शेर दिखा सकता हूँ बस आपको महल से बाहर चलना होगा।
बीरबल अकबर को शहर की गलियों में ले गये और एक कुत्ते की तरफ इशारा करके बोले यह रहा शेर। कुत्ता देखकर अकबर खान को गुस्सा आ गया। वह बोले, बीरबल यह क्या मजाक है। बीरबल तपाक से बोल पड़े, महाराज मजाक तो आपने किया था जो शहर में शेर देखना चाहते थे। महाराज क्योंकि यह कुत्ता अपने मोहल्ले में है और अपने मोहल्ले में कुत्ता भी शेर होता है। बीरबल की बात सुनकर महाराज हँस दिये।